ओमिक्रोम हो या और कुछ, नहीं रूकेंगे पांच राज्यों के चुनाव

उत्तर प्रदेश  समेत किसी भी राज्‍य में चुनाव टालना संभव नहीं, लखनऊ पहुंची आयोग की टीम ने किया साफ

तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची चुनाव आयोग की टीम ने भाजपा, सपा और कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान विपक्षी दलों ने मांग की कि चुनाव के दौरान आयोग धार्मिक बयानबाजी पर रोक लगाए।


लखनऊ29 दिसंबर।उत्तर प्रदेश में जल्‍द ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के नेतृत्व में एक टीम तीन दिवसीय दौरे पर मंगलवार को लखनऊ पहुंची। इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों सहित कुल 13 सदस्य हैं। इस दौरे के दौरान टीम के सदस्यों ने कहा कि पांच में से किसी भी राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को टालना मुमकिन नहीं है।

चुनाव से दूर रखा जाए अवनीश अवस्‍थी को: कांग्रेस

चुनाव आयोग की टीम ने योजना भवन में भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस तथा अन्य दल के नेताओं के साथ भेंट की और उनसे बातचीत की। टीम के साथ बैठक में भाजपा ने प्रत्येक बूथ पर महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की मांग की, वहीं कांग्रेस ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को चुनावी प्रक्रिया से दूर रखने का अनुरोध करते हुए आरोप लगाया कि वह चुनावों को प्रभावित कर सकते हैं।

कांग्रेस ने सभी दलों की तरफ से कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को पद से हटाने की मांग की। वहीं, बसपा ने प्रदेश में समय पर चुनाव कराने की मांग करते हुये कोविड के मद्देनजर इन दिनों राजनीतिक रैलियों में जुट रही भीड़ का जिक्र किया। राष्ट्रीय लोकदल के प्रतिनिधिमंडल ने वीवीपैट पर्ची की दोबारा गिनती कराने का अनुरोध किया।

बूथों पर हों महिलाकर्मी: भाजपा

भाजपा के महासचिव जेपीएस राठौर ने बताया कि चुनाव आयोग के साथ बैठक में पार्टी ने तीन बातें रखीं। पहली… प्रत्येक मतदान बूथ पर महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती हो ताकि महिलाओं को सुरक्षा मिलें और अगर पहचान करनी हो तो कोई दिक्कत ना आए। दूसरी… एक परिवार सभी मतदाताओं के नाम एक ही बूथ पर रहें और तीसरी… घनी आबादी वाले बूथ, जहां खड़े होने की पर्याप्त जगह नहीं है वहां कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए उन्हें संभव होने पर दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाए।

निष्‍पक्ष चुनाव कराए आयोग: सपा

आयोग से मिलने पहुंचे सपा के प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, केके श्रीवास्तव तथा डॉ हरिश्चन्द्र यादव शामिल थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से कराने की मांग की। सपा ने ज्ञापन देकर अनुरोध किया कि 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों तथा दिव्यांग मतदाताओं की सूची विधान सभावार, मतदेय स्थलवार उपलब्ध कराई जाय।

राज्य में ऐसे मतदाताओं की संख्या करीब 40 लाख है और 2022 विधानसभा चुनाव में ऐसे मतदाताओं को पहली बार घर से मतदान का विकल्प दिया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया जाय। सपा ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़ी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता पंजीकृत हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में ओंकार नाथ सिंह, वीरेंद्र मदान और मोहम्मद अनस रहमान शामिल थे। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की निष्पक्षता पर संदेह जताते हुए आयोग से चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है।

तत्काल विधानसभा चुनावों की घोषणा की जाए: भाकपा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, उत्तर प्रदेश की राज्य काउंसिल की ओर से पार्टी के कोषाध्यक्ष एवं राज्य कार्यकारिणी के सदस्य कामरेड प्रदीप तिवारी ने 2022 में हो रहे विधानसभा चुनावों के संबंध में पार्टी का प्रतिवेदन सौंपा और चर्चा में भाग लिया। भाकपा के आवेदन में कहा गया है कि चुनाव अभियान के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकने के लिए तत्काल विधानसभा चुनावों की घोषणा की जाए और आदर्श आचार संहिता अविलंब लागू की जाए। उसमें कहा गया है कि देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य की विधानसभा चुनाव 2022 के प्रारंभ में अपेक्षित हैं। ये चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्धारित समय सीमा में हों, निर्वाचन आयोग से ऐसी अपेक्षा है।

चुनाव आयोग की टीम 3 दिन तक लेगी तैयारियों का जायजा

चुनाव आयोग की टीम शाम करीब 3.15 पर लखनऊ पहुंची। इसके बाद शाम 4 बजे राजनीतिक दलों के साथ उसकी बैठक हुई। शाम 6.15 बजे सभी डीएम-नोडल अफसर भी मीटिंग में शामिल हुए। 29 दिसंबर को डीएम-एसपी, कमिश्नर, आईजी और पुलिस कमिश्नर के साथ मीटिंग होगी। 30 दिसंबर को मुख्य सचिव और DGP के साथ बैठक है। चुनाव आयोग स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना की स्थिति पर भी मंथन करेगा।

कोविड को लेकर सरकार की तैयारियों की लेगा जानकारी

चुनाव आयोग यूपी सरकार से भी कोरोना से बचाव की तैयारियों के बारे में जानकारी लेगा। इसके बाद ही वह यूपी में चुनाव कराने या न कराने पर निर्णय लेगा। बता दें कि सोमवार को नई दिल्ली में चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें कोरोना और चुनाव पर चर्चा हुई थी। हालांकि, उस बैठक के बाद आयोग चुनाव टालने के मूड में नहीं है। इस पर जनवरी के पहले हफ्ते में अंतिम फैसला आ सकता है।

 

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