मोदी की दिवाली नौशेरा के शेर फौजियों के बीच, अपनत्व के अलावा सरकार के रक्षा नीति भी बताई

मोदी ने फौजियों के साथ मनाई दिवाली: जम्मू-कश्मीर में PM ने कहा- सेना ही मेरा परिवार, नौशेरा के शेरों के साहस को नमन

नई दिल्ली 04 नवंबर।हर साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दिवाली सुरक्षाबलों के साथ ही मना रहे हैं। प्रधानमंत्री आज राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर पहुंचे। यहां उन्होंने सैनिकों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उन्हें मिठाई भी खिलाई। इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहां देश के 130 करोड़ लोगों का आशीर्वाद लेकर आया हूं।

मोदी ने कहा, “मैं यहां प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के तौर पर आया हूं। आपका जो भाव अपने परिवार में जाकर होता है, वही मुझे अनुभव हो रहा है। मैंने हर दिवाली सीमा पर तैनात आप लोगों के बीच मनाने का संकल्प लिया। आज मैं यहां से नई उमंग और नया विश्वास लेकर जाऊंगा। आज शाम हिंदुस्तान का हर नागरिक दिवाली पर एक दीया आपके पराक्रम, शौर्य, त्याग और तपस्या के नाम लगाएंगे।”

‘आप मां भारती का जीता जागता कवच हैं’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको जो सौभाग्य मां की सेवा का मिला है, आपके चेहरे के उन मजबूत भाव को देख रहा हूं। आपका यही संकल्प पराक्रम करने की पराकाष्ठा, हिमालय हो, गहरी खाई हो, ऊंची चोटियां हों… वहां आप मां भारती का जीता जागता कवच हैं। आपके सामर्थ्य से देश में एक निश्चिंतता होती है। आपके पराक्रम की वजह से हमारे पर्वों में चार-चांद लग जाते हैं। दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा, छठ पूजा की भी आप सभी देशवासियों को शुभकानाएं देता हूं।

PM नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
PM नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
‘आज रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आ रही’
मोदी ने कहा कि पहले हाल ये था कि जरूरत पड़ने पर जल्दबाजी में हथियार खरीदे जाते थे। आज रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आ रही है। भारत ने यह तय किया है कि अब 200 से ज्यादा हथियार, साजो-सामान देश के भीतर ही खरीदे जाएंगे। ऐसे और भी कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं। इससे डिफेंस सेक्टर मजबूत होगा। यह भारत के सामर्थ्य को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अपनी तैयारियों को दुनिया में हो रहे तेज परिवर्तन के साथ ढालना होगा। पहले हाथी, घोड़े से लड़ाइयां होती थीं, लेकिन आज की युद्ध कला काफी बदल गई है। तकनीक के विकास से बड़ा परिवर्तन आया है। इसे देखते हुए हमने भी कई नए बदलाव किए हैं।

‘नौशेरा के शेरों ने हमेशा दुश्मनों को करारा जवाब दिया’
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं नौशेरा की धरती पर उतरा तो एक अलग ही रोमांच से मेरा मन भर गया। यहां का वर्तमान आप जैसे वीर जवानों के साहस का जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि नौशेरा के शेरों ने हमेशा दुश्मनों को करारा जवाब दिया है। हर साजिश को नाकाम किया है। सर्जिकल स्ट्राइक में नौशेरा की अहम भूमिका रही है। जवानों ने नौशेरा की धरती पर वीरता की कई गाथाएं लिखी हैं।

PM नरेंद्र मोदी ने नौशेरा में दिग्गजों का सम्मान किया और उनसे बातचीत की।

‘नारी शक्ति को और ज्यादा मजबूत किया जा रहा’

मोदी ने कहा कि नारी शक्ति को और ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। नेवी और एयरफोर्स में अग्रिम मोर्चे पर तैनाती के बाद आर्मी में भी महिला शक्ति का विस्तार हो रहा है। बेटियों के लिए कई मिलिट्री संस्थानों के दरवाजे खोले गए हैं। देश की बेटियां डिफेंस में अपना योगदान के लिए उत्साहित हैं।

