अंकिता हत्या में पुलकित आर्य के नार्को टेस्ट में पुलिस शर्तें मानने को तैयार
Vanantara Resort Case: नार्को के लिए एसटीएफ के छूटे पसीने, पुलकित ने कहा- टेस्ट के दौरान पूछे जाएं उसके भी सवाल
वनंतरा प्रकरण में आरोपितों को नार्को टेस्ट के लिए तैयार करवाने के लिए पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। वहीं मुख्य आरोपित व रिसार्ट के मालिक पुलकित आर्या ने नार्को टेस्ट के दौरान अपने कुछ सवाल पूछने को कहा है।
देहरादून 08 जनवरी। वनंतरा प्रकरण में आरोपितों को नार्को टेस्ट के लिए तैयार करवाने के लिए पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। पुलिस चाहती है कि किसी भी तरह आरोपित टेस्ट के लिए हां कह दें।
पुलकित की ओर से दिए सवालों को टेस्ट के दौरान पूछने पर हामी
इसके लिए पुलिस ने मुख्य आरोपित पुलकित आर्या की ओर से दिए गए सवालों को टेस्ट के दौरान पूछने पर हामी भर दी है। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट कहा है कि टेस्ट के दौरान कुछ सवाल उनके होंगे। वहीं, टेस्ट के दौरान वीडियोग्राफी करवाने के लिए भी पुलिस ने हामी भर दी है।
वनंतरा रिसार्ट में कार्यरत युवती की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों का एसआइटी नार्को टेस्ट करवाना चाहती है, लेकिन आरोपित इसको लेकर अब तक स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए हैं। कोर्ट में पहले आरोपितों ने नार्को टेस्ट के लिए हामी भर दी थी, लेकिन तीन जनवरी को आरोपित अंकित व सौरभ ने अपने अधिवक्ता पर अंतिम निर्णय छोड़ दिया।
वहीं, मुख्य आरोपित व रिसार्ट के मालिक पुलकित आर्या ने नार्को टेस्ट के दौरान अपने कुछ सवाल पूछने को कहा है
आरोपित ने कहा कि टेस्ट के दौरान उससे पूछा जाए कि युवती को नहर में धक्का किसने दिया व हत्या की साजिश किसने रची, घटना की शाम युवती अपनी मर्जी से हमारे साथ गई थी या उसे जबरदस्ती ले गए, क्या किसी ने युवती को बचाने की कोशिश की, क्या हमने युवती को किसी वीआइपी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया, परिवार और मित्र पुष्प के साथ युवती के कैसे संबंध थे। इस बारे में युवती ने हमें क्या-क्या बताया, युवती का दोस्त पुष्प उनके साथ शादी के लिए क्यों मना कर रहा था। युवती ने इस बारे में हम तीनों को क्या-क्या बताया?
सेशन कोर्ट में फास्ट ट्रेक की तरह चलेगा केस
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि अपराध गंभीर श्रेणी में है, इसलिए केस का ट्रायल सेशन कोर्ट पौड़ी में चलेगा।
पुलिंदा बड़ा होने के कारण फाइल ट्रांसफर करने में देरी लग रही है। शासकीय अधिवक्ता की ओर से 10 जनवरी तक न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) कोटद्वार की अदालत में समय मांगा था। संभावना है कि इसके बाद पौड़ी की सेशन कोर्ट में ट्रायल शुरू हो जाएगा। केस पर हर दिन सुनवाई होगी।