प्रधानमंत्री ने किया गरुड़ एयरोस्पेस किसान ड्रोन निर्माण सुविधाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने किया गरुड़ एयरोस्पेस किसान ड्रोन निर्माण सुविधाओं का उद्घाटन और 100 भारतीय गांवों में किसान ड्रोन यात्रा का शुभारंभ
चैन्नई /मानेसर 20 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मेक इन इंडिया ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस की सुविधाओं का एक साथ दो स्थानों चेन्नई और मानेसर पर उद्घाटन किया। इस अद्वितीय और अभिनव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कमांड सेंटर से एक बटन दबाया, जिसके परिणामस्वरूप 100 गांवों में एक साथ 16 अलग-अलग राज्यों में कृषि छिड़काव अभियान शुरू करते हुए प्रगतिशील भारत के 75 साल पूरे होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव का जश्न मनाने के लिए 100 किसान ड्रोनों ने एक साथ उड़ान भरी।
डेफसिस सॉल्यूशंस के साथ रणनीतिक साझेदारी में स्थापित गुड़गांव में गरुड़ की 110,000 वर्ग फुट की विनिर्माण सुविधा उन्नत डिजाइन और प्रोटोटाइप परीक्षण क्षमताओं से लैस है। 2.5 एकड़ की सुविधा ड्रोन सॉफ्टवेयर डिजाइन, हार्डवेयर स्ट्रक्चरल टेस्टिंग, टाइप सर्टिफिकेशन और प्रति दिन 40 ड्रोन की निर्माण क्षमता का केंद्र है।
ध्यान रहे, इस सुविधा में रक्षा मंत्रालय से मिले 33 एंटी ड्रोन सिस्टम खरीद आदेश पूरा करने को निर्माण किया जा रहा है। गरुड़ का प्रस्तावित चेन्नई प्लांट 20 एकड़ में है जहां प्रति दिन 100 ड्रोन की बड़ी निर्माण क्षमता और अगले 2 वर्षों में 1,00,000 किसान ड्रोन के निर्माण की योजना है। यह साइट प्रस्तावित आरपीटीओ (रिमोट पायलट ट्रेनिंग) सुविधा से लैस है जिसका उद्देश्य इच्छुक ड्रोन पायलटों को प्रशिक्षित करना है। 100 से अधिक छात्रों और इच्छुक ड्रोन पायलटों ने अग्नि कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, ओएमआर, चेन्नई में कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दो वर्षों में स्टार्टअप के अभूतपूर्व विकास के लिए गरुड़ एयरोस्पेस की सराहना की और ड्रोन क्षेत्र में अधिक युवाओं को प्रोत्साहित किया, उनका मानना है कि यह निकट भविष्य में आसमान छूने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – “2021 में ड्रोन नियमों को उदार बनाने के बाद, सरकार लगातार ड्रोन शक्ति पर प्रमुख नीतिगत निर्णयों और विदेशी ड्रोन के आयात पर प्रतिबंध लगाने के साथ आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहित कर रही है”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “गरुड़ एयरोस्पेस का इरादा 1,00,000 मेक इन इंडिया ड्रोन बनाने और अगले दो वर्षों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 2.5 लाख कुशल युवाओं को रोजगार देने का है क्योंकि ड्रोन न केवल रोजगार प्रदान करेंगे बल्कि कृषि, सर्वेक्षण, निगरानी और उद्योग 4.0 उन्नयन जैसे कई क्षेत्रों को बाधित करने के लिए भी तैयार हैं।”
गरुड़ एयरोस्पेस के संस्थापक सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था कि मैंने ड्रोन का उपयोग करके सबसे नवीन वर्चुअल लॉन्च का आयोजन किया और इससे भी ज्यादा खास यह था कि यह भारत के रोल मॉडल और मेरे हीरो मोदी जी की उपस्थिति में किया गया था।”
उन्होंने यह कहते हुए अपने संबोधन का समापन किया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुरू की गई हमारी ड्रोन सुविधाएं गरुड़ के विजन को भारत का पहला ड्रोन यूनिकॉर्न स्टार्टअप बनने के लिए प्रेरित करती है जो 2025 तक 6 लाख ड्रोन बना सकती है और भारत के प्रत्येक गांव में 1 ड्रोन तैनात कर सकती है!”