अलवर में सैंकड़ों साल पुराने मंदिर, गौशाला पर बुलडोजर

BULLDOZERS RUN OVER 250-300 YEAR OLD TEMPLES IN RAJGARH IMAGE ASHOK GEHLOT GOVERNMENT FACING ALLEGATION

राजस्थान के अलवर में अतिक्रमण बता तोड़ा 250 -300 साल पुराना मंदिर, गौशाला पर भी बुलडोजर
अलवर 22 अप्रैल (भवानी सिंंह)। गहलोत सरकार ने 17 अप्रैल को अतिक्रमण बताकर 250-300 साल पुराने मंदिर पर बुल्डोजर चला दिया था.
गहलोत सरकार ने 17 अप्रैल को अतिक्रमण बता यहां 250-300 साल पुराने मंदिर पर बुल्डोजर चला दिया.
राजस्थान के अलवर जिले में सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल हैं.भाजपा ने भी गहलोत सरकार पर हमला बोलते कहा है कि गहलोत सरकार की यह औरंगजेब की मानसिकता है

पूरे देश में इस समय बुलडोजर चर्चा में हैं. कई राज्यों में गुंडों में बुलडोजर का खौफ है तो कई राज्यों में बुलडोजर के नाम पर राजनीति तेज है. 17 अप्रैल को राजस्थान के अलवर में गहलोत सरकार का बुलडोजर 250-300 साल पुराने मंदिर पर चला. राजगढ़ में यह मंदिर 250-300 साल पुराना था. मंदिर अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया. मंदिर प्रशासन ने इसकी शिकायत पुलिस से की है.

मंदिर प्रशासन के अनुसार प्रशासन ने अतिक्रमण बताकर मंदिर तोड़ा. इतना ही नहीं,  शिवलिंग कटर और ड्रिल से काटा गया. मंदिर ने कांग्रेस विधायक के साथ तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ थाने में शिकायत की । भाजपा ने कहा कि गहलोत सरकार की औरंगजेब मानसिकता है.

ब्रज भूमि कल्याण परिषद ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा और प्रशासन पर तीन मंदिर तोड़ने का आरोप लगा कांग्रेस विधायक एसडीएम और नगरपालिका के सीआईओ के खिलाफ राजगढ थाने में शिकायत दर्ज है.

हनुमान गौशाला पर भी चला बुलडोजर

जानकारी के मुताबिक कठूमर में हनुमान गौशाला पर भी बुुुुलडोजर चला है. गौशाला को जिला कलेक्टर ने अनुदान भी दिया था. बुलडोजर चलने से गाएं बाहर दौड़ती दिखी.  भाजपा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में पहले भी मंदिर टूटे  हैं.

अलवर में मंदिर पर चले बुलडोजर पर डोटासरा बोले- भाजपा मंडल और बोर्ड अध्यक्ष ने तुड़वाया मंदिर, कांग्रेस फिर लगाएगी मूर्तियां

अलवर के राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने में मंदिर पर बुलडोजर चलने  पर राजनीति गरमा गई । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जयपुर सिविल लाइन आवास पर प्रेसवार्ता बुला कहा कि राजगढ़ में नगरपालिका क्षेत्र से अतिक्रमण हटा जिस पर भाजपा गलत बयानबाजी कर रही हैं। मंदिर अतिक्रमण हटाना वसुंधरा राजे की भाजपा सरकार में शुरू हुआ था। भाजपा राजगढ़ मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी ने मंदिर हटाने को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। नगरपालिका में भी भाजपा बोर्ड है।

नगर पालिका बोर्ड में अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें 90 प्रतिशत भाजपा पार्षद हैं। डोटासरा ने कहा कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार में सैंकड़ों मंदिर तोड़े गए थे। भाजपा का नगरपालिका बोर्ड इसमें दोषी है। कांग्रेस कभी धार्मिक आस्था केंद्र से छेड़छाड़ नहीं करती। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया अपने राजगढ़ मंडल अध्यक्ष पर कार्यवाही करें। अब कांग्रेस मंदिर में मूर्तियां पुनर्स्थापित करवाएगी।

भाजपा बोर्ड में लिया गया फैसला, लेकिन उसमें मंदिर का नाम नहीं

डोटासरा ने कहा कि राजगढ़ नगर पालिका में भाजपा बोर्ड है। एक कांग्रेस का सदस्य है। बाकी सभी भाजपा पार्षद हैं। बोर्ड अध्यक्ष सतीश दुवारिया हैं। बोर्ड ने फैसला लेकर मंदिर तोड़ा है। भाजपा दिल्ली के जहांगीरपुरी में धार्मिक केन्द्रों पर भी बुलडोजर चला रही है। राजगढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी ने 2018 में जिला कलेक्टर को चिट्ठी लिखी थी कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दो बार  इसे अतिक्रमण मानकर हटाने को कहा। कलेक्टर अतिक्रमण तुरंत हटाए। अब भाजपा बोर्ड ने सर्वसम्मत फैसला लेकर मंदिर हटाया। भाजपा इसमें दोषी है।

