नूंह में बृजमंडल यात्रा पर थी हमले की व्यापक पूर्व तैयारी,सोई थी पुलिस, यात्रा में थे स्त्री और बच्चे
एक टीम उनके आगे, एक टीम उनके पीछे… मेवात में हिंदुओं पर हमले का पहले से तैयार था प्लान, सोशल मीडिया से फैलाया गया
सोशल मीडिया में भी हिंदुओं पर हमले के लिए उकसा रहे थे इस्लामी कट्टरपंथी। मौहम्मद साबिर खान का फेसबुक लाइव
हरियाणा के मेवात के नूहं जिले में सोमवार (31 जुलाई, 2023) को हिंदुओं की जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिम भीड़ ने हमला किया। पथराव, आगजनी और गोलीबारी की। विहिप ने कहा है कि इस हिंसा की कई दिनों से तैयारी चल रही थी। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने भी इस हिंसा को पूर्व नियोजित षड्यंत्र करार दिया है। सोशल मीडिया में भी इस्लामी कट्टरपंथियों के ऐसे पोस्ट भरे पड़े हैं जिनसे पता चलता है कि हमले का प्लान पहले से रेडी था। सोशल साइट्स की मदद से इन्हें यात्रा से पहले फैलाकर हिंदुओं पर हमले के लिए उकसाया गया।
हमले से कुछ घंटे पहले मोहम्मद साबिर खान ने फेसबुक लाइव किया था। इस लाइव में उसने सड़क पर गैस सिलेंडर रखकर सरकार, मोनू मानेसर, और बजरंग दल को धमकी दी थी। उसने बताया था कि कैसे गैस सिलेंडर से विस्फोट कर हिंदुओं को निशाना बनाया जा सकता है।
एक अन्य पोस्ट में साबिर ने कहा था कि जितने भी लोग आ जाएँ, उनसे ज्यादा लोग तैयार रहो। किसी से कुछ मत कहो। एक टीम उनके आगे और एक उनके पीछे। उनको बीच में रहने दो। मतलब साफ है कि हमले को कई टीमें तैयार थी। दोनों तरह मुस्लिमों की भीड़ और बीच में हिंदुओं को रखकर खून-खराबे की प्लानिंग की गई।
अज़हर इसाब रानिया ने लिखा था, “मेरा सभी मेवातवासियों से निवेदन है वो 31 जुलाई को मेवात में गाड़ी (डंफर) अपने लिए नहीं मेवात की इज्ज़त को चलाएँ।” मतलब साफ है कि मुस्लिम वाहन चालकों को भी हिंदुओं पर हमले के षड्यंत्र में शामिल होने को उकसाया गया था।
एहसान अदबारया ने फेसबुक पर लिखा था, “अल्लाह हू अकबर… 31 जुलाई दिन सोमवार को देखते हैं।” इस पोस्ट में उसने आगे लिखा था, “तारीख-ए-फिरोजशाह तुगलक में मेव जाति का उल्लेख किया गया है। इसमें बताया गया है कि मेवातियों के डर से दिल्ली के चारों तरफ के दरवाजे बंद थे। हम तैयार हैं।” इस पोस्ट से ऐसा लगता है कि मेवात में मुस्लिमों की भीड़ हिंदुओं को घेरकर उन्हें खत्म करने की प्लानिंग में थी। दिल्ली के चारों तरफ के दरवाजे बंद होने का मतलब शायद बाहर भागने के रास्ते बंद करने और बाहर से किसी प्रकार की आने वाली सहायता को रोक देने से था।
अरबाज खान दहंगल ने मेवात के रास्ते में हिंदू संगठन के काफिले का वीडियो शेयर किया था। साथ में उसने कैप्शन में लिखा था, “नूहं मेवात नल्हड़ बजरंग दल गुंडागर्दी।” इस वीडियो के जरिए अरबाज खान अपने साथियों को हिंदूओं की लोकेशन भेज रहा था।
अरबाज खान दहंगल ने भी मोनू मानेसर का वीडियो शेयर कर धमकी दी थी। उसने लिखा था कि इसका स्वागत नहीं करोगे मेवाती भाई। इसका वेट करना भूल गए।
इसी तरह कुछ अन्य पोस्ट देखने से आपको इस्लामवादियों के ‘ईमान’ का अंदाजा हो जाएगा।
सोशल मीडिया पर सुलग रहा था मेवात, हालात समझने में चूक गई हरियाणा की पुलिस.
नूंह में हिंसा से पहले यात्रा निकालने को लेकर सोशल मीडिया पर दोनों समुदायों में जमकर टकराव हो रहा था. दोनों ओर से चुनौतियां और धमकियां दी जा रही थीं. ऐसे में नूंह से शुरू हुई हिंसा हरियाणा पुलिस पर भी कई सवाल हैं. नूंह में हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं.
हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में सोमवार को धार्मिक यात्रा पर मुसलमानों ने धावा बोल दिया . हिंसा में दो होमगार्ड समेत चार लोगों की मौत हुई है. जबकि 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने थाने से लेकर वाहन, अस्पताल और बाजार भी नहीं छोड़े . सैकड़ों गाड़ियां आग के हवाले कर दी. देखते ही देखते हिंसा सोहना से गुरुग्राम तक फैल गई. हिंसा पर काबू पाने को अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई. चौंकाने वाली बात ये है कि हिंसा के कई दिन पहले से सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों में बहस चल रही थी. चुनौती दी जा रही थी. ऐसे में हरियाणा पुलिस पर भी सवाल हैं कि नूंह जैसे संवेदनशील इलाके में जब ये सब हो रहा था, तब पुलिस क्या कर रही थी?
नूंह में क्यों और कैसे फैली हिंसा?
नूंह में हिंदू हर साल ब्रजमंडल यात्रा निकालते हैं. योजनानुसार मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकली रही थी, तभी यात्रा पर पथराव हो गया. बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कार्यकर्ता भी थे. मोनू मानेसर ने भी वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी. इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि वह खुद भी इस रैली में शामिल होगा. हालांकि, वह यात्रा में नहीं आया, लेकिन गोरक्षक बिट्टू बजरंगी शामिल होने पर तनाव बढ़ा. नूंह में मुसलमानों ने जमकर बवाल काट पथराव किया. देखते ही देखते इलाके में हिंसा फैल गई.
पुलिस भी बनी हिंसा का शिकार
– नूंह में पुलिस बल तक हिंसा पर काबू पाने में कम पड़ गया. ऐसे में गुरुग्राम से मेवात फोर्स भेजा गया. इस बीच हमलावरों ने मेवात से गुरुग्राम जाती पुलिस गाड़ियों पर भी पथराव कर दिया. हमले में पुलिसकर्मी घायल हुए तो वहीं होमगार्ड नीरज (थाना खेड़की दौला) व होमगार्ड गुरसेवक (थाना खेड़की दौला) की मौत हो गई घायल पुलिसकर्मियों का मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
– भीड़ ने नूंह के साइबर थाने पर भी हमला किया. यहां तैनात सिपाही ने बताया कि हजारों की भीड़ थी. थाने के बाहर गाड़ियों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी. भीड़ ने थाने का गेट तोड़ने की कोशिश की, जब नहीं टूटा तो बस से थाने की दीवार तोड़ पथराव किया गया.
दोनों ओर से सोशल मीडिया पर दी जा रही थीं धमकियां
हरियाणा का मेवात-नूंह इलाका गो-तस्करी विवाद में पहले से बेहद संवेदनशील है. हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी शोभायात्रा निकालनी थी. मोनू मानेसर ने लोगों से बजरंग दल की शोभा यात्रा में शामिल होने की अपील की थी।
इस पर मुसलमानों ने गुस्सा जताया था. मोनू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी. सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं, जिनमें न सिर्फ मोनू को आने की चुनौती , बल्कि धमकियां भी दी गई थीं.
विधायक का दावा, विवादित वीडियो की वजह से हिंसा
उधर, नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद मुसलमानों के उकसाऊ वीडियो पर मिट्टी डालने को मानेसर और बिट्टू के वीडियो को विवादित बता उन्ही को उकसाऊ बता रहा है। यहां यात्रा पहले भी निकलती थी और सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों समाज के लोग शामिल होते थे. पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से नाकाम रहा. हिंसक घटनाओं की न्यायिक जांच होनी चाहिए.
हिंसा को लेकर पुलिस पर उठ रहे ये सवाल
– नूंह जैसे संवेदनशील इलाके में शोभायात्रा की अनुमति क्यों दी गई?
– अगर शोभायात्रा को अनुमति थी, तो क्या सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे?
– शोभायात्रा को लेकर धमकियां दी जा रही थीं, तो पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की?
– हत्यारोपित मोनू मानेसर खुलेआम वीडियो डालता है,,फिर भी पुलिस उसे गिरफ्तार क्यों नहीं कर पा रही?
हरियाणा में अब तक क्या क्या हुआ?
– हरियाणा के मेवात-नूंह में धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा हुई. पथराव किया गया. वाहन आग के हवाले कर दिये गये. इतना ही नहीं उपद्रवियों ने थाने से लेकर अस्पताल और दुकानों पर भी हमला किया। एक मंदिर में सैकड़ों लोगों को भीड़ ने बंधक बना लिया. पुलिस ने सभी को आजाद कराया.
– नूंह के बाद हिंसा की आग सोहना, फरीदाबाद से गुरुग्राम तक फैली. ,फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में धारा 144 . स्कूल बंद.
– नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 5 की मौत. 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी .नूंह में कर्फ्यू. इंटरनेट बंद . अर्धसैनिक बलों की 20 टुकड़ियां तैनात.
– नूंह में अब स्थिति काबू में . हिंसा की नई घटना नहीं .
– पड़ोसी हरियाणा में हिंसा देखते हुए राजस्थान का भरतपुर अलर्ट पर . यहां इंटरनेट बंद .
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