भगोड़े अमृत पाल की थी खालिस्तान बनाने की पूरी तैयारी

अमृतपाल की अलग देश खालिस्तान बनाने की पूरी तैयारी थी:नक्शा-झंडा-करेंसी और फौज के साथ क्लोज प्रोटेक्शन टीम भी बना ली थी

अमृतसर 24 मार्च। पुलिस का कहना है कि अमृतपाल के गनर के पास से 10 डॉलर की खालिस्तानी करेंसी मिली है।
वारिस पंजाब दे के चीफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के बारे में पुलिस ने नए दावे किए हैं। उसका कहना है कि अमृतपाल ने अलग देश खालिस्तान बनाने की पूरी तैयार कर ली थी। उसके पास से खालिस्तान की करेंसी, झंडा और नक्शा भी मिला है।

खन्ना पुलिस की SSP अमनीत कौंडल ने शुक्रवार को बताया कि अमृतपाल सिंह के गनर तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा ने ये सारे खुलासे किए हैं।

कौंडल का कहना है कि इन लोगों ने खालिस्तान का नया झंडा, अलग करेंसी और सिख रियासतों के झंडे तक बना लिए थे। प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज (AKF) के अलावा एक क्लोज प्रोटेक्शन टीम (CPT) भी बनाई थी। AKF के हर व्यक्ति को स्पेशल नंबर अलॉट किया गया था।

खालिस्तान बनाने के लिए अमृतपाल सिंह की हथियारबंद संघर्ष शुरू करने की तैयारी थी। 2 वॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए थे। आनंदपुर खालसा फौज वाले ग्रुप में नए लड़कों को जोड़कर उकसाया जाता था। दूसरा ग्रुप अमृतपाल टाइगर फोर्स के नाम से था, जिसमें सिर्फ अमृतपाल के करीबी ही मेंबर थे।

अलग देश खालिस्तान की प्लानिंग से जुड़ी 2 तस्वीरें

फायरिंग रेंज भी बना ली थी, पूर्व फौजी दे रहे थे ट्रेनिंग

पुलिस का कहना है कि अमृतपाल के गनर के मोबाइल से फायरिंग रेंज का एक वीडियो भी मिला है। जिसमें पूर्व फौजी हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते दिख रहे हैं। यह फायरिंग रेंज अमृतपाल के गांव जल्लूपुर खेड़ा में बनाई गई थी। पुलिस ने यह वीडियो जारी किया है। इसमें दिख रहा है कि अमृतपाल के साथ रहने वाले फायरिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं।

ट्रेनिंग देने वाले 2 पूर्व फौजियों की पहचान

पुलिस ने ट्रेनिंग देने के केस में 2 पूर्व सैनिकों 19 सिख बटालियन से रिटायर्ड वरिंदर सिंह और थर्ड आर्म्ड पंजाब के तलविंदर की पहचान की है। पुलिस ने बताया कि दोनों के आर्म्स लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। पुलिस जांच के मुताबिक अमृतपाल ने पंजाब आते ही ऐसे विवादित पूर्व सैनिकों को ढूंढना शुरू कर दिया था, जिनके पास पहले से ही आर्म्स लाइसेंस हों, ताकि ट्रेनिंग देने में आसानी हो।

अमृतपाल से जुड़े 5 बड़े अपडेट्स

पंजाब पुलिस को अमृतपाल का पासपोर्ट घर से गायब मिला है। पुलिस ने परिवार से इसकी मांग की, लेकिन उन्होंने पासपोर्ट होने से इनकार कर दिया। इसे देखते हुए पुलिस ने एयरपोर्ट और लैंड पोर्ट पर उसके लुकआउट सर्कुलर का रिमाइंडर भेज दिया है।
पंजाब से भागे अमृतपाल सिंह के हरियाणा के बाद अब उत्तराखंड पहुंचने का शक है। पुलिस का अनुमान है कि उसकी अगली कोशिश नेपाल बॉर्डर क्रॉस करने की होगी।
उत्तराखंड में अमृतपाल सिंह, मीडिया एडवाइजर पपलप्रीत सहित 5 साथियों के पोस्टर लगा दिए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ नेपाल बॉर्डर पर भी BSF को अलर्ट रहने के लिए कह दिया गया है। इसके साथ-साथ सभी गुरुद्वारों की चेकिंग की जा रही है।
उत्तराखंड पुलिस काशीपुर इलाके में अनाउंसमेंट कर रही है कि अगर किसी ने अमृतपाल और उसके किसी साथी को पनाह दी तो उन पर NSA में कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इनकी सूचना देने वाले को इनाम दिया जाएगा।

अमृतपाल के ISI के इशारे पर काम करने की आशंका

पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम कर रहा है। यहां तक कि उसका दुबई से पंजाब आने से लेकर नशा छुड़ाओ केंद्र खोलने तक सब ISI का प्लान था। अब भी फरारी में ISI के एजेंट गुपचुप तरीके से उसे सिक्योरिटी दे रहे हैं।

चाचा बोला- अमृतपाल से सरेंडर करने के लिए कहें

अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में किसी हरमेल सिंह से अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने के लिए कहा जा रहा है। चाचा हरजीत बोला- ‘तू कित्थे हैं, तू भी गायब ही है ना। भाई साहिब के साथ बातचीत हुई या नहीं। हमें लगता है हमारे बीच ही एजेंसियों के बंदे छिपे हैं। मैं सरेंडर करने जा रहा हूं। अगर पुलिस हमें पकड़ती है तो इसमें बेइज्जती बहुत है, लेकिन अगर हम सरेंडर करते हैं तो इसमें हमारी शान है। हमारे ही किसी ने हमें पकड़वा देना है। अगर भाई साहिब से बातचीत हो तो उन्हें सरेंडर करने के लिए कहें।

खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वह 18 मार्च को भागा था और अभी तक फरार चल रहा है। इन 6 दिन में वह मर्सिडीज गाड़ी से बाइक, जुगाड़ के रेहड़े, ऑटो और फिर बस में भागा। जिनकी सीसीटीवी भी सामने आई हैं ।

वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल की तलाश में पुलिस का ऑपरेशन लगातार पांचवें दिन भी जारी है। जिस बाइक से वह भागा, उसे पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया। बाइक जालंधर से करीब 45 किलोमीटर दूर दारापुर इलाके में लावारिस हालत में मिली। उधर, पुलिस ने दोपहर लगभग 12 बजे अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल की मां से करीब एक घंटे पूछताछ की।

पंजाब के जिला लुधियाना में करीब 1 घंटा खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह अपने साथी पपलप्रीत सिंह के साथ ऑटो में घूमता रहा। दोनों ने करीब 16 किलोमीटर का सफर महानगर में ऑटो में तय किया ।

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