ओएनजीसी चौक दुर्घटना में युवा थे रंग में?, ठीक हो रहा घायल के पास हैं कई सवालों के जवाब

Dehradun Accident six students died private hospital pharmacist became an angel for Siddhesh
छह दोस्तों की पड़ी थी लाशें, पर सिसकियां ले रहा था सिद्धेश, देवदूत बनकर आया फार्मासिस्ट

ओएनजीसी चौक पर हुई दुर्घटना में छह दोस्तों की मौत हो गई, लेकिन सिद्धेश के लिए निजी अस्पताल का फार्मासिस्ट देवदूत बना।

देहरादून ओएनजीसी चौक दुर्घटना
देहरादून 13 नवंबर 2024। क्षतिग्रस्त कार में सिसक रहे सिद्धेश के लिए निजी अस्पताल का एक फार्मासिस्ट फरिश्ता बनकर आया। अपने काम से रास्ते से गुजर रहे फार्मासिस्ट ने नजारा देखा तो उसने सबसे पहले सांसे चलते देख सिद्धेश को बाहर निकाला। उसने अपने परिचित को इसके बारे में बताया तो सिद्धेश उनका भी परिचित निकल गया। कुछ देर बाद ही मौके पर पुलिस पहुंची और सिद्धेश को सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

दुर्घटना लगभग पौने दो बजे हुई थी। अभी दुर्घटना को कुछ ही मिनट ही हुई थी कि वहां से एक युवक दीपक पांडेय अपने काम से अस्पताल जा रहा था। उसने अविलंब कार की तरफ दौड़ लगा दी। चारों ओर लाश और मांस के लोथड़े पड़े हुए थे। दीपक ने देखा कि अभी पिछली सीट के नीचे फंसे एक युवक की सांसें चल रही हैं।

वह सिसकियां ले रहा था। कराहने की भी आवाज नहीं निकल रही थी। दीपक ने अपने प्रयास से ही उसे बाहर खींचना शुरू कर दिया। लेकिन, वह बाहर नहीं निकल सका तो उन्होंने हाथ से ही चादर मोड़ना शुरू कर दिया। इससे उनका हाथ भी घायल हो गया।
खतरे से बाहर सिद्धेश
दीपक ने इसकी सूचना सेवानिवृत्त क्षेत्राधिकारी अनिल शर्मा को दी। शर्मा सिद्धेश के परिवार को जानते थे। बिना देर किए वह भी आ गए। तब तक वहां पर पुलिस भी पहुंच चुकी थी। सबसे पहले सिद्धेश को सिनर्जी अस्पताल में पहुंचाया गया। सिद्धेश की हालत के बारे में अस्पताल के एमडी कमल गर्ग ने बताया कि फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है। उसके हाथ और सिर पर चोट हैं। डॉक्टरों की टीम लगातार उस पर निगाह बनाए हुए है।

सिद्धेश ही बता सकता है असल कहानी

सभी दोस्त सबसे पहले कहां मिले थे। कहां वे सब जा रहे थे। जाखन से निकले तो कौलागढ़ की तरफ क्या करने गए थे? इन सब सवालों के जवाब हर कोई खोज रहा है। लेकिन, इनका जवाब केवल सिद्धेश को ही पता है। वही जानता है कि उन्होंने सोमवार की रात क्या किया और किस कारण से वे सब कौलागढ़ की तरफ जा रहे थे। जबकि, इस रास्ते पर किसी भी दोस्त का घर नहीं है।

देहरादून सड़क दुघर्टना :पार्टी करने के बाद सुरूर में इनोवा से लॉन्ग ड्राइव पर निकले थे छात्र
देहरादून सड़क दुघर्टना में 6 छात्रों की मौत हुई थी. छात्रों के पार्टी करने का वीडियो भी आया सामने
देहरादून सड़क दुघर्टना
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार रात को करीब डेढ़ बजे हुए सड़क हादसे में 6 छात्रों की मौत हो गई थी. वहीं एक छात्र हॉस्पिटल में जिंदगी के लिए मौत से लड़ रहा है. वहीं अब हादसे से पहले का छात्रों का एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में सभी सात छात्र पार्टी करते हुए नजर आ रहे हैं. ये वीडियो दुर्घटना से ठीक पहले का ही बताया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक शहर के पटाखा कारोबारी सुनील अग्रवाल के बेटे अतुल अग्रवाल ने अपने 6 दोस्तों को नई इनोवा कार की पार्टी देने के बाद देर रात लॉन्ग ड्राइव पर निकला था. सभी ने जाखन में सिद्धेश अग्रवाल के फ्लैट पर पार्टी की थी. सिद्धेश के परिजन शादी में जयपुर गए हुए थे.
पार्टी में अतुल व सिद्धेश के अलावा तीन युवतियां और दो युवक और थे. सातों की पार्टी का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि कैसे सभी दोस्त एक दूसरे को अल्कोहल परोस रहे हैं. जाखन में पार्टी के बाद सातों दोस्त कार से घंटाघर चकराता रोड होते हुए बल्लूपुर चौक पर पहुंचे.

इसके बाद उन्होंने कार गढ़ी कैंट की ओर मोड़ दी. बताया जा रहा है कि तभी पीछे से आ रही बीएमडब्ल्यू कार ने इनोवा को ओवरटेक किया. इस दौरान अतुल ने भी इनोवा कार को बीएमडब्ल्यू के पीछे दौड़ा दिया. तभी ओएनजीसी चौक पर तेज रफ्तार इनोवा बाईं तरफ से एक कंटेनर में पीछे से जा घुसी और उसके बाद विपरीत दिशा में जाकर पेड़ से टकरा गई. कंटेनर से टकराने के बाद इनोवा की छत टूट गई और चालक के बगल में फ्रंट सीट पर बैठे कुणाल कुकरेजा और उसके ठीक पीछे बैठी गुनीत के सिर के धड़ से अलग होकर सड़क पर जा गिरे, जबकि अन्य चार की भी मौके पर ही मौत हो गई.

इस पूरी घटना ने पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं क्योंकि जाखन से घटना स्थल की दूरी करीब दस किमी है. इस दस किमी के दायरे में किसी भी चेक पोस्ट पर इनोवा को चेक नहीं किया गया. यदि चेक किया जाता तो शायद ये हादसा नहीं होता और पुलिस को भी पता चल जाता है कि छात्र शराब पीकर ड्राइवर कर रहे हैं.

वहीं इस बारे में जब देहरादून वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हुई है. वहीं, एक छात्र गंभीर रूप से घायल है. जिसका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है, उसके होश में आने के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों को पता चल पाएगा.

परिजनों ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक बच्चे राइड पर निकले हैं, इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं थी. साथ ही बताया है कि शहरी क्षेत्र में 13 जगह बैरियर लगते हैं और वहां पर गाड़ी की स्पीड कम हो जाती है. हर गाड़ी चेक करना संभव नहीं होता है.

6 छात्रों की गई थी जान: बता दें कि 12 नवंबर रात को करीब 1.30 बजे देहरादून के ओएनजीसी चौक पर तेज रफ्तार इनोवा कार दुर्घटना का शिकार हुई थी. दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी, जिनके नाम

गुनीत (पुत्री तेज प्रकाश सिंह, उम्र 19 वर्ष, निवासी 10A साईं लोक जीएमएस रोड, देहरादून)
कुणाल कुकरेजा (पुत्र जसवीर कुकरेजा, उम्र 23 वर्ष, निवासी 359 /1 गली नंबर 11 राजेंद्र नगर देहरादून. मूल निवासी चंबा हिमाचल प्रदेश).
ऋषभ जैन (पुत्र तरुण जैन, उम्र 24 वर्ष, निवासी राजपुर रोड, देहरादून)
नव्या गोयल (पुत्री पल्लव गोयल, उम्र 23 वर्ष, निवासी 11 आनंद चौक तिलक रोड, देहरादून)
अतुल अग्रवाल (पुत्र सुनील अग्रवाल, उम्र 24 वर्ष, निवासी कालिदास रोड, देहरादून)
कामाक्षी (पुत्री तुषार सिंघल, उम्र 20 वर्ष, निवासी- 55/1 20 कांवली रोड, देहरादून).

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