मोदी का पहला पॉडकास्ट व: गोधरा पर भावनायें रखी काबू
PM Modi Talks About 2002 Godhra Riots How Gujarat Cm Took Risks To Reach There First Podcast
2002 के गोधरा दंगों पर खुलकर बोले प्रधानमंत्री मोदी, पहले पॉडकास्ट में जानिए क्या-क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पॉडकास्ट में 2002 के गोधरा कांड पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मन व्यथित था परंतु मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने अपनी भावनाओं से ऊपर उठकर कार्य किया। 2008 में गुजरात में सीरियल बम धमाकों के समय भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट ने 2002 गोधरा कांड पर खुलकर की बात
‘ट्रेन में आग लगाई गई थी, सूचना मिलते ही मैंने गोधरा जाने का फैसला लिया’
गोधरा के दृश्य देखकर उस समय मुख्यमंत्री होने के नाते भावनाओं पर काबू रखा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2002 के गोधरा कांड और 2008 में हुए गुजरात सीरियल बम धमाकों के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे मैंने भावनाओं से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री के रूप में अपना कर्तव्य निभाया। साथ ही गोधरा जाने और अस्पतालों का दौरा करने के लिए गए जोखिमों का भी उन्होंने जिक्र किया। पीएम मोदी ने निखिल कामथ के साथ एक पॉडकास्ट में 2002 गोधरा कांड पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि 2002 में गोधरा में हुई हिंसा को देखकर मन बहुत दुखी हुआ। हालांकि, गुजरात के मुख्यमंत्री होने के नाते मैंने अपनी भावनाओं पर काबू रखा।
गोधरा कांड पर खुलकर बोले पीएम मोदी
27 फरवरी 2002 को अयोध्या से गुजरात आ रही साबरमती एक्सप्रेस को गोधरा रेलवे स्टेशन पर आग लगा दी गई थी। इसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने बताया कि गोधरा में हुई घटना की खबर मिलते ही मैंने गोधरा जाने का फैसला किया। उस समय वो सीएम पद पर थे, उनके अंदर जिम्मेदारी का भाव था। उन्होंने कहा, ‘मैं 24 फरवरी 2002 को पहली बार विधायक बना। 27 फरवरी को पहली बार विधानसभा पहुंचा। विधायक बने अभी तीन दिन भी नहीं हुए थे कि अचानक गोधरा कांड हो गया।’
2002 में कैसे जान जोखिम डाल गोधरा पहुंचे थे…
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में बताया कि जैसे ही मुझे सूचना मिली, विधानसभा से निकलते ही मैंने कहा कि मैं गोधरा जाना चाहता हूं। हम पहले वडोदरा जाएंगे वहां से हेलीकॉप्टर लेंगे। मुझे बताया गया कि हेलीकॉप्टर नहीं है। मैंने कहा कि देखिए किसी का मिल जाए तो एक ONGC का सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर मिला। पीएम मोदी ने कहा कि गोधरा जाने के लिए केवल एक सिंगल-इंजन वाला हेलीकॉप्टर उपलब्ध था और सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें जाने से मना किया था। फिर भी मैंने जोखिम उठाया।
जब मोदी ने कहा- मैं कोई वीआईपी नहीं हूं…
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने उन लोगों से झगड़ा किया कि मैं कोई वीआईपी नहीं हूं, मैं आम आदमी हूं। मैं लिखकर देता हूं कि अगर कुछ होता है तो मेरी जिम्मेदारी होगी। इसके बाद हम गोधरा पहुंचे। गोधरा पहुंचकर मैंने जो दर्दनाक मंजर देखा, उससे मन बहुत विचलित हुआ। इतनी सारी लाशें… मैं भी इंसान हूं, जो होना था वो हुआ। लेकिन मैं ऐसे पद (मुख्यमंत्री) पर था कि मुझे अपनी भावनाओं और स्वाभाविक प्रवृत्तियों पर कंट्रोल करना पड़ा। मैंने वैसा ही किया।
प्रधानमंत्री मोदी बोले- दायित्व आया है तो निभा रहा हूं
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं मुख्यमंत्री कैसे बन गया। दायित्व आया है तो मैं निभा रहा हूं। मैंने कभी ऐसे कोई सपने देखे नहीं थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे पहले मुख्यमंत्री रहे हों या अब प्रधानमंत्री, उन्हें अपनी भावनाओं से ऊपर रहना पड़ता है। साल 2008 में गुजरात में पांच जगहों पर सीरियल ब्लास्ट हुए थे, जब वे मुख्यमंत्री थे।
‘जब गुजरात में ब्लास्ट हुए तो मैं घायलों से मिलने अस्पताल गया’
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों ने मना किया था, फिर भी मैं पुलिस कंट्रोल रूम गया। मैं कार में बैठ गया और कहा कि मैं अस्पतालों में भी जाऊंगा। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि अस्पताल भी संवेदनशील हैं क्योंकि हर जगह ब्लास्ट हो रहे। मैंने कहा कि जो होगा वो होगा, मैं जाऊंगा। मैं इसे एक जिम्मेदारी के रूप में देखता हूं और मैं घायलों को देखने अस्पताल पहुंचा।
छात्रों से मिलकर क्या कहते हैं पीएम मोदी, बताई पूरी बात
पीएम मोदी ने कहा कि मैं परीक्षा पर चर्चा के दौरान मिलने वाले छात्रों को यही समझाता हूं। मैं उन्हें कहता हूं कि तुम दिमाग में से निकाल दो कि कुछ करने जा रहे हो। जैसे रुटीन एक्टिविटी का हिस्सा है, एग्जाम में ऐसे जाओ। कोई स्पेशल नए कपड़े पहनने की कोशिश मत करो। मैंने कभी न जीवन का सोचा है न मृत्यु का सोचा है। जो हिसाब-किताब करके चलते हैं न जिंदगी में, मैं वैसा नहीं सोचता इसलिए मैंने इसका जवाब नहीं दे पाऊंगा। मैं आज जहां पहुंचा हूं, वहां पहुंचने के लिए निकला ही नहीं था।