जटिल कोरोना प्रतिबंधों से कुंभ यात्रियों को मुक्त रखने की मांग को बनाई मानव श्रृखला
*हरिद्वार 15 फरवरी,* केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेला 2021 के मुख्य पर्व शाही गंगा स्नान के दौरान तीर्थ यात्रियों, संत, महात्मा, श्रद्धालुओं पर कोरोना जटिल पाबंदी से धर्मनगरी हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालु को मुक्त किए जाने की मांग को लेकर अपने अनोखे प्रदर्शन के साथ लघु व्यापार एसोसिएशन. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा के संयोजन में कुंभ मेला कंट्रोल रूम सीसीआर घाट से विष्णु घाट पुल तक एक लंबी मानव श्रृंखला बनाकर गंगा के घाटों पर स्नान व पूजा अर्चना कर रहे तीर्थयात्रियों पर फूलों की वर्षा कर यात्रियों का भव्य स्वागत किया। केंद्र व राज्य सरकार से यह भी मांग की उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर जिस प्रकार से बनारस, प्रयागराज में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में यूपी के धार्मिक स्थल मथुरा, वृंदावन, अयोध्या अनेकों धार्मिक स्थलों पर तीर्थ यात्रियों को कोरोना की पाबंदी से मुक्त किया गया है, उसी की तर्ज पर धर्मनगरी हरिद्वार में कुंभ मेले के मुख्य स्नानो के दौरान आने वाले तीर्थ यात्रियों को उत्तराखंड की धर्म संस्कृति के अनुरूप सर्वजनिक स्थलों पर स्वागत कर कोरोना की बंदिशों से मुक्त किए जाने की मांग को दोहराया।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष, पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा राज्य सरकार को कोरोना से बचाव की नियम शर्तों को परिवर्तन के साथ आसान बना कर तीर्थयात्रियो व संत महात्माओं पर कुंभ में आने की पाबंदी से मुक्त किया जाना नितांत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा कोरोना से बचाव के महा अभियान में देश की जनता जागरूकता के साथ कोरोना से बचाव का स्वयं ही उपाय करती चली आ रही है, यदि राज्य सरकार व केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजें कि देश दुनिया अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, हवाई अड्डे इत्यादि क्षेत्रों में कोरोना निशुल्क वैक्सीन लगाकर हरिद्वार कुंभ मेला आयोजन में भेजे जाने की योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर चलाना होगा ताकि विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन सनातन परंपरा का प्रतीक कुंभ मेला 2021 को भव्य व दिव्य निर्विघ्नं रूप से संपन्न कराया जा सके।
महाकुंभ मेला 2021 में धर्मनगरी हरिद्वार आने वाले तीर्थ यात्रियों, श्रद्धालु, संत महात्माओं के आने पर प्रतिबंध से मुक्त किए जाने की मांग करते राजेंद्र पाल, मंजू तोमर, नीतीश अग्रवाल, सतीश प्रजापति, राजकुमार एंथोनी, आशीष अग्रवाल, दिलीप उपाध्याय, शिव प्रकाश शिबू, गौरव मित्तल, दीपक कुमार मेहरा, अंकित ठाकुर, दारा सिंह, आशु रस्तोगी, हरिओम चंदेलिया, पूनम माखन, नीतू अग्निहोत्री, संगीता कोहरी, पिंकी देवी, सुमित्रा शर्मा, आशा देवी, मंजू पाल, मुन्नी देवी, गुड्डी देवी, प्रेमपाल, संजय गुप्ता, मोहनलाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।