जनसांख्यिकी जिहाद: खुद बांग्लादेश में बसा रोहिंग्या, धंधा? रोहिग्याओं को भारत में बसाना
UP News: बांग्लादेश और म्यांमार से रोहिंग्याओं को लाकर भारत में बसाता था, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश एटीएस ने मंगलवार को भारत में रोहिंग्या को बसाने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड के अलावा उसके 1 साथी को भी गिरफ्तार किया गया है, उनके पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
हाइलाइट्स:
फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर म्यामार-बांग्लादेश के लोगों को भारत लाता था
गाजियाबाद से गिरफ्तार किए गए दोनों बांग्लादेशी रोहिंग्या, मेरठ और लखनऊ से जुड़े तार
6 जनवरी को गिरफ्तार किए गए साथी से मिले थे कई सुराग
निशिकांत त्रिवेदी,
लखनऊ 08 जून।उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम ने बांग्लादेश और म्यामार से ले आकर रोहिंग्याओं को बसाने वाले मास्टरमाइंड को साथी समेत गिरफ्तार किया है। बीते जनवरी माह में भी लखनऊ से गिरफ्तार रोहिंग्या से पूछताछ के दरम्यान इस मास्टरमाइंड की तमाम खुफिया बातों का खुलासा हुआ था।
उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम ने बीती 6 जनवरी को फर्जी दस्तावेज के आधार पर भारत में निवास कर रहे म्यांमार के अजीजुल्लाह को गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रोहिंग्याओं को बसाने वाला मास्टरमाइंड अजीजुल्लाह का बहनोई नूर आलम उर्फ रफीक है। उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम उसी समय से उसकी तलाश में थी। मंगलवार को एटीएस को मिली सूचनाओं के आधार पर गाजियाबाद से नूर आलम और उसके साथी को एटीएस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गया मास्टरमाइंड नूर आलम और उसका साथी आमिर मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले रोहिंग्या हैं।
बहुत आसानी से बनवाता था फर्जी दस्तावेज
आमिर को नूर आलम विश्वास दिलाकर लाया था कि वह उसे भारत के फर्जी दस्तावेज बनवाकर देगा। इस समय नूर आलम मेरठ में और आमिर हुसैन खजूरी खास दिल्ली में छिपकर रह रहे थे। पकड़े गए मास्टरमाइंड को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने और उनके अन्य साथियों के बारे में पता लगाने की बात एटीएस ने कही है। पकड़े गए इन रोहिंग्याओं के पास से फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड एवं 65 हजार की भारतीय मुद्रा बरामद हुई है। एटीएस द्वारा बताया गया कि मास्टरमाइंड नूर आलम बहुत आसानी से फर्जी पासपोर्ट व भारत में निवास करने से सम्बंधित दस्तावेजों को तैयार करवा देता था।
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रोहिंग्या को बांग्लादेश से भारत में बसाने वाला मास्टर माइंड गिरफ्तार, एटीएस को मिली सफलता
लखनऊ विशेष संवाददाता
Last Modified: Tue, Jun 08 2021. 18:40 PM IST
Livehindustan
एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाएड (एटीएस) ने बांग्लादेश के रास्ते रोहिंग्यों को लाकर भारत में बसाने वाले गैंग के मास्टर माइंड नूर आलम और उसके साथी आमिर हुसैन को गाजियाबाद से सोमवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से यूएनएचसीआर का कार्ड, फर्जी पैनकार्ड व आधार कार्ड और भारतीय मुद्रा बरामद की गई है। उन्हें एटीएस पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी ताकि गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की जा सके।
एटीएस ने लखनऊ में छह जनवरी 2021 को म्यामार के नागरिकों को गिरफ्तार किया था। उनमें मुख्य रूप से रोहिंग्या अजीजुल्लाह को गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ पासपोर्ट एक्ट, धोखाधड़ी, कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप थे कि वह बांग्लादेश से रोहिंग्या नागरिकों को लाकर भारत में बसाने का बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। पूछताछ में अजीजुल्लाह ने बताया था कि उसका बहनोई नूर आलम उर्फ रफ़ीक ही गैंग का सरगना और मास्टर माइंड है। वहीं लोगों को बांग्लादेश व म्यायांर से लाकर भारत के कई हिस्सों में बसाता है। नूर आलम की एटीएस को जनवरी से ही तलाश थी। मुखबिरों की मदद से उसे सोमवार की शाम 6 बजे के करीब गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है।
नूर आलम बांग्लादेश के नयापाड़ा रिफ्यूजी कैंप में रह रहा था। वह मूलत: म्यांमार के क्वायसंग जिला अक्याब का निवासी है और इन दिनों मेरठ के दरबार लबरखास में रह रहा था। वह अपने साथी आमिर हुसैन मूल निवासी जिला मौगंडू म्यांमार को भारत में बसाने की कोशिश में था। उसने सभी जरूरी दस्तावेज फर्जी तरीके से बनवा लिए थे। नूर आलम ने आमिर को भरोसा दिलाया था कि फर्जी दस्तावेज बनवा कर वह उसे भारत की नागरिकता दिला देगा। नूर आलम के कब्जे से 65860 रुपये और आमिर हुसैन से 4800 रुपये बरामद किए गए हैं। साथ ही एक मोबाइल भी मिला है। एटीएस के साथ ही अन्य खुफिया एजेंसियां भी दोनों से पूछताछ कर रही हैं।⇐