मुख्यमंत्री पद को दिल्ली दौड़,गणेश परिक्रमा शुरू,धामी आश्वस्त
पुष्कर सिंह धामी बोले: जिम्मेदारी पर खरा उतरा, खुद हार गया लेकिन पार्टी नेतृत्व का भरोसा नहीं टूटने दिया
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी उस पर वह खरा उतरे हैं। संतोष है कि पार्टी चुनाव जीती। उन्होंने पार्टी नेतृत्व का भरोसा नहीं टूटने दिया। ये बातें उन्होंने भाजपा की जीत पर बधाई देने पहुंचीं उत्तराखंड बाल आयोग की अध्यक्ष से मुलाकात के दौरान कहीं।
उत्तराखंड बाल आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर गीता खन्ना ने शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मिलकर उन्हें प्रदेश में पार्टी की जीत पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद चुनाव हार गए, लेकिन पार्टी चुनाव जीत गई। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी उस पर वह खरा उतरे हैं।
आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उनके साथ ही अन्य पार्टी नेताओं ने भी पार्टी की जीत पर मुख्यमंत्री को बधाई दी। सीएम ने कहा कि चुनाव में यदि अपने क्षेत्र में अधिक समय देते तो शायद चुनाव जीत जाते। लेकिन यदि पार्टी का प्रदर्शन खराब हो जाता तो अपने वरिष्ठ नेतृत्व को क्या जवाब देता। जिसने इतने भरोसे के साथ उन्हें चुनाव कमान सौंपी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें संतोष है कि पार्टी चुनाव जीती है और उन्होंने पार्टी नेतृत्व का भरोसा नहीं टूटने दिया।
प्रदेश में कई विधायक धामी के लिए सीट छोड़ने को तैयार
CM पुष्कर सिंह धामी के लिए भाजपा विधायकों ने शुरू की लॉबिंग,प्रदीप बत्रा सहित पांच एमएलए ने दी सीट छोड़ने की पेशकश
CM पुष्कर सिंह धामी के लिए भाजपा विधायकों ने शुरू की लॉबिंग,प्रदीप बत्रा सहित पांच एमएलए ने दी सीट छोड़ने की पेशकश
देहरादून13 मार्च।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फिर से सीएम बनाने के लिए भाजपा के कुछ विधायकों ने लॉबिंग शुरू कर दी है। अब तक पांच विधायक उनके लिए सीट छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। विधानसभा चुनावों में भाजपा ने राज्य में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर 47 सीटें जीती हैं, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद अपनी सीट हार गए हैं।
भाजपा ने इस बार युवा मुख्यमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि हार के बावजूद धामी को फिर से सीएम बनाया जा सकता है। इसीलिए मुख्यमंत्री धामी के लिए लॉबिंग भी शुरू हो गई है। अभी तक भाजपा के पांच विधायक मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
अभी तक जिन विधायकों ने मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट छोड़ने का ऐलान किया है उनमें चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर के मोहन सिंह मेहरा, लालकुंआ डा. मोहन सिंह बिष्ट, रूड़की के प्रदीप बत्रा और खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नाम शामिल हैं।
उमेश कुमार ने शर्त रखी
खानपुर से निर्दलीय जीत कर आए विधायक उमेश कुमार ने मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश तो की है लेकिन शर्त भी जोड़ी है। उन्होंने कहा कि सीएम बनने के छह महीने के भीतर यदि उनकी शर्तों को पूरा करने का भरोसा यदि सीएम धामी दें तो वह अपनी सीट छोड़ सकते हैं।
उन्होंने अपनी शर्तों के बारे में कहा कि खानुपर में सिडकुल स्थापना का गजट नोटिफिकेशन किया जाए। कम से कम पांच उद्योगपतियों के साथ एमओयू किए जाएं। मुजफ्फरनगर के मोरना सीमा से हरिद्वार तक गंगा नदी पर तटबंद बनाकर सड़क का काम किया जाए। सोलानी नदी पर भी यूपी की सीमा पर तटबंद व सड़क बने। इसके अलावा भी उन्होंने कई शर्तें जोड़ी हैं।
आरक्षित सीट से विधायक ने भी की पेशकश
मुख्ममंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सामान्य सीट के छह विधायकों ने तो सीट छोड़ने की पेशकश की ही है लेकिन आरक्षित सीट के विधायक भी ऐसा बयान दे रहे हैं। गंगोलीहाट आरक्षित सीट से चुनकर आए विधायक फकीर राम ने भी मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट छोड़ने का ऐलान किया है। हालांकि मुख्यमंत्री धामी का इस सीट से चुनाव लड़ना संभव नहीं है।
हरिद्वार, यूएस नगर में भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन
विधानसभा चुनावों में हरिद्वार और यूएस नगर जिलों में भाजपा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। हरिद्वार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की कर्मभूमि रही है। पिछले चुनावों में भाजपा ने जिले से 11 में से आठ सीटें थी, लेकिन इस बार पार्टी का यहां कमजोर प्रदर्शन रहा और सिर्फ तीन सीटें ही हाथ लग पाई।
वहीं, यूएस नगर जिले को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रभाव का जिला माना जाता है। वर्ष 2017 के चुनाव में यूएसनगर की नौ में से आठ सीटें झोली में आई थी। इस दफा सीटें घटकर चार रह गई हैं।
में कई विधायक उनके लिए सीट छोड़ने को तैयार हैं जिन्होंने कहा है कि मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान में जुटे रहे और अपने लिए समय नहीं दे सके।
प्रदीप बत्रा पूर्व मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने को तैयार य, कहा- प्रदेश में मोदी-धामी के नाम पर हुआ चुनाव
शनिवार को एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान हरिद्वार जिले की रुड़की विधानसभा सीट पर जीतने वाले प्रदीप बत्रा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम पुष्कर सिंह धामी के नाम पर चुनाव लड़ा है। शीर्ष नेतृत्व के समक्ष पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सीएम बनाने की बात रखी जाएगी। पुष्कर सिंह धामी के चुनाव लड़ने के लिए वह अपनी सीट छोड़ने को भी तैयार हैं।
हरिद्वार जिले की रुड़की विधानसभा सीट पर जीतने वाले प्रदीप बत्रा ने कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए रुड़की से अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं। वह चाहें तो रुड़की से चुनाव लड़ सकते हैं। यहां से चुनाव जीतने के बाद शहर के लोगों को शहर का मुख्यमंत्री मिलेगा। उन्होंने प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत पर शहर और प्रदेश के लोगों को बधाई भी दी।
शनिवार को एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान प्रदीप बत्रा ने कहा कि वह रुड़की की जनता का आभार जताते हैं जिसने उन्हें तीन बार विधायक चुना है। रुड़की को मॉडल शहर बनाने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। रुड़की को ऐसा शहर बनाया जाएगा जो प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में नंबर एक मॉडल शहर होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व सीएम पुष्कर सिंह धामी के नाम पर चुनाव लड़ा है। दोनों के नेतृत्व में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की है। शीर्ष नेतृत्व के समक्ष पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सीएम बनाने की बात रखी जाएगी। पुष्कर सिंह धामी के चुनाव लड़ने के लिए वह अपनी सीट छोड़ने को भी तैयार हैं। वह यहां से चुनाव जीतकर सीएम बनेंगे जिससे लोगों को शहर का सीएम मिलेगा और विकास कार्यों को पंख लगेंगे। इस दौरान सौरभ गुप्ता, मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंधु, राम अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
सांसद अजय टम्टा एवं नवनिर्वाचित विधायक डॉक्टर धन सिंह रावत ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें पार्टी की जीत पर बधाई दी।
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मिले अजय भट्ट और कैलाश विजयवर्गीय
उत्तराखंड चुनाव में भाजपा को दो तिहाई बहुमत मिला है। अब मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इसी क्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से भेंट की
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मिले अजय भट्ट और कैलाश विजयवर्गीय
केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की।
भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर चल रही चर्चा के बीच शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम निहितार्थ निकाले जाने लगे। यद्यपि, केंद्रीय राज्यमंत्री भट्ट ने शाम को स्पष्ट किया कि यह केवल शिष्टाचार भेंट थी।
मुख्यमंत्री पद के लिए जिन नेताओं के नाम चर्चा में हैं, उनमें नैनीताल से सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट भी हैं। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय छह मार्च से देहरादून में डेरा डाले थे, चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद गत दिवस दिल्ली लौट गए थे। ऐसे में शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय राज्यमंत्री भट्ट और राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय व प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा की राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से हुई मुलाकात को लेकर चर्चा होने लगी थी।
यद्यपि, शाम को संपर्क करने पर केंद्रीय राज्यमंत्री भट्ट ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय महामंत्री संगठन से उनकी शिष्टाचार भेंट थी। दो माह बाद वह पार्टी कार्यालय गए तो राष्ट्रीय महामंत्री संगठन से मुलाकात का समय मिल गया। तभी राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय और प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा भी आ पहुंचे। भट्ट के अनुसार मुलाकात के दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव में मिली जीत और केंद्रीय नेतृत्व की मानीटरिंग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही मुख्यमंत्री धामी की हार पर अफसोस जताया। इसके अतिरिक्त अन्य किसी विषय पर चर्चा नहीं हुई।
सुबोध और महाराज भी पहुंचे दिल्ली
निवर्तमान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल शनिवार को दिल्ली पहुंच गए, जबकि सतपाल महाराज बीते दिवस ही दिल्ली चले गए थे। चर्चा है कि महाराज ने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की है, लेकिन महाराज से संपर्क न होने के कारण इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। उधर, उनियाल ने कहा कि वह व्यक्तिगत कार्य से दिल्ली आए हैं, लेकिन राष्ट्रीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। यह सामान्य बात है।