ग्लोबल वार्मिंग का समाधान बताने वाले तीन वैज्ञानिकों को भौतिकी का नोबेल
भौतिकी के नोबेल का ऐलान:ग्लोबल वॉर्मिंग से निपटने का रास्ता बताने वाले 3 वैज्ञानिकों को मिला फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार
स्टाकहोम 05 अक्तूबर। भौतिकी में नोबेल प्राइज जीतने वाले 2021 के वैज्ञानिकों के नाम की घोषणा हो गई है। यह पुरस्कार इस साल 3 वैज्ञानिकों को मिला है। इनका नाम स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस हैसलमैन और जियोर्जियो पेरिसिक है। इसमें स्यूकुरो मानेबे और क्लॉस हैसलमैन ने पृथ्वी में जलवायु का फिजिकल मॉडल तैयार किया। इससे तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन पर नजर रखी जा सकती है। वहीं, जियोर्जियो पेरिसिक ने अणुओं से ग्रहों तक फिजिकल सिस्टम में होने वाले बदलाव को दिखाया।
द रॉयल स्वीडिश एकेडमी यह पुरस्कार नए अविष्कारों को बढ़ावा देने के लिए देती है। 2020 में फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के वैज्ञानिक आंड्रेया घेज, जर्मनी के रिनार्ड गेनजेल और ब्रिटेन के रोजर पेनरोज को दिया गया था। इन सभी ने ब्लैक होल पर रिसर्च की थी।
एक दिन पहले चिकित्सा के नोबेल का ऐलान हुआ
इससे पहले अमेरिका के डेविड जूलियस और आर्डम पाटापोशियन को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया। उन्हें यह पुरस्कार तापमान और स्पर्श को महसूस करने वाले रिसेप्टर्स की खोज के लिए मिला।
आर्डम पाटापोशियन स्क्रिप्स रिसर्च, कैलिफोर्निया में प्रोफेसर हैं। इससे पहले वह कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन फ्रांसिस्को और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में रिसर्च कर चुके हैं। डेविड जूलियस का जन्म साल 1955 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ, उन्होंने 1984 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से पीएचडी की डिग्री हासिल की है।
इस हफ्ते दिए जाएंगे दूसरे नोबेल प्राइज
6 अक्टूबर- केमिस्ट्री का नोबेल
7 अक्टूबर- साहित्य का नोबेल
8 अक्टूबर- नोबेल शांति पुरस्कार
11 अक्टूबर- अर्थशास्त्र का नोबेल
100 साल से भी पुराना है नोबेल
1901 से दिए जा रहे इस पुरस्कार को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज देती है। इसमें करीब 10 मिलियन स्वीडिश क्राउन यानी 8.5 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है। डायनामाइट के आविष्कारक और बिजनेसमैन अल्फ्रेड नोबेल ने इस पुरस्कार की शुरुआत थी।
अल्फ्रेड ने विज्ञान, साहित्य और शांति में उपलब्धियों के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को बनाया। पुरस्कार की राशि अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी गई वसीयत से आती है। 1969 में पहली बार अर्थशास्त्र का नोबेल दिया गया था।