रेपिस्ट कोच गिरफ्तार,सेवामुक्त, साईं को प्रमाणपत्र निरस्त करने को अनुरोध

 

हरिद्वार हॉकी प्लेयर रेप मामला, कोच के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन,  HARIDWAR HOCKEY PLAYER RAPE CASE
आरोपी कोच की नौकरी से छुट्टी, SAI प्रमाण पत्र भी होंगे निरस्त, राज्य महिला आयोग ने भी लिया मामले का संज्ञान

हरिद्वार हॉकी प्लेयर रेप मामला

देहरादून 06 जनवरी 2025: उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स से पहले बड़ी खबर सामने आई है. हरिद्वार के रोशनाबाद क्षेत्र में हॉकी की नाबालिग प्लेयर ने अपने कोच भानुप्रकाश पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगाये हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए हरिद्वार पुलिस ने आरोपी कोच को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. जहां से आरोपी कोच को जेल भेज दिया गया है. आरोपी हॉकी कोच का नाम भानु प्रकाश (30 वर्ष) है. आरोपी टनकपुर का रहने वाला है.

पीड़िता से खेल मंत्री ने की मुलाकात: नेशनल गेम्स से पहले इस खबर से खेल विभाग में हड़कप मच गया. आनन फानन में खेल मंत्री हरिद्वार पहुंची. जहां खेल मंत्री रेखा आर्य ने पीड़िता से मुलाकात की.पीड़िता से मुलाकात के बाद खेल मंत्री ने मामले में सख्त से सख्त एक्शन की बात कही. खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की सोच रखने वाले लोगों को बिल्कुल भी बढ़ावा ना मिले इसके लिए विभाग सख्त कार्रवाई करने जा रहा है. साथ ही महिला सुरक्षा को लेकर के भी कई सख्त कदम आगे उठाने जा रहे हैं.

आरोपी कोच की नौकरी से छुट्टी: पीड़िता से मुलाकात के बाद खेल मंत्री रेखा आर्य सख्त नजर आई. उन्होंने इस घटना को गंभीर बताते हुए कड़ा एक्शन लिया. खेल मंत्री रेखा आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी कोच भानूप्रकाश की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की बात कही. इसके साथ ही खेल मंत्री की रेखा आर्य ने आरोपी कोच के खिलाफ स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) को एक पत्र लिखने की बात भी कही. जिसमें खेल विभाग और खेल मंत्री स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से आरोपी कोच के कोच संबंधी सभी प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग करेंगी.

 

हरिद्वार हॉकी प्लेयर रेप मामला (ETV BHARAT)
उत्तराखंड महिला आयोग ने लिया संज्ञान: खेल मंत्री के साथ ही उत्तराखंड महिला आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है.हिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल से इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा किसी भी कीमत पर इस निन्दनीय घटना के आरोपी को बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने जिला क्रीड़ा अधिकारी को मामले में गंभीर जांच के निर्देश दिए हैं.

महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए टोल फ्री नंबर: वहीं, इस घटना के बाद खेल विभाग ने महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने कहा यह राष्ट्रीय खेलों से पहले खेल विभाग के लिए एक बड़ा सबक है. उन्होंने कहा इस तरह की मानसिकता रखने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. घटना होने ही नहीं बल्कि कुछ भी इस तरह की शिकायत प्राप्त होने पर विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि आज से ही हर खेल में मौजूद महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए विभाग एक टोल फ्री नंबर जारी कर रहा है।

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Accused coach’s job terminated, Sports Minister will send letter to return the certificate

आरोपित कोच की नौकरी खत्म, सर्टिफिकेट वापस करने के लिए खेल मंत्री भेजेंगी पत्र

हरिद्वार। हरिद्वार के रोशनाबाद में नाबालिग हॉकी खिलाड़ी से दुष्कर्म के आरोपी कोच की सेवा समाप्त कर दी गई है। इतना ही नहीं उसे जारी सर्टिफिकेट भी निरस्त कराने की अनुशंसा की गई है। सोमवार देर शाम खेल मंत्री रेखा आर्या हरिद्वार पहुंचीं। उन्होंने पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि यह अक्षम्य घटना है और आरोपी कोच ने अपने पेशे को कलंकित किया है। उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से आरोपित कोच की संविदा नियुक्ति खत्म कर दी गई है। इसके अलावा विभाग प्राधिकरण को एक पत्र भेजकर आरोपी कोच को विभिन्न संस्था से जारी कोचिंग सर्टिफिकेट आदि भी निरस्त करने का अनुरोध किया जा रहा है।

खेल मंत्री ने कहा कि आरोपित के खिलाफ एक सार्वजनिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिससे भविष्य में देश में कहीं भी उसे बतौर कोच काम ना मिल सके। खेल मंत्री ने मामले की जांच कर रही पुलिस टीम से फॉरेंसिक व अन्य सभी तरह के साक्ष्य एकत्र कर आरोपी के खिलाफ मजबूत केस तैयार करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में इस तरह के जघन्य अपराध के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने आरोपी को सख्त सजा दिलाने के लिए मजबूत पैरवी और पीड़िता को न्याय दिलाने का भी आश्वासन परिजनों को दिया। कहा कि जीरो टॉलरेंस के साथ उत्तराखंड खेल मंत्रालय और सरकार पीड़िता और उसके परिवार के साथ है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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