नबी पर टिप्पणी से कानपुर में दंगा,सात घायल, 18 हिरासत में

कानपुर में हिंसा :जुमे की नमाज के बाद दुकानें बंद कराने पर दो समुदायों में पथराव और फायरिंग; योगी बोले-कोई बख्शा नहीं जाएगा
कानपुर 03 जूूून। कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया। भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी नाराज मुस्लिम समुदाय यतीमखाना की सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद करा रहा था। इससे दोनों समुदाय के लोग आमने- सामने आ गए जिसके बाद पथराव हुआ। बवाल नियंत्रित करने पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पत्थर फेंके गए।

बवाल इसलिए हुआ क्योंकि जुमे की नमाज में मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि मोहम्मद साहब पर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं होगी। वहीं, मुस्लिम संगठनों ने बाजार बंद का आह्वान भी किया। पुलिस ने किसी भी इलाके में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन लोग सड़कों पर निकल आए। परेड चौराहा पर करीब एक हजार लोग इकट्‌ठा हुए। बवाल शुरू होने पर तेजी से स्थिति बेकाबू हुई। पुलिस तंग गलियों में घुसकर कार्रवाई नहीं कर पाई।

हालांकि करीब 4 घंटे चले उपद्रव के बाद स्थितियां काबू में आईं। पुलिस ने 18 उपद्रवी हिरासत में लिये हैं। वहीं, कानपुर उपद्रव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी। कोई बख्शा नहीं जाएगा।

दोनों पक्षों के बीच पथराव होने के बाद रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है।

सबसे पहले चंद्रेश के हाता में हुआ था पथराव

जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग यतीमखाना के बाजार में आए। दुकानें बंद करने का दबाव बनाने लगे। दूसरे धर्म के लोगों ने दुकान बंद करने से मना किया था। नमाजियों के बीच शामिल कुछ अराजक तत्वों ने सबसे पहले चंद्रेश के हाता में घुसकर पथराव किया था जिसके बाद माहौल बिगडा । भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने तमