जनमत संग्रह के बाद आयेगा ऋषिकेश नगर निगम में भगवे का प्रस्ताव
Rishikesh Nagar Nigam Board Meeting: बैठक में महापौर ने ऑरेंज सिटी प्रस्ताव लिया वापस
बैठक में महापौर ने ऑरेंज सिटी प्रस्ताव लिया वापस, कही ये बात।
नगर निगम बोर्ड की बैठक में एक सप्ताह पूर्व लाए गए ऑरेंज सिटी यानी भगवा शहर संबंधी प्रस्ताव को महापौर ने वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि वह इस प्रस्ताव पर जनमत संग्रह किया जाएगा और छह महीने बाद फिर से बोर्ड की बैठक में लाया जाएगा।
ऋषिकेश 21 मार्च।: नगर निगम बोर्ड की बैठक में एक सप्ताह पूर्व लाए गए ऑरेंज सिटी यानी भगवा शहर संबंधी प्रस्ताव को महापौर ने वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि वह इस प्रस्ताव पर जनमत संग्रह किया जाएगा और छह महीने बाद फिर से बोर्ड की बैठक में लाया जाएगा।
नगर निगम सभागार में बीते सोमवार को बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष के बजट सहित कुल 52 प्रस्तावों पर चर्चा होनी थी। एजेंडे में दूसरा प्रस्ताव महापौर अनीता ममगाईं का शामिल था। जिसमें उन्होंने तीर्थ नगरी की पहचान के अनुरूप ऑरेंज सिटी बनाने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव के विरोध में भाजपा के ही 15 पार्षद खड़े हो गए थे। इन्होंने इस प्रस्ताव की आड़ में महापौर पर राजनीति करने और नगर निगम व व्यापारियों पर आर्थिक बोझ डालने का आरोप लगाया था। इनके साथ कांग्रेस के पार्षद भी बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर चले गए थे। जिस पर बैठक स्थगित कर दी गई। हालांकि महापौर ने यह स्पष्ट किया था कि ऑरेंज सिटी प्रस्ताव पूरी तरह से स्वैच्छिक है। स्थगित बैठक को पूर्व में ही रविवार को आहूत करने का निर्णय ले लिया गया था।
नगर निगम सभागार में रविवार को बैठक निश्चित समय पर शुरू हुई। बैठक आरंभ होते ही अध्यक्षता कर रही महापौर ने कहा कि वह अपने ऑरेंज सिटी संबंधी प्रस्ताव को वापस ले रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस मामले में जनमत संग्रह कराएंगी और छह महीने बाद फिर से प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में लाया जाएगा। सदन में मौजूद पार्षदों ने इस पर अपनी सहमति जताई, इसके बाद इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया।
नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अनुमानित बजट 48 करोड़ 44 लाख 26 हजार 414 रुपया का प्रस्ताव रखा। जिस पर आवश्यक चर्चा के बाद बजट प्रस्ताव को पारित कर दिया गया। एक सप्ताह पूर्व बोर्ड की बैठक का बहिष्कार करके गए भाजपा के 15 में से 13 पार्षद बैठक में शामिल नहीं हुए।
बोर्ड की बैठक में छाया भगवा
नगर निगम बोर्ड की बैठक में भले ही ऋषिकेश को ऑरेंज सिटी बनाने का प्रस्ताव पारित ना हो पाया हो, किंतु रविवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में भगवे का असर पूरी तरह नजर आया। सिख समाज से आने वाले पार्षद गुरविंदर सिंह और अजीत सिंह गोल्डी ने केसरिया पगड़ी बांधी थी। भाजपा के ही पार्षद विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा भी केसरिया पगड़ी पहन कर आए। महापौर सहित महिला पार्षदों ने केसरिया दुपट्टा धारण किया हुआ था।
महापौर ने अपनी केसरिया पगड़ी कांग्रेस पार्षद को पहनाई
नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं स्वयं केसरिया पगड़ी पहन कर सभागार में पहुंची। उन्होंने अपनी पगड़ी कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद देवेंद्र प्रजापति को पहना दी। उन्होंने भी इसे सहर्ष स्वीकार किया। पार्षद देवेंद्र प्रजापति का कहना था कि भगवा या केसरिया किसी दल की बपौती नहीं है। हम सनातनी हैं, संविधान ने हमें स्वतंत्रता का अधिकार दिया है। यदि इस तरह का प्रस्ताव जनता पर थोपा जाता है तो यह जनता की संविधान द्वारा प्रदत स्वतंत्रता के अधिकार का हनन होगा। इसलिए यह कार्य स्वेच्छा पर छोड़ देना चाहिए।