पूनिया अपने मंडल और पालिका बोर्ड अध्यक्ष पर करें कार्यवाही

डोटासरा ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को  अपने मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी और नगरपालिका बोर्ड अध्यक्ष सतीश दुहारिया के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए। यह प्रमाणित है कि भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर सतीश दुहारिया ने कलेक्टर को पत्र लिखा था। भाजपा के नगर पालिकाध्यक्ष के फैसले से मंदिर टूटा। भाजपा किस की जांच कर रही है। वह जिम्मेदारी से माफी मांग अपने जनप्रतिनिधियों,कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही करे।

भाजपा के कांग्रेस शासन में मंदिर तोड़ने के आरोपों पर डोटासरा ने कहा – शासन क्या करेगा,नगर पालिका खुद मंदिर हटा रही है। पालिका ने जिला कलेक्टर से सहमति या परमिशन नहीं ली । उसने फैसला ले मंदिर हटाया। डोटासरा ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय सैकड़ों मंदिर तोड़े गए थे। तब RSS ने उनकी क्लास लगाई थी। उसकी भी जिम्मेदारी आज तक उन्होंने नहीं ली। इसलिए भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है। दिल्ली में भाजपा और आप आस्था केन्द्रों पर बुलडोजर चला रहे हैं।  राजस्थान में भी भाजपा के बोर्ड अध्यक्ष ने बुलडोजर चलवाया और दुर्भावना फैलाकर धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश की है। कांग्रेस वहां लोगों की आस्था के मुताबिक दोबारा विधि विधान से मूर्तियां लगवाएगी।

मंदिर हटाने की नहीं लिखी किसी पत्र में मांग

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के मीडिया को दिए भाजपा राजगढ़ मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी के जिला कलेक्टर अलवर को लिखे पत्र में कहीं भी मंदिर तोड़ने को नहीं लिखा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री के दो बार के निर्देशानुसार अधूरा गौरव पथ जल्द बनवाने की मांग है। राजगढ़ पालिकाध्यक्ष ज्योति सैनी का 2018 का पत्र डोटासरा ने मीडिया को दिया ।

प्रिंसिपल सेक्रेट्री राजस्थान को पत्र में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अधूरा गौरव पथ जल्द बनवाने की मांग है। इसमें तत्कालीन विधायक गोलमा देवी और राजगढ़ ईओ की गौरव पथ बनने की घोषणा भी है।

अलवर में मंदिर के बाद गोशाला पर चला बुलडोजर, वन विभाग ने खाली कराई 40 बीघा जमीन

राजस्थान के अलवर में मंदिर के बाद गोशाला पर बुलडोजर चला जिसमें 40 बीघा वनभूमि खाली हुई.

राजस्थान के अलवर में मंदिर के बाद अब गौशाला पर बुलडोजर चला है. जिले के कठूमर में गौशाला पर बुलडोजर चला. गौशाला को  उजाड़ गोवंश हटा दिया गया, जिन्हें रखने को प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए.

अलवर के कठूमर में वन विभाग ने एक दशक से चलती गोशाला को अतिक्रमण मान बुलडोजर से ध्वस्त किया.  सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर हिंदूवादी संगठन रूष्ट है. अब राजनीति भी गरमाई है. गोशाला ध्वस्त होने पर 400 गोवंश तितर-बितर हो गया.

लक्ष्मणगढ़ रेंजर्स जतिन सेन ने बताया कि मैथना रूधं में  वन विभाग की 40 बीघा जमीन पर एक दशक से गोशाला  थी, जिसमें 400 छोटे बड़े गोवंश थे. सहायक वन संरक्षक कोर्ट राजगढ़ के वर्ष 2020 के आदेश के अनुपालन में गोशाला को दिसंबर 2021 में जगह खाली कर गायों दूसरी जगह ले जाने का नोटिस था, लेकिन गोशाला संचालक ने नोटिस पालन नहीं किया.

21 अप्रैल को बुलडोजर चलाकर वन भूमि से गोशाला हटाई गई. तब वन कर्मचारी, कठूमर पुलिस, राजस्व विभाग सहित भारी संख्या में ग्रामीण थे. गोशाला संचालक ने 10 दिन का समय मांगा, लेकिन ग्रामीणों के विरोध से उन्हें समय नहीं दिया गया.

कठूमर उपखंड अधिकारी रामकिशोर मीणा ने बताया कि  प्रशासन के कैंप में गौशाला के वन भूमि अतिक्रमण मामला आया. इसी से वन विभाग ने जेसीबी से अतिक्रमण हटाया.

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