रिलायंस राज्यों को हर दिन 700 टन मुफ्त आक्सीजन देगी,आगे 1000 टन का लक्ष्य
कोरोना मरीजों के लिए मदद का हाथ:रिलायंस इंडस्ट्रीज कोविड प्रभावित राज्यों को हर दिन 700 टन ऑक्सीजन मुफ्त देगी, इसे बढ़ाकर 1,000 टन किया जाएगा
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पहले 100 टन ऑक्सीजन महाराष्ट्र को सप्लाई करने की बात कही थी। अब कंपनी क्षमता बढ़ाकर 700 टन कर रही है
कंपनी ने सबसे पहले महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सीजन देने का फैसला किया था
ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाने के लिए जामनगर की रिफाइनरी में सुधार किया जा रहा है
मुम्बई 21 अप्रैल। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) कोविड प्रभावित राज्यों को रोजाना 700 टन ऑक्सीजन की सप्लाई करेगी। इसके लिए कंपनी गुजरात के जामनगर की अपनी रिफाइनरीज की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को अपग्रेड रही है। यह ऑक्सीजन राज्यों को मुफ्त दी जाएगी।
जामनगर रिफाइनरी से होगी सप्लाई
जानकारी के मुताबिक, जामनगर की रिफाइनरी पहले 100 टन ऑक्सीजन की मैन्युफैक्चरिंग कर रही थी। अब इसे बढ़ाकर 700 टन करने का फैसला लिया है। जिन राज्यों में इसकी सप्लाई होगी उसमें गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश प्रमुख हैं। यहां रोजाना 70 हजार से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। इसमें काफी सीरियस भी हैं। कंपनी की योजना मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन प्रोडक्शन की क्षमता बढ़ाकर 1,000 टन करने की है।
1,000 टन के लिए समय सीमा तय नहीं
हालांकि 1,000 टन की क्षमता कब तक शुरू होगी, इसकी कोई समय सीमा कंपनी ने नहीं दी है। दरअसल कंपनी जामनगर में कोई ऑक्सीजन नहीं बनाती है। इसका जो मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन है वह कच्चे तेलों को डीजल, पेट्रोल और जेट ईंधन में तब्दील करता है। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों से ऑक्सीजन की अचानक मांग आने से कंपनी ने मेडिकल इक्विपमेंट को यहां पर इंस्टॉल किया है और इसकी पूरी प्रक्रिया को सेट अप किया है।
70 हजार मरीजों को होगा फायदा
कंपनी जो हर दिन 700 टन ऑक्सीजन की सप्लाई करेगी उससे करीबन 70 हजार मरीजों को रोजाना ऑक्सीजन की व्यवस्था हो पाएगी। ऑक्सीजन की पूरी सप्लाई जिसमें ट्रांसपोर्टेशन खासकर टैंकर होगा, वह माइनस 183 डिग्री सेल्सियस के रूप में होगा। इसके लिए राज्य सरकारों को कोई कीमत नहीं चुकानी होगी। यह कंपनी की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी में दिया जाएगा।
अन्य कंपनियां भी लगी हैं काम पर
रिलायंस के अलावा सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन भी अपनी रिफाइनरीज में इसी तरह से ऑक्सीजन को बनाने के लिए काम कर रही हैं। वे भी उन्हीं राज्यों को सप्लाई करेंगी, जहां कोरोना से हालात बुरे हैं। बता दें कि पिछले हफ्ते ही रिलायंस ने महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सीजन सप्लाई करने की बात कही थी।
टाटा भी लगा है ऑक्सीजन सप्लाई में
उधर दूसरी ओर टाटा ग्रुप की स्टील कंपनी टाटा स्टील ने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राष्ट्र की आवश्यकता को देखते हुए हमने ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी है। कंपनी ने कहा कि हम रोजाना 200-300 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीन की सप्लाई कर रहे हैं। यह सप्लाई विभिन्न राज्य सरकारों और अस्पतालों में की जा रही है। कंपनी ने कहा कि हम इस लड़ाई में एकजुट हैं और निश्चित तौर पर इसमें जीतेंगे।
सेल ने 33 हजार टन ऑक्सीजन सप्लाई किया
देश की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी सेल अब तक 33 हजार टन ऑक्सीजन की सप्लाई कर चुकी है। कंपनी ने कहा है कि इस ऑक्सीजन का इस्तेमाल कोरोना से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए हुआ है। सेल ने कहा कि इस ऑक्सीजन की सप्लाई बोकारो (झारखंड), भिलाई (छत्तीसगढ़), राउरकेला (ओडिशा), दुर्गापुर और बुर्नपुर (पश्चिम बंगाल) के स्टील प्लांटों से की गई है।
गुजरात को रोजाना 200 टन ऑक्सीजन दे रही है AMNS इंडिया
आर्सेलरमित्तल निप्पोन स्टील इंडिया (AMNS इंडिया) ने कहा है कि वह रोजाना 200 टन मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही है। यह ऑक्सीजन गुजरात की हेल्थ एजेंसियों को दी जा रही है। AMNS इंडिया के CEO दिलीप ओम्मान ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता में हम सभी एजेंसियों के साथ खड़े हैं।