जनजातियों तक पहुचायें सरकारी प्रोत्साहक रोजगार योजनाएं:मूरत राम शर्मा
देहरादून 20 दिसंबर। उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा ने कहा है कि राज्य की जनजातियां सांस्कृतिक और परंपरा की दृष्टि से तो समृद्ध हैं लेकिन उनके परंपरागत व्यवसाय खतरे में हैं। अब इनकी आत्मनिर्भरता के लिए सरकार ने कौशल विकास की अनेक योजनाएं चला रखी हैं जिनका क्षेत्रीय शिविर लगा कर अधिकाधिक प्रचार किया जाना चाहिए ताकि जिनके लिए ये बनाई गई,वे इनका लाभ उठा कर मुख्य धारा में शामिल हो सकें।
शर्मा यहां शेरपुर में जय नंदा स्वयं सहायता समूह के जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से चलाये जा रहे थारू,बोक्सा तथा अन्य जनजातीय महिलाओं के सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण करने आये थे।
इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद थपलियाल ने विभाग की जनजातीय कौशल विकास, प्रशिक्षण और व्यवसाय प्रोत्साहन की योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इच्छुक जन 50 हजार रुपए तक ऋण ले सकते हैं जिसमें 17 हजार रुपए तक अनुदान होता है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड बोक्सा जनजाति उत्थान परिषद उपाध्यक्ष दर्शन लाल ने बताया कि वे 1976 से स्कूल आदि संचालित कर समुदाय को शिक्षित करने में जुटे हैं। उन्होंने प्रशिक्षणोपरांत रोज़गार के लिए व्यवहारिक योजनाओं की जरूरत बताई।
कार्यक्रम की मास्टर ट्रेनर श्रीमती सोनी रावत ने संचालन तथा जय नंदा वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष बचन सिंह खाती ने अध्यक्षता की।