बिजली चोरी को समर्थन है कांग्रेस का स्मार्ट मीटर विरोध:खजान दास

कांग्रेस का स्मार्ट बिजली मीटर का विरोध बिजली चोरी को समर्थन: खजान दास

देहरादून 16 फरवरी। भाजपा ने कांग्रेस पर बिजली चोरों के संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर  विरोध निहित स्वार्थ प्रायोजित है।
प्रदेश प्रवक्ता और राजपुर विधायक खजान दास ने कहा कि देश भर में इस नई तकनीक से हो रही बिजली बचत से उपभोक्ताओं को लाभ मिल रहा है। स्वयं कांग्रेस शासित राज्य भी इसका लाभ उठा रहे हैं, लेकिन राज्य में इसका विरोध कर कांग्रेस नेता जनसामान्य और प्रदेश दोनों का नुकसान करना चाहते हैं। धामी सरकार के अपने घरों और कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत के बाद, जनता प्रधानमंत्री  मोदी के इस निर्णय के पूरी तरह साथ है।

खजान दास ने बयान जारी कर कहा कि विद्युत स्मार्ट मीटर पर भ्रम फैलाकर, काँग्रेस पार्टी अपने राजनैतिक हित के लिए जनसामान्य का अहित कर रही है।  वह अनावश्यक रूप से स्मार्ट मीटरों के लगाए जाने का विरोध कर रही है। देश में जारी इस सकारात्मक तकनीकी पहल के प्रति कांग्रेस लगातार दुष्प्रचार कर राज्य की जनता को गुमराह कर रही है । इस मीटर से उपभोक्ताओं को रियल टाइम में मोबाइल ऐप पर अपनी बिजली की खपत का पता लग सकेगा, जिससे बिजली के सदुपयोग को बढ़ावा मिलेगा। इसमें उपभोक्ताओं को मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल माध्यमों से रिचार्ज की सुविधा मिल सकेगी। वहीं राज्य में प्रीपेड टैरिफ़ के अंतर्गत घरेलू उपभोक्ताओं को 4 प्रतिशत तथा अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को 3 प्रतिशत की छूट भी अनुमन्य है। इसी तरह स्मार्ट मीटरों के लगने से बिलिंग आदि में त्रुटि की समस्याएं भी खत्म होंगी एवं नवीन तकनीक का लाभ उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा के रूप में प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि अब तो सरकार सभी भ्रम दूर करने को मीटर लगाने की शुरुआत अब अपने कार्यालय एवं आवासों से कर रहे हैं। यह कार्य, केंद्र पोषित आरडीएसएस योजना के अंतर्गत किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत देश भर में अब तक 19.78 करोड़ स्मार्ट मीटरों को लगाए की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसके सापेक्ष 88.98 लाख स्मार्ट मीटरों की स्थापना की जा चुकी है। देश के विभिन्न राज्यों में बिजली उपभोक्ताओं के मीटर को स्मार्ट किया जा रहा है जिसमें हमारे आसपास ही जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल आदि तमाम राज्यों में लगातार तीव्र गति से ये नए मीटर लगाए जा रहे हैं।

उन्होंने कांग्रेस नेताओं को दर्पण दिखाते हुए कहा कि काँग्रेस शासित पड़ोसी राज्य, हिमाचल प्रदेश में भी लगभग 28 लाख उपभोक्ता परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाना प्रस्तावित है जिसमें से अब तक लगभग 9 लाख 19 हजार स्मार्ट मीटरों का कार्य आवंटित किया गया है। उसमें से 1 लाख 26 हजार उपभोक्ताओ के घर स्मार्ट मीटर लगा भी दिए गए है। कांग्रेस शासित कर्नाटक भी इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में बढ़चढ़कर भाग ले रहा है.  ऐसे में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का यह विरोध, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीति प्रेरित है। उन्होंने कहा कि दअरसल ये लोग नहीं चाहते कि उपभोक्ताओं को बिजली बचत से लाभ मिले। वहीं, बिजली चोरों का संरक्षण कर प्रदेश को हो रहे आर्थिक नुकसान को जारी रखना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी राज्य निर्माण से लेकर हमेशा विकास विरोधी रही है। स्मार्ट मीटर का विरोध और उस पर झूठ फैलाना उनकी इसी रणनीति का हिस्सा है। लेकिन जनता प्रधानमंत्री   मोदी के इस निर्णय में मुख्यमंत्री धामी के साथ है और प्रदेश और विकास के सभी कार्यों में एकजुटता से साथ है।

 

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