भ्रष्टाचार उजागर करने पर ठेकेदार ने की पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या,छह गिरफ्तारों में चचेरा भाई भी
Chhattisgarh raipur Cousin Ritesh Chandrakar Main Accused Of Murder Of Journalist Mukesh Chandrakar In Bastar Murder Of Journalist In Chhattisgarh
चचेरे भाई ने ही रची थी मुकेश के हत्या का षड्यंत्र! छत्तीसगढ़ में युवा पत्रकार के मर्डर को लेकर बड़ा अनावरण
छत्तीसगढ़ में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। बताया जा रहा है कि मुकेश का चचेरा भाई ही हत्या का मुख्य आरोपित निकला है। पुलिस ने जिन तीन आरोपित पकड़े है उसमें रितेश भी है।
बस्तर 04 जनवरी 2024 : छत्तीसगढ़ के बस्तर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक नया मोड़ आया है। बताया जा रहा है कि मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी की पहचान उसके अपने चचेरे भाई के रूप में हुई है। पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को पकड़ा है उसमें मुकेश का चचेरा भाई रितेश चंद्राकर भी शामिल है।
दरअसल, 28 साल के युवा पत्रकार ने हाल ही में 120 करोड़ रुपए की सड़क परियोजना में कथित भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। इसका काम ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के पास था। खुलासे के बाद राज्य सरकार ने जांच शुरू की थी, जिससे ठेकेदारी लॉबी में हलचल मच गई थी। 1 जनवरी की रात को सुरेश के भाई रितेश ने मुकेश के साथ ठेकेदार की मीटिंग तय की थी। मुकेश मीटिंग करने पहुंचा और जब निकला तभी से उसका मोबाइल ऑफ हो गया। उधर मुकेश का भाई उसे ढूंढ रहा था। नहीं मिलने पर उसने थाने में मुकेश के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने मोबाइल के लास्ट लोकेशन के आधार पर जब जांच शुरू की तो सुरेश की एक प्रॉपर्टी पर स्थित एक सेप्टिंक टैंक में मुकेश की लाश मिली।
मामला उजागर हुआ तो रिश्ते में आ गई कड़वाहट
पुलिस ने रितेश और परिवार के एक अन्य सदस्य दिनेश चंद्राकर के साथ तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि सुरेश अभी भी फरार है। पुलिस के अनुसार मुकेश और रितेश अच्छे दोस्त थे। वे अक्सर उस जगह पर मिलते थे जहां पर मुकेश का शव मिला है। सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले मुकेश के काम से दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई। हालांकि मुकेश के परिवार को कोई सीधी धमकी नहीं दी गई थी।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर केस में आरोपित ठेकेदार के ठिकानों पर बुलडोजर एक्शन, 3 बैंक खातों की होगी जांच
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में प्रशासन ने आरोपी सुरेश चंद्राकार के ठिकानों पर जेसीबी से कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशासन अवैध निर्माण पर बुलडोजर से कार्रवाई कर रहा है.
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में टीवी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में प्रशासन ने आरोपित ठेकेदार सुरेश चंद्राकार के ठिकानों पर जेसीबी से कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशासन अवैध निर्माण पर जेसीबी से कार्रवाई कर रहा है. इसके अलावा मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में एसआईटी गठित की गई है. जांच के लिए सुरेश चंद्राकर के तीन बैंक खातों को कब्जे में लिया गया है.
मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ था. मुकेश 1 जनवरी से लापता थे. पुलिस ने मुकेश की तलाश के लिए सुरेश चंद्राकर के घर पर छापा मारा. जांच के दौरान वहां सेप्टिक टैंक से एक शव बरामद हुआ. शव की हालत काफी खराब थी, लेकिन कपड़ों से उसकी पहचान पत्रकार मुकेश चंद्राकर के रूप में हुई.
क्या है मामला?
मालूम हो कि 1 जनवरी को सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश ने मुकेश को जगह पर बुलाया था. इसके बाद से मुकेश का फोन बंद था. बीजापुर पुलिस को मुकेश का शव सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर स्थित एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ. बस्तर में ठेकेदार लॉबी का बड़ा दबदबा है. आरोप है कि ठेकेदार सरकारी अधिकारियों को घूस देकर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स हासिल करते हैं. इन गतिविधियों को उजागर करने वाले पत्रकारों को धमकियां और खतरों का सामना करना पड़ता है. इस संदिग्ध मौत ने बस्तर में मीडिया और ठेकेदार लॉबी के बीच तनावपूर्ण संबंधों को उजागर किया है.
ठेकेदार के करप्शन को उजागर किया था
बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के करप्शन को उजागर किया था. ठेकेदार सुरेश चंद्राकर बस्तर में 120 करोड़ की सड़क बनाने का ठेका मिला था. पत्रकार मुकेश की खबर के बाद ठेकेदार के खिलाफ जांच का आदेश सरकार ने दिया था. इसके बाद एक जनवरी से मुकेश चंद्राकर का कुछ भी पता नहीं चल रहा था. दावा है कि आखिरी बार कॉल करके ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के भाई रीतेश ने मुकेश को कॉल किया था. इसके बाद एक जनवरी से ही मुकेश चंद्राकर का फोन स्विच ऑफ आता रहा. दावा है कि टैंक में शव को डालकर उसके ऊपर प्लास्टर कर दिया गया था, जिसके बाद पुलिस को शक हुआ.
परिजनों के लिए प्रियंका गांधी ने की मुआवजे की मांग
वायनाड से सांसद और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पत्रकार की हत्या की निंदा की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, बस्तर, छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार स्तब्ध करने वाला है. खबरों के मुताबिक, मुकेश जी ने अपनी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार का खुलासा किया था जिसके बाद उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. मेरी राज्य सरकार से मांग है कि इस मामले में सख्त और त्वरित कार्रवाई हो, दोषियों को कड़ी सजा मिले और दिवंगत के परिजनों को उचित मुआवजा एवं नौकरी पर विचार किया जाए.
पत्रकार की हत्या के मामले में राजनीति शुरू
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ की कानून-व्यवस्था बिगड़ चुकी है और अपराधियों को हौसले बुलंद हैं. वहीं, भाजपा ने मुकेश चंद्राकर की हत्या के तार कांग्रेस नेता से जुड़े होने का दावा किया है. भाजपा छत्तीसगढ़ ने X पर एक पोस्ट में लिखा, ‘कॉन्ट्रैक्टर है या कांग्रेसी कॉन्ट्रैक्ट किलर. घृणित येन-केन-प्रकारेण की राजनीति के परिचायक कांग्रेसियों… जरा अपने गिरेबां में झांककर देखो, क्या जल्दबाजी में तुमने अपना ही कच्चा चिट्ठा खोल दिया है. बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का मुख्य आरोपित कॉन्ट्रैक्टर सुरेश चंद्राकर की कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से घनिष्ठता जगजाहिर है. दीपक बैज ने ही सुरेश को कांग्रेस पार्टी के SC मोर्चा के प्रदेश सचिव के पद से नवाजा है. मोहब्बत की तथाकथित कांग्रेसी दुकान से तरह-तरह के अपराध के सामान बिक रहे हैं, सारे सेल्समैन अपराधी जो हैं. सरगना कौन? राहुल गांधी जवाब दो. कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ.’
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने की घटना की निंदा
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू का बयान आया है. उन्होंने मुकेश चंद्राकर की हत्या की निंदा की और शोक प्रकट किया. केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा, पत्रकार हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं, और हमारी कमियों को बताने का काम करते हैं. 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सल मुक्त होगा, इस प्रकार की घटनाएं हमारे मन में तकलीफ देती हैं और मैं इस घटना में शोक प्रकट करता हूं.