PM मोदी ने कहा, “आपके लिए सेना में आना कोई नौकरी नहीं है। बल्कि यह साधना है। आप मां भारती की साधना कर रहे हैं। हमें अपनी जन्मभूमि के लिए ही जीना है। हमारी उदार भावना हमें दूसरों से अलग बनाती हैं। भारत पहले भी अमर था, आज भी अमर है और हजारों साल बाद भी अमर रहेगा।”

आम नागरिक की तरह दिल्ली से निकले PM मोदी
PM मोदी का काफिला जब दिल्ली से निकला तो राजधानी की सड़कों पर असामान्य नजारा देखने को मिला। यहां से कम सुरक्षा और बिना किसी ट्रैफिक रिस्ट्रिक्शन के मोदी का काफिला गुजरता दिखाई दिया। मोदी आज सुबह जब अपने आवास से निकले, तो सुरक्षा के बहुत ज्यादा इंतजाम नहीं थे। इस दौरान यातायात में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया, ताकि लोगों को असुविधा नहीं हो।

जवानों के साथ उल्लास का पर्व

प्रधानमंत्री लगभग हर साल दिवाली मनाने के लिए जवानों के बीच पहुंचते हैं। कुछ साल पहले उन्होंने कहा था- हमारी सरहदों पर तैनात जवान हमें महफूज रखते हैं और उनकी वजह से ही हम त्योहार मना पाते हैं। PM जवानों के बीच पहुंचते हैं। उन्हें मिठाइयां खिलाते हैं और हालचाल पूछते हैं।

मोदी जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और राजस्थान में भी जवानों के साथ दिवाली मना चुके हैं। पांच साल पहले वे उत्तराखंड के चमोली जिले पहुंचे थे और वहां तैनात भारतीय तिब्बती सीमा पुलिस (ITBP) के साथ दिवाली मनाई थी। 2017 में वे गुरेज सेक्टर पहुंचे थे। 2018 में वे उत्तराखंड पहुंचे थे।

पिछली दिवाली लोंगेवाला पोस्ट पर

प्रधानमंत्री पिछले साल राजस्थान के जैसलमेर जिले पहुंचे थे। यहां के लोंगेवाला पोस्ट पर उन्होंने सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। 40 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा था – सीमाओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चीन और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि किसी ने आजमाने की कोशिश की तो प्रचंड जवाब मिलेगा। किसी एक पोस्ट का नाम अगर देश को और पीढ़ियों को याद होगा तो वह लोंगेवाला पोस्ट है। यहां गर्मियों में पारा 50 डिग्री, तो सर्दियों में शून्य पर पहुंच जाता है। सर्दियों में आप एक-दूसरे का चेहरा नहीं देख पाते। लोंगेवाला का नाम लेते ही मन की गहराई से आवाज आती है- जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल। लोंगेवाला की इस पोस्ट से देश की नजरें आप पर हैं।

2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में सैनिकों के साथ दिवाली मनाते रहे हैं।

7 सालों में मोदी ने कहां मनाई दिवाली?

2020: लोंगेवाला पोस्ट। यह राजस्थान के जैसलमेर जिले के करीब स्थित है।

2019: मोदी जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए पहुंचे थे। कहा था- युद्ध हो या घुसपैठ हो, इस क्षेत्र को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यह जगह हमेशा उन परेशानियों से निकल आती है। यह ऐसा क्षेत्र है, जिसने कभी हार नहीं देखी।


2018: प्रधानमंत्री दिवाली के मौके पर उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे। यहां उन्होंने चीन बॉर्डर के पास हरसिल गांव के केंट इलाके में भारतीय सशस्त्र बल और ITBP के जवानों से मुलाकात की थी। यहां कहा था- बर्फीले इलाके में आपका ड्यूटी के लिए समर्पण देश को मजबूती प्रदान करता है। आपके चलते ही सवा सौ करोड़ लोगों के सपने सुरक्षित हैं।


2017: इस साल मोदी ने दिवाली का जश्न जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सैनिकों के साथ मनाया।

2016: मोदी ने हिमाचल प्रदेश से लगे चीन बॉर्डर के पास इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों के साथ दिवाली मनाई।


2015: मोदी ने अमृतसर (पंजाब) बॉर्डर पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।


2014: मोदी ने सियाचिन में जवानों के बीच दिवाली मनाई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *