महाराष्ट्र सरकार संकट में: विद्रोही शिवसैनिक एकनाथ शिंदे 26 विधायक लेकर हवा, विधायक दल नेता पद छिना

Maharashtra Political Crisis Updates: ‘सत्ता के लिए कभी धोखा नहीं देंगे’, बगावत के बाद एकनाथ शिंदे का पहला बयान

कमलेश सुतार | मुंबई | 21 जून 2022, 3:28 PM IST

बगावत के बाद एकनाथ शिंदे का पहला बयान आया
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद मंत्री और शिवसेना के सीनियर नेता एकनाथ शिंदे गुजरात के सूरत में हैं. इधर महाराष्ट्र से दिल्ली तक राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. शिंदे NCP संग शिवसेना के गठबंधन से नाराज हैं.शिवसेना ने शिंदे पर एक्शन ले उनको विधायक दल नेता के पद से हटा दिया है.

3:28 PM (3 मिनट पहले)
शिवसेना शाम 4 बजे करेगी शक्ति प्रदर्शन

महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास पर बैठक के बाद शाम चार बजे सेना भवन में विधायक शक्ति प्रदर्शन करेंगे. मालूम हो कि कुछ देर पहले ही शिंदे समर्थक 3 विधायकों को उद्धव आवास लाया गया है, जिनमें दादा भूसे, संजय राठौर, संजय बांगड़ शामिल हैं.

3:11 PM (20 मिनट पहले)
शिंदे पर एक्शन शुरू

शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से हटा यह जिम्मेदारी अब अजय चौधरी को सौंपी है. कांग्रेस भी एक्शन मोड में है. उन्होंने कमलनाथ को महाराष्ट्र में अपना प्रेक्षक बनाया है.

 

2:45 PM (46 मिनट पहले)
एकनाथ शिंदे का पहला बयान आया

बगावत के बाद एकनाथ शिंदे का पहला ट्वीट किया है कि हम बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं. बालेसाहेब के हमें हिंदुत्व सिखाया है. हम सत्ता के लिए कभी भी धोखा नहीं देंगे. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद साहेब ने हमें धोखा देना नही सिखाया है.

2:20 PM (एक घंटा पहले)
शिंदे समर्थक 3 विधायक मिले

शिंदे समर्थक 3 विधायकों को उद्धव आवास लाया गया है. इसमें दादा भूसे, संजय राठौर, संजय बांगड़ शामिल हैं.

2:05 PM (एक घंटा पहले)
महाराष्ट्र सियासी संकट पर बोले शरद पवार- यह तीसरा बार हो रहा

महाराष्ट्र के सियासी संकट पर शरद पवार का बयान आ गया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी बार ऐसा हो रहा है. NCP का कोई विधायक इधर से उधर नहीं गया है. यह शिवसेना का आंतरिक मामला है. क्या ठाकरे की सरकार गिरेगी? इस पर पवार ने कहा कि कोई ना कोई विकल्प (सरकार बचाने का) निकल जाएगा.

पवार ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना तीनों साथ हैं. हम लोग मिलकर इस पर चर्चा कर शाम तक आपको जानकारी देंगे.

2:05 PM (एक घंटा पहले)

महाराष्ट्र सरकार का एक और मंत्री संपर्क से बाहर बताया जा रहा है. इनका नाम दादा भूसे है. मालेगांव के विधायक भूसे ठाकरे सरकार में कृषि मंत्री हैं. माना जा रहा है कि वह भी बागी कैंप के साथ हैं. उनको शिंदे का करीबी बताया जाता है.

1:50 PM (एक घंटा पहले)
कुछ देर में एकनाथ शिंदे और शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस

कुछ देर में दो अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली हैं. एक तरफ एकनाथ शिंदे अपनी बात रखेंगे, दूसरी तरफ शरद पवार महाराष्ट्र में आए राजनीतिक संकट को लेकर बात करेंगे.

1:22 PM (2 घंटे पहले)
मेरा पति गायब हो गया है…. बोली शिवसेना विधायक की पत्नी

अकोला के आलापुर विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना विधायक नितिन देशमुख के पत्नी प्रांजली नितिन देशमुख ने अपने पति के लापता होने की शिकायत सिविल लाइन पुलिस थाने में दी.

प्रांजली ने शिकायत में लिखा है कि कल शाम जब चुनाव के बाद से वह लापता हैं. रात से उनसे संपर्क नहीं हो रहा है. साथ ही उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है. उनकी गुमशुदगी की शिकायत पुलिस थाने में दी गई है. (इनपुट- धनंजय साबले)

12:52 PM (2 घंटे पहले)
ठाकरे से बीजेपी संग आने की गुजारिश करेंगे शिंदे

ताजा जानकारी के मुताबिक, एकनाथ शिंदे एनसीपी और शिव सेना गठबंधन के बीच आई दूरियों और दिक्कतों पर बात करेंगे. वह उद्धव ठाकरे से फिर से बीजेपी के साथ आकर सरकार बनाने की गुजारिश भी करेंगे. दूसरा ताजा अपडेट कांग्रेस खेमे से आया है. पता चला है कि उनके विधायक अब दिल्ली नहीं जाएंगे. सभी कांग्रेसी विधायकों को मुंबई में ही रहने को कहा गया है.

12:46 PM (2 घंटे पहले)
एक विधायक हॉस्पिटल में भर्ती

शिवसेना के एक विधायक नितिन देशमुख को आज सुबह अचानक सीने में दर्द हुआ. इसके चलते उनको सूरत सिविल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. सुबह लगभग 4 बजे उनको भर्ती किया गया.

12:33 PM (2 घंटे पहले)
बीजेपी विधायक बोले- देवेंद्र फडणवीस बनाएंगे सरकार

राजनीतिक हलचल के बीच बीजेपी विधायक शिवेंद्रराजे भोसले ने कहा कि महाराष्ट्र में जल्द ही देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार होगी. वह बोले कि अब हलचल शुरू हुई है. यह सिर्फ आगाज है. इस बीच बीजेपी की दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक हुई है. जेपी नड्डा अमित शाह से मिले हैं.

12:11 PM (3 घंटे पहले)
एकनाथ शिंदे के साथ गुजरात गए विधायकों की लिस्ट

1-तानाजी सावंत
2-बालाजी कल्याणकर
3-प्रकाश आनंदराव आबिटकर
4-एकनाथ शिंदे
5-अब्दुल सत्तार
6-संजय पांडुरंग
7-श्रीनिवास वनगा
8-महेश शिंदे
9-संजय रायमुलकर
10-विश्वनाथ भोएर
11-संदीपन राव भूमरे
12-शांताराम मोरे
13-रमेश बोरनारे
14-अनिल बाबर
15-चिंमणराव पाटील
16-शंभूराज देसाई
17-महेंद्र दलवी
18-शाहाजी पाटील
19-प्रदीप जैस्वाल
20-महेन्द्र थोरवे
21-किशोर पाटील
22-ज्ञानराज चौगुले
23-बालाजी किणीकर
24-भरतशेत गोगावले
25-संजय गायकवाड
26-सुहास कांदे

11:57 AM (3 घंटे पहले)
क्या महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी बीजेपी?

क्या महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बनाने की कोशिश या इसका दावा पेश करेगी? इस सवाल पर बीजेपी नेता प्रवीण डारेकर ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों के लिए जो सही है, वही होगा. सत्ता से जरूरी लोगों की भलाई है. अगर जरूरी लगा तो ऐसा भी हो सकता है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

11:41 AM (3 घंटे पहले)
क्या रहे थे महाराष्ट्र MLC चुनाव के नतीजे?

कल महाराष्ट्र MLC चुनाव के नतीजे महाविकास अघाड़ी सरकार को झटका था. विधान परिषद चुनाव में छह में से अघाड़ी के सिर्फ 5 उमीदवार चुन कर आए, बीजेपी के पांचों उम्मीदवार जीत गए. महाराष्ट्र में विधान विधान परिषद चुनाव में 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार थे. दसवीं सीट पर कांग्रेस के दो उम्मीदवारों में मुकाबला हुआ, जिसमें भाई जगताप जीते और चंद्रकांत हंडोरे हार गए.

11:35 AM (3 घंटे पहले)
एकनाथ शिंदे मेरे भाई हैं- संजय राउत

पूरे घटनाक्रम पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का बयान भी आ गया है. उन्होंने कहा कि मैं एकनाथ शिंदे को जानता हूं. वह मेरे भाई है. वह सच्चे शिवसैनिक हैं. वह बिना किसी शर्त के वापस आ जाएंगे.

यें हैं हालात

महाराष्ट्र की उद्धव सरकार खतरे में है। उनके दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे अपने यानी, शिवसेना के 15, एक एनसीपी और 14 निर्दलीय विधायकों के साथ गुजरात के सूरत जा बसे। इस टोली में शिंदे के अलावा 3 मंत्री और हैं।

बगावती कदम के बाद शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल नेता पद से हटा दिया है। पार्टी एक्शन पर शिंदे ने ट्वीट किया- हम बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं। बालेसाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। हम सत्ता के लिए कभी भी धोखा नहीं देंगे।

सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे ने राकांपा और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ भाजपा के साथ गठबंधन की शर्त रखी है। यह भी कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे खुद मुख्यमंत्री पद पर बैठना चाहते हैं। शिंदे ने 3 विधायकों संजय राठोड, संजय बांगर और दादा भुसे कुल को मातोश्री भी भेजा है। इस मुलाकात में क्या हुआ, ये अभी सामने नहीं आया है।

इधर, शिवसेना ने भाजपा विरोधी नारेबाजी कर कहा कि हमारे 56 विधायक हैं। 18 मुंबई बैठक में शामिल हुए। अन्य मुंबई पहुंच रहे हैं। 11 विधायकों का फोन नॉट रिचेबल है।

शरद पवार बोले- यह शिवसेना का अंदरूनी मामला

हलचल बीच शरद पवार मीडिया के सामने आए। करीब 11 मिनट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सवाल हुआ कि शिंदे क्या खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो बोले कि उन्होंने ऐसी इच्छा हमसे जाहिर नहीं की। महाराष्ट्र में सरकार गिराने की साजिश पहले भी हुई है पर चिंता नहीं… उद्धव सरकार चलती रहेगी। यह सरकार का मसला नहीं है, यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है।

1. शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया, अजय चौधरी को कमान सौंपी।

2. शिवसेना थोड़ी देर में सेनाभवन के सामने शक्ति प्रदर्शन करेगी। सभी विधायकों को बुलाया। राज्य के अलग अलग हिस्सों से पहुंच रहे विधायक।

3. भाजपा ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने सरकार को लेकर कोई प्रपोजल नहीं भेजा है और न ही हमने ऐसा कोई प्रस्ताव उन्हें भेजा है।

सूरत के ली मेरिडियन होटल में रुके हैं सभी विधायक

सभी विधायक सूरत के ली मेरिडियन होटल में रुके हैं। विधायकों को सूरत लाने में भाजपा के दो बड़े दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। सभी विधायक सोमवार शाम से ही संपर्क से बाहर हैं।

सूरत के जिस होटल में विधायक रुके हुए हैं उसके बाहर गुजरात पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है।

शिवसेना के कौन-कौन से विधायक के जाने की खबर

सूत्रों के अनुसार शिंदे समेत शिवसेना के 15 विधायक सूरत के होटल में रुके हैं। इनमें शहाजी बापू पाटील, महेश शिंदे, भरत गोगावले, महेंद्र दळवी, महेश थोरवे, विश्वनाथ भोईर, संजय राठोड, संदीपान भुमरे, उदयसिंह राजपूत, संजय शिरसाठ, रमेश बोरणारे, प्रदीप जैसवाल, अब्दुल सत्तार और तानाजी सावंत हैंैैंैंैैैंैैंैैंैैंैैंैंैैैंैैंैंैैैंैैंैैंैैंै

अगर विधायक बागी हुए, तो गिर जाएगी महाराष्ट्र सरकार?

महाराष्ट्र में सोमवार को विधान परिषद चुनाव में महाविकास अघाडी का बहुमत 151 तक गिर गया है। राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी के पास 162 विधायक थे, उससे पहले ये संख्या 170 थी। यानी राज्यसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाडी के 11 विधायक कम हुए।

परिषद चुनाव से पहले और बाद में तुलना करके देखा जाए तो कुल 19 विधायक महाविकास आघाडी से दूर हुए। दूसरी तरफ अब भाजपा को 134 विधायकों का समर्थन है । सरकार को 144 का बहुमत जरूरी है। ऐसे में महाविकास अघाडी और भाजपा की संख्या में अंतर बहुत कम है।

फिर भी, शिवसेना में बगावत होती है तो दल-बदल कानून सबसे बड़ा चैलेंज होगा। बगावत के लिए एकनाथ शिंदे को इन विधायकों की सदस्यता भी कायम रखनी होगी। महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के पास कुल 56 विधायक है। कानून के हिसाब से शिंदे को 2/3 विधायक यानी 37 विधायक जुटाने होंगे। फिलहाल शिंदे के पास कुल 30 विधायक होने का दावा किया जा रहा है, जिसमें शिवसेना के 15 विधायक है।

संजय राउत ने कहा- महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आएगा

राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आएगा। कुछ विधायक गुमराह किये गये हैैं, जिससे संपर्क नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा कि सूरत से विधायकों को आने नहीं दिया जा रहा है। सबकी घेराबंदी है। विधायक हर संघर्ष में शिवसेना के साथ रहे हैं।

फडणवीस दिल्ली पहुंचे, भाजपा अध्यक्ष बोले- राउत बगावत की वजह

महाराष्ट्र में  राजनीतिक  उठापटक के बीच नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा- बगावत के पीछे सबसे बड़ी वजह संजय राउत हैं। उनके बयान से शिवसेेना नेता असहज हैं। हम सरकार बनाने के बारे में अभी नहीं सोच रहे। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ट्वीट कर लिखा- एकनाथ शिंदे ने सही समय पर सही फैसला लिया।

राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद से चल रहे नाराज

एकनाथ शिंदे की गिनती शिवसेना के दिग्गज नेताओं में होती है। 2019 में चुनाव का रिजल्ट आया था, तो शिंदे शिवसेना विधायक दल नेता बने थे। शिंदे ठाणे इलाके के बड़े नेता माने जाते हैं और बाला साहब ठाकरे के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र में राज्यसभा और सोमवार को विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना में शिंदे की बात नहीं सुनी गई, जिसके बाद से वे नाराज थे।

राज्य में 10 विधान परिषद सीटों के लिए सोमवार को रिजल्ट जारी हुआ था, जिसमें 5 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। वहीं 2-2 सीट पर शिवसेना-एनसीपी और एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। चुनाव में महाविकास अघाड़ी के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी, तभी से राजनीतिक सुगबुगाहट शुरू हो गई थी।

नवंबर 2019 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद बड़ा़ राजनीतिक ड्रामा हुआ था। नवंबर 2019 में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। उन्हें एनसीपी और कांग्रेस का समर्थन मिला था। 2003 में उद्धव ठाकरे पहली बार शिवसेना में कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। बाला ठाकरे के निधन के बाद उन्होंने 2013 में शिवसेना की कमान संभाली थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *