अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल और स्मृति ईरानी में घमासान
राहुल गांधी बोले- मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई:स्मृति का जवाब- ऐसे बयान पर कांग्रेस तालियां पीटती है, समझ लें गद्दार कौन है?
संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में राहुल के भाषण का जवाब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिया।
नई दिल्ली 09 अगस्त।संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की बहस राहुल गांधी की स्पीच से शुरू हुई। राहुल ने 35 मिनट में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर पर बात की।
राहुल ने कहा- प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया। महिलाओं-बच्चों से बात की। प्रधानमंत्रीजी ने आज तक नहीं किया।
सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है। आप ऐसा नहीं कर रहे, क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो। आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो।
राहुल के भाषण के जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- राहुल भारत माता की हत्या की बात करते हैं। कांग्रेस ताली बजाती है। ये बताता है कि किसके मन में गद्दारी है। स्मृति ने राहुल गांधी पर महिला सांसदों से अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। भाजपा ने इसकी शिकायत स्पीकर से की है।
राहुल की स्पीच की 5 बड़ी बातें…
1. राहुल ने स्पीकर को धन्यवाद दिया और माफी मांगी
राहुल गांधी ने स्पीकर से कहा- सबसे पहले मैं धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपने मेरी सांसदी बहाल की। पिछली बार मैं बोला तो थोड़ा कष्ट भी पहुंचाया। अडाणी जी पर फोकस किया कि आपके सीनियर नेता को थोड़ा कष्ट हुआ। कष्ट का असर आप पर भी हुआ। इसके लिए माफी मांगता हूं। मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी।
2. भाजपा के साथी डरें नहीं, अडाणी पर नहीं बोलूंगा
राहुल ने कहा- आज मेरे भाजपा मित्रों को डरने की जरूरत नहीं। अडाणी जी पर नहीं बोल रहा। आप शांत रह सकते हैं। मेरा भाषण आज दूसरी डायरेक्शन में है। रूमी ने कहा था कि जो शब्द दिल से आते हैं, वो दिल में जाते हैं। आज मैं दिमाग से नहीं, दिल से बोलूंगा। मैं आज आप लोगों पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। एक-दो गोले जरूर मारूंगा। आप रिलैक्स कर सकते हैं।
3. राहुल बोले- PM के लिए मणिपुर हिन्दुस्तान नहीं है
राहुल गांधी ने कहा- कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने बांट दिया, तोड़ दिया है। रिलीफ कैंप में गया, महिलाओं से, बच्चों से बात की। प्रधानमंत्री जी ने आज तक नहीं किया।
इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। सिर्फ मणिपुर की नहीं। इनकी राजनीति ने मणिपुर का नहीं, हिंदुस्तान का मर्डर किया।
इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू बोले- राहुल जी से सदन में कहना चाहता हूं कि नॉर्थ-ईस्ट को आपने खत्म किया है। समस्या इनकी पैदा की हुई है।
4. मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई
राहुल बोले- जैसे मैने शुरुआत में बोला कि भारत एक आवाज है। जनता की आवाज है, दिल की आवाज है। उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की, भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की। आप देशद्रोही हो, देशभक्त नहीं हो। इसीलिए प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं जाते, क्योंकि उन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान, भारत माता की हत्या की है। आप भारत माता के रखवाले नहीं, भारत माता के हत्यारे हो।
स्पीकर बिड़ला बोले- भारत माता हमारी मां है, सदन में बोलते वक्त मर्यादा रखें। इस पर राहुल बोले- मैं अपनी मां की बात कर रहा हूं। आपने मणिपुर में मेरी मां की हत्या की। एक मां यहां बैठी है, दूसरी की हत्या आपने मणिपुर में की। सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है। आप ऐसा नहीं कर रहे हो, क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो।
5. मोदी जी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं
राहुल ने कहा- मोदी जी अगर मणिपुर की आवाज नहीं सुनते हैं, उसके दिल की आवाज नहीं सुनते हैं तो किसकी सुनते हैं?, सिर्फ दो लोगों की आवाज सुनते हैं। रावण दो लोगों की सुनता था- मेघनाद और कुंभकर्ण। वैसे ही मोदी जी अमित शाह और अडाणी की सुनते हैं।
लंका को हनुमान ने नहीं, रावण के अहंकार ने जलाया।
आप देशभर में केरोसिन छिड़क रहे हो, आपने मणिपुर में केरोसिन छिड़की। आप पूरे देश में केरोसिन छिड़क कर उसे जलाना चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के भाषण की 5 बड़ी बातें…
1. स्मृति ईरानी ने कहा- आप इंडिया नहीं हैं
स्मृति ईरानी ने कहा- आप इंडिया नहीं हैं। पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत मां की हत्या की बात की। कांग्रेस पार्टी यहां तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर तालियां पीटते हैं, इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि मन में गद्दारी किसके है। मैं आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं, मणिपुर खंडित-विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है।
इन्हीं के अलायंस के सदस्य ने तमिलनाडु में कहा- भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत नहीं है। राहुल के अंदर हिम्मत हो तो वो अपने साथी के बयान का खंडन करें। कांग्रेस के एक साथी ने कश्मीर में रेफरेंडम की बात की। आप में हिम्मत हो तो कश्मीर को देश से अलग करने की साजिश में उसका क्या रोल है, बताएं। आप भारत नहीं हैं।
2. मणिपुर ना खंडित था, ना है और ना होगा
स्मृति ने कहा- शायद अपने ही कोलाहल में सुन ना पाए हों, मणिपुर ना खंडित था, ना है और ना होगा। देश का अभिन्न अंग है। हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात पर कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। कांग्रेसियों ने मां की हत्या पर आज मेज थपथपाई है।
ये इंसाफ की बात करते हैं, ये चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है? ये चेहरा है गिरिजा टिक्कू का। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना पे चेक लेने जाती है। बस से घर लौटती है। उसे 5 मर्द बस से खींच कर टैक्सी में ले जाते हैं, बलात्कार करते हैं और फिर आरी से उसका बदन काट देते हैं। जब उनके जीवन पर बनी फिल्म आई तो कांग्रेस प्रवक्ताओं ने उसे प्रोपेगैंडा कहा।
सरला भट्ट मेडिकल स्टाफ थी। 90 के दशक में उसको उसके इंस्टिट्यूट से अगवा कर गैंगरेप किया गया। आज मैं पूछना चाहती हूं कि इनके अलायंस हिंदुस्तान को विभाजित करने की बात करते हैं, ये इंसाफ के पुजारी बताते हैं। गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को इंसाफ कब मिलेगा। उस समय नारे गूंजते थे- रलियू, सलियू, गलियू, यानी या अपना धर्म बदलो या कश्मीर छोड़ दो या यहीं मरो।
3. उनकी आवाज को आपने कभी नहीं सुना
उनकी आवाज को आपने कभी नहीं सुना, वो भारत की आवाज नहीं है? 84 के दौरान मुझ जैसे कुछ लोग राजधानी दिल्ली में थे। प्रणय गुप्ता ने कहा कि सिख बच्चों को नपुंसक बनाकर उनके अंग मांओं के मुंह में ठूंसे गए। त्रिलोक पुरी की 30 महिलाओं का गैंगरेप किया गया। मां के सामने बेटे को केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी।
4. जोड़ों के दर्द पर भाषण नहीं दूंगी
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अपने जोड़ों के दर्द की चर्चा की। इस पर स्मृति ने कहा- राहुल कहते हैं कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक चले। जोड़ों के दर्दों पर भाषण नहीं दूंगी। जिन वादियों को खून से सना देखा, जहां हर दिन गोलियां गूंजती थीं, जब ये वहां गए तो अपने परिजन के साथ बर्फ के साथ खेल रहे थे। ये तब संभव हुआ, जब प्रधानमंत्री ने धारा 370 हटाई।
ईरानी ने कहा- कश्मीर की बेटियों को दहेज को प्रताड़ित किया जाता था तो वहां की बेटियों के पास कानून का सहारा नहीं था, क्योंकि धारा 370 थी। प्रदेश के बाहर ब्याही गईं तो पैतृक सम्पत्ति से हक खत्म हो जाता था। नाबालिग का ब्याह होता था, तो 370 से कानून का सहारा नहीं मिल पाता था। जो देश से भाग गए हैं, उन्हें बता दूं कि रलियू, सलियू, गलियू कहने वाला बचेगा नहीं।
5. अडाणी खराब तो जीजाजी उनके साथ क्या कर रहे हैं
स्मृति ने कहा- तब से अडाणी-अडाणी कर रहे हैं। अडाणी इतने ही खराब है तो जीजाजी उनके साथ क्या कर रहे हैं। पूछना चाहती हूं 1993 में मुंद्रा पोर्ट में कांग्रेस सरकार ने अडाणी को जगह दी। 72 हजार करोड़ का लोन दिया। राजस्थान में 7 हजार करोड़ से ज्यादा का समझौता किया।
केरल में कांग्रेस की UDF सरकार के साथ पोर्ट का काम दिया। महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार में पोर्ट का काम दिया। बंगाल में हल्दिया पोर्ट का काम क्यों दिया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने काम क्यों दिया? अब इसमें बेटा किसका सेट होगा और दामाद को कितना भेंट होगा, ये हम क्या जानें?
स्मृति ने कहा- पूरी बला की जड़ परिवारवाद में है। परिवारवाद की राजनीति की जड़ कांग्रेस में हैं। इनके अलायंस के लोग चारा खाते हैं और ये उनके घर जाकर मटन खाते हैं। इन्होंने मजबूरी स्वीकार कर ली है कि तीसरी बार मोदी की बारी।
शाह ने कहा- मणिपुर पर राजनीति करना शर्मनाक
मणिपुर पर चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- मैं विपक्ष की इस बात से सहमत हूं कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ है। घटना शर्मनाक है और उस पर राजनीति करना और भी ज्यादा शर्मनाक है।
अविश्वास प्रस्ताव पर शाह बोले- बहुमत खरीदने वाले अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं
अमित शाह बोले- अविश्वास प्रस्ताव में चर्चा में सरकार के खिलाफ मुद्दे रखे जाते हैं। लेकिन, विपक्ष ने ऐसा नहीं किया। चर्चा सुनने पर मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि ये निष्कर्षहीन प्रस्ताव है।
हमारे पास सदन और जनता दोनों का समर्थन है। जनता में कहीं भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अविश्वास नहीं है। दो बार पूर्ण बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को चुना गया। 30 साल बाद पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। आजादी के बाद सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। यह दुनियाभर के सर्वे कहते हैं।
विपक्षी नेता भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण से घिरे हुए हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया है- भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया, तुष्टीकरण क्विट इंडिया। नरसिम्हाराव की सरकार के समय अविश्वास प्रस्ताव आया। उस समय झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसदों को खरीदकर सरकार बचाई गई। बाद में इस केस में सजा हुई।
आज कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा साथ बैठे हैं। यही मनमोहन सरकार में 2008 में हुआ था। यह कांग्रेस का चरित्र है। एक हमारा चरित्र है कि अटल जी की सरकार एक वोट से गिर गई थी, हमने सांसदों की खरीदफरोख्त नहीं की थी। इसके बाद अटल जी के नेतृत्व में फिर एनडीए की सरकार बनी थी
कांग्रेस ने मोदी के ना बोलने की 3 वजहें गिनाईं
1. PM को स्वीकार करना पड़ेगा कि मणिपुर में डबल इंजन सरकार फेल हो गई।
2. मणिपुर में भारत का गृह विभाग और रक्षा सलाहकार विभाग विफल रहा है।
3. प्रधानमंत्री जनता के बीच स्वीकार नहीं करना चाहते कि उनसे भूल हुई है।