परेड ग्राउंड पर स्मार्ट सिटी के काम हों समायोजित और उच्च गुणवत्तापूर्ण
देहरादून 21 जनवरी । मेयर सुनील उनियाल गामा ने परेड ग्राउंड में 26 जनवरी को हो रही गणतंत्र दिवस की परेड से पूर्व विधायक खजान दास के साथ परेड ग्राउंड में स्मार्ट सिटी के चल रहे निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया।
जिस मंतव्य से देहरादून स्मार्ट सिटी का गठन हुआ था उसके अनुरूप उक्त योजना के अंतर्गत परेड ग्राउंड का पुनर्निर्माण आकार ले रहा है।इस मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा ने उपस्थित अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता युक्त कार्य एवं समायोजित कार्य निष्पादन हेतु निर्देशित किया।
स्मार्ट सिटी है क्या? क्या हो गया,क्या रहा बाकी
दून में स्मार्ट सिटी का स्वप्न धरातल पर उतरने लगा
दून ने स्मार्ट सिटी का जो ख्वाब देखा था वह धरातल पर उतरने लगा है। अच्छी बात यह है कि अधिकतर कार्य इस साल आरंभ किए हैं। बीते साल में स्मार्ट दून की परिकल्पना की तरफ कदम बढ़ाए गए तो नए साल में कदम मंजिल को हासिल कर लेंगे।
दून में स्मार्ट सिटी का सपना धरातल पर उतरने लगा है। अच्छी बात यह कि अधिकतर कार्य इस साल आरंभ हो चुके । गत वर्ष स्मार्ट दून की परिकल्पना की तरफ कदम बढ़े, तो नए साल में ये कदम लक्ष्य हासिल होंगे। अब तक की उपलब्धियों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जैसा सर्वगुण संपन्न कंट्रोल रूम दून के हिस्से आ चुका है। स्मार्ट शौचालय से लेकर स्मार्ट स्कूल व वाटर एटीएम भी दून के हिस्से आए हैं। वहीं,स्मार्ट सिटी में गत वर्ष पलटन बाजार में पैदल पथ विकास,स्मार्ट रोड,पेयजल व सीवर संबंधी कार्य,दून लाइब्रेरी, परेड ग्राउंड का जीर्णोद्धार जैसे कार्य गति पकड़ चुके थे। आशा है कि साल के अंत तक अधिकतर कार्य पूरे भी हो जाएंगे। वहीं,नए साल पर इंटीग्रेटेड ग्रीन बिल्डिंग कार्य शुरू हो जाएगा और स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसें भी राजधानी में दौडऩे लगेंगी।
नए साल में ये कार्य होंगे पूरे
पलटन बाजार में पथ आदि विकास कार्य
कार्य: घंटाघर से दर्शनीगेट तक के 1250 मीटर भाग पर दोनों तरफ नाली निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही बीचोंबीच सर्विस डक्ट डाली जाएगी और फिर सड़क पर टाइल्स बिछेगी।
लागत, 13.81 करोड़ रुपये।
प्रगति: 600 मीटर से अधिक भाग पर नाली बनाई जा चुकी और डक्ट के लिए खुदाई हो चुकी।
काम पूरा करने का लक्ष्य: दिसंबर 2021
स्मार्ट रोड
कार्य: हरिद्वार रोड (प्रिंस चौक से आराघर के बीच करीब 1.5 किमी),ईसी रोड (आराघर से बहल चौक के बीच 2.9 किमी),राजपुर रोड (घंटाघर से दिलाराम बाजार के बीच 1.8 किमी),चकराता रोड (घंटाघर से किशननगर चौक के बीच 1.9 किमी) पर सीवर लाइन बिछाकर सर्विस डक्ट डाली जाएगी।
प्रगति: चकराता रोड छोड़ बाकी सड़कों के 80 प्रतिशत भाग पर सीवर लाइन बिछ चुकी। बहल चौक से नैनी बेकरी के बीच के 750 मीटर के भाग पर सर्विस डक्ट का काम चल रहा है।
लागत, 203.23 करोड़ रुपये।
कार्य पूरा करने का लक्ष्य: वर्ष 2022 के मध्य तक।
सीवरेज सिस्टम
कार्य: स्मार्ट रोड के अलावा पहले से बिछाई गई सीवर की मुख्य लाइन तक के सड़कों के हिस्सों पर सीवर लाइन बिछाई जाएगी। स्मार्ट रोड के अतिरिक्त वाला भाग धर्मपुर, माता मंदिर रोड से बाईपास रोड तक व दूसरी तरफ सर्वे चौक, कॉन्वेंट रोड, पंत मार्केट, प्रिंस चौक, सहारनपुर रोड से मातावाला बाग के पास तक रहेगा।
कार्य की लागत, 30.30 करोड़ रुपये।
प्रगति: 40 प्रतिशत भाग पर सीवर लाइन बिछ चुकी है।
पेयजल व्यवस्था
कार्य: परेड ग्राउंड से नेहरू कॉलोनी तक पेयजल लाइन बिछाई गई है। मुख्य लाइन से विभिन्न क्षेत्रों में आपूर्ति की लाइन बिछाई जानी है।
प्रगति: कुल 40 किलोमीटर भाग के सापेक्ष 80 फीसद हिस्से पर लाइन बिछ चुकी है।
कार्य की लागत, 26.50 करोड़ रुपये।
कार्य पूरा करने का लक्ष्य: नवंबर 2021
परेड ग्राउंड का जीर्णोद्धार
कार्य: परेड ग्राउंड व गांधी पार्क को आपस में जोड़कर विभिन्न नागरिक सुविधाओं का विकास किया जाना है। ताकि यहां शहरवासी सैर कर सकें। कार्य के तहत कनक चौक से लैंसडौन चौक के बीच की सड़क को बंद कर दिया जाएगा।
कार्य की प्रगति: परेडग्राउंड के इर्द-गिर्द करीब 700 मीटर भाग पर नाली निर्माण पूरा हो चुका । वर्षा जल संग्रहण टैंक व वीआइपी स्टेज का निर्माण होने को है।
लागत, 21.19 करोड़ रुपये।
कार्य पूरा करने का लक्ष्य: दिसंबर 2021
आई पहली स्मार्ट इलेक्ट्रिक बस, 30 बसों का होगा संचालन
