ONGC चौक दुर्घटना: कारणों में तेज गति के साथ ब्रेक फंसना भी? दूसरी कार का चालक निर्दोष

देहरादून इनोवा दुर्घटना: टोयोटा टेक्निकल टीम ने दुर्घटना के बताए दो कारण, JPRI की रिपोर्ट आना बाकी, 6 छात्रों की गई थी जान

देहरादून इनोवा दुर्घटना की टोयोटा के साथ जेपीआरआई की टीम ने भी जांच की. पुलिस को जेपीआरआई की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है.

देहरादून 18 नवंबर 2024: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीते 11 नवंबर को हुए सड़क दुघर्टना की गुत्थी अभी तक भी सुलझ नहीं पाई है. पुलिस को टोयोटा के साथ जेपीआरआई (जेपी रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) की जांच रिपोर्ट का इंतजार है. टोयोटा की टेक्निकल टीम ने घटनास्थल के साथ दुर्घटनाग्रस्त इनोवा कार का निरीक्षण किया. टोयोटा की टेक्निकल टीम ने प्राथमिक जांच में दुर्घटना के दो कारणों का उल्लेख किया है. वहीं, घटना वाली रात जिस लाल गाड़ी से रेस लगाने की बात कही जा रही थी, उस लाल गाड़ी को भी पुलिस ने ढूंढ लिया है.

पुलिस को जेपीआरआई रिपोर्ट की प्रतीक्षा: बता दें कि, जेपी रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सड़क सुरक्षा अनुसंधान फर्म है, जो भारत में सड़क दुघर्टनाओं से होने वाली मौतों का कम करने के उद्देश्य से घटनास्थल पर दुर्घटना की जांच और एकत्र डेटा पर स्टडी करती है.

टोयोटा टेक्निकल टीम ने देहरादून इनोवा दुर्घटना के दो कारण बताए.
दुर्घटना में 6 लोगों की गई थी जान: दरअसल, सोमवार रात को करीब दो बजे देहरादून के ओएनजीसी चौक पर तेज रफ्तार इनोवा कार, एक कंटनेर से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस दुर्घटना में 6 छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई थी. सभी की उम्र मात्र 19 से 24 साल के बीच थी. वहीं एक छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसका हॉस्पिटल में अभी भी उपचार चल रहा है.

दुर्घटना कैसे हुई इसको लेकर कुछ सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है. क्योंकि दुर्घटना के समय ओएनजीसी चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों में टेक्निकल कारणों से रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई. वहीं दुर्घटना में घायल छात्र भी अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है.

अन्य जगहों पर सामान्य थी इनोवा की स्पीड: वहीं ओवरस्पीडिंग को लेकर देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि उनकी टीम ने उस रूट के सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं, जिस रूट से छात्र इनोवा कार लेकर गुजरे थे, लेकिन किसी भी कैमरे में इनोवा की ओवरस्पीडिंग नहीं देखी गई है. घटनास्थल से 500 से 700 मीटर पहले इनोवा का जरूर ओवरस्पीडिंग का एक फुटेज मिला है. साथ ही फुटेज में लाल रंग की गाड़ी भी जाते हुए दिख रही है. दोनों गाड़ियों को देखकर पुलिस रेसिंग की बात मान कर चल रही थी, लेकिन जांच में ऐसा कुछ नहीं निकला है क्योंकि पुलिस ने उस लाल गाड़ी का चालक ढूंढ लिया है.

लाल गाड़ी पहले ही रूक गई थी: पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लाल गाड़ी में सवार दोनों युवक किसी को देखने के लिए अस्पताल जा रहे थे. लाल गाड़ी जब ओएनजीसी चौक के पास पहुंची और देखा कि सामने से एक कंटेनर जा रहा है तो इन्होंने अपनी गाड़ी रोक ली थी. लेकिन पीछे से आ रही इनोवा कार नहीं रुक पाई. इनोवा कार किन परिस्थितियों में नहीं रुक पाई, इसके लिए पुलिस ने टोयोटा की टेक्निकल टीम बुलाई थी. टेक्निकल टीम ने दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का निरीक्षण किया.

टोयोटा की टेक्निकल टीम ने बताए दो कारण: पुलिस के अनुसार, टोयोटा की टेक्निकल टीम ने दुर्घटना के दो कारण बताए हैं. पहला ओवरस्पीड हो सकती है. साथ ही निरीक्षण में ये भी सामने आया कि पानी की बोतल भी ब्रेक के नीचे फंसी हुई थी. इससे ये भी माना जा सकता है कि बोतल के कारण ब्रेक ही न लग पाया हो. बता दें कि पहले जिस लाल गाड़ी से रेसिंग की बात कही जा रही थी, उसी गाड़ी में सवार युवक घायल छात्र को हॉस्पिटल लेकर गया था.