नए साल पर स्मार्ट सिटी परियोजना में दून में 30 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। बस का स्वरूप कैसा होगा,इसके लिए प्रोटोटाइप बस दून में पहुंच चुकी है और इसके तमाम ट्रायल सफल भी हुए हैं। बस को एक बार चार्ज करने पर 150 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इसमें 26 सीट हैं और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए व्हीलचेयर के साथ हाइड्रोलिक रैंप भी हैं। बस में ड्राइवर इंफॉर्मेशन सिस्टम के साथ इमरजेंसी बटन, मोबाइल चार्जिंग सिस्टम समेत कई सुविधाएं हैं।
गुणवत्ता को स्मार्ट सिटी के कार्यों का थर्ड पार्टी ऑडिट
स्मार्ट सिटी के सभी कार्य उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने को थर्ड पार्टी ऑडिट भी कराया जा रहा है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऑडिट टीम को पूरा सहयोग दिया जाएगा।
दून के 206 ट्यूबवेल बनेंगे स्मार्ट, बचेगी बिजली
नए साल में दून में अक्षम पेयजल व्यवस्था से मुक्ति मिलने की आशा है। दून के 206 ट्यूबवेलों को स्मार्ट बनाने का काम हो गया है। इसके लिए डेफ्थ सेंसर लगाने का पहला बोरिंग जल संस्थान के पथरी बाग पंपिंग स्टेशन में शुरू किया है। स्काडा परियोजना में इस पर कुल 25.06 करोड़ रुपये लागत आएगी।
स्मार्ट सिटी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिन ट्यूबवेल में डेफ्थ सेंसर नहीं लगे,वहां बोरिंग कराया जायेगा। ऐसे 85 ट्यूबवेल चिन्हित हैं। इसके साथ ही शहर के ट्यूबवेल में फ्लो मीटर,एनर्जी एफिशिएंट पंप व मीटर भी लगाए जाएंगे,ताकि न्यूनतम 10- 15 प्रतिशत बिजली बच सके। साथ ही पानी के फ्लो की भी मॉनिटरिंग होगी। परियोजना में 70 ओवरहेड टैंक भी निर्मित होंगी । परियोजना का निर्माता कंपनी 10 साल तक इसका रखरखाव भी करेगी।
3.5 से चार करोड़ रुपये तक की बिजली बचेगी
वर्तमान ट्यूबवेल की पंपिंग सिस्टम को बदलकर पावर एफिशिएंट सिस्टम लगाए जाएंगे। बताया जा रहा है कि इस समय पेयजल आपूर्ति पर अच्छी खासी बिजली खर्च होती है और बिल भी 35 करोड़ रुपये के आसपास रहता है। स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि नई व्यवस्था में 3.5 से चार करोड़ रुपये तक की बिजली आसानी से बचेगी । राशि के अलावा इस बिजली का प्रयोग अन्य क्षेत्रों में किया जा सकेगा और पावर कट में भी कुछ कमी आ पाएगी।
6400 घरों में लगेंगे स्मार्ट मीटर
स्मार्ट सिटी की ही पेयजल सुदृढ़ीकरण की दूसरी योजना में 6400 घर स्मार्ट मीटर से जोड़े जाएगें। स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि यह घर को जोडऩे वाली मुख्य लाइन पर ही लगेगा, ताकि जितना पानी घर में पहुंचे, उतना ही बिल आए। साथ ही बिल बनाने को संबंधित कार्मिक को घर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। कुछ मीटर की दूरी से ही रीडिंग मशीन बिल जारी कर देगी।
आइटी में दक्ष होंगे कार्मिक, स्मार्ट सिटी दे रही प्रशिक्षण
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शहर की निगरानी व्यवस्था सुदृढ़ करने के साथ कार्मिकों को डिजिटल कार्य दक्ष बना रहा है। अब सरकारी कामकाज में डिजिटल प्रक्रिया का अधिकाधिक प्रयोग किया जाने लगा है। इसके लिए सरकारी कार्मिकों का डिजिटल या ऑनलाइन काम करने में दक्ष होना जरूरी है। अभी भी ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित कई कार्यों में कार्मिक अक्षम नजर आते हैं। इसी अंतर को दूर करने को देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ के माध्यम से कार्मिक प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। प्रशिक्षण में पुलिस, जल संस्थान, पेयजल निगम, एमडीडीए, परिवहन विभाग व नगर निगम कार्मिकों को शामिल किया जा रहा है। बीते साल प्रशिक्षण की शुरुआत हुई, नए साल में कार्मिकों की दक्षता भी सामने आने लगेगी।
डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव को दोबारा जिम्मेदारी का मिला लाभ
देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव की देखरेख में स्मार्ट सिटी के कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। इसीलिए सरकार ने स्मार्ट सिटी कंपनी की जिम्मेदारी उन्हें दोबारा सौंपी। डॉक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि स्मार्ट सिटी का सफर लंबा है, मगर मजबूत शुरुआत की जा चुकी है। प्रयास है कि नए सा सभी कार्य शुरू हो और अधिकतर पूरा भी कर लिए जाए। सभी कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और अधिकारियों को निर्देश हैं कि काम की गति किसी भी दशा में मंद नहीं पडें।