कंटेनर का ड्राइवर भागा हुआ है: वहीं, कंटेनर को लेकर भी पुलिस ने स्थिति स्पष्ट की है. कंटेनर पहले चंडीगढ़ में एक फर्म के नाम पर था. बाद में उसे बेचा गया था. कंटेनर का चालक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का रहने वाला है, लेकिन इस दुर्घटना के बाद डर के कारण वो भाग गया. जिसकी तलाश में पुलिस की एक टीम लगी हुई है. जल्द ही ड्राइवर को अरेस्ट किया जाएगा और अरेस्टिंग के बाद उससे काफी जानकारी मिल पाएगी.

फिलहाल जांच में जुटी पुलिस दुर्घटना में घायल हुए छात्र सिद्धेश अग्रवाल के होश में आने की प्रतीक्षा कर रही है. तभी पुलिस को सही जानकारी मिल पाएगी कि उस रात ये दुर्घटना आखिर कैसे हुई?

Dehradun Police checking after ONGC Chowk accident 63 vehicles seized, 250 challaned, hooligans arrested
ओएनजीसी चौक दुर्घटना के बाद पुलिस का चेकिंग अभियान…63 वाहन सीज, 250 के चालान, हुड़दंगी गिरफ्तार

रात के समय दोषपूर्ण नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वाले 60 लोगों के वाहनों को सीज किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।

ओएनजीसी चौक पर हुई दुर्घटना के बाद पुलिस चेकिंग अभियान चला रही है। इसमें नियम विरुद्ध वाहन दौड़ाने वालों पर भी कार्रवाई हुई। इसके साथ ही हुड़दंग मचाने वाले युवा गिरफ्तार किये गये।

यही नहीं होटल में शराब पीने और पिलाने वालों का भी पुलिस ने चालान किया। रात के समय दोषपूर्ण नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वाले 60 लोगों के वाहन सीज किये गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि अभियान आगे भी चलेगा। नेहरू कॉलोनी पुलिस को सूचना मिली थी कि तनिष्ठ रेस्टोरेंट शास्त्री नगर में शराब पिलाई जा रही है।

पुलिस ने छापे में होटल स्वामी फूल सिंह निवासी सारथी विहार को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही वहां बैठकर शराब पी रहे 12 लोगों के चालान किए गए। इनमें विश्वनाथ, लोकेश, संजय बिष्ट, ऋतिक गुसाईं, कमल गुसाईं निवासी चंडीगढ़, हीरा सिंह, अभिनय, राहुल, मनोज, राजेश और शिव मंगल आदि शामिल हैं।

एक बाइक पर पांच सवार, बाइक सीज
पुलिस के अनुसार, रविवार शाम एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें एक बाइक पर पांच लोग सवार थे। पुलिस बाइक को नंबर के आधार पर जांच कर राजपुर थाने लाई। मामले में पुलिस ने बाइक सवार अयान (निवासी जलालाबाद, शामली उत्तर प्रदेश), कासिफ (निवासी रुड़की, शाकिब निवासी जलालाबाद, शामली उत्तर प्रदेश), गुलफाम (निवासी गुजरहेड़ी मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश) और नौशाद (निवासी मंडी मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश) के चालान किए। बाइक सीज कर दी गई है।

सड़क पर हुड़दंग कर रहे चार गिरफ्तार, वाहन सीज
गुच्चूपानी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थान पर मारपीट और हुड़दंग कर रहे चार युवकों पुलिस ने पकड़ लिया। युवकों का वीडियो वायरल हुआ था, इसके बाद कार्रवाई की गई। पुलिस ने कार सीज कर दी है। प्रियांशु (निवासी करनाल), यश राणा (निवासी करनाल), कुणाल (निवासी मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश) और सम्राट (निवासी सहारनपुर उत्तर प्रदेश) के खिलाफ पुलिस एक्ट में कार्रवाई की गई है।

वाहन चलाने वाले 250 के चालान
पुलिस ने देर रात वाहनों की चेकिंग में दोषपूर्ण नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की।  250 से अधिक वाहनों के चालान हुए, जबकि 60 वाहन सीज किये गये। पुलिस ने रात में सामान डिलीवर करने वाली कंपनी के वाहनों को भी चेक किया। इस दौरान कई वाहनों के चालान हुए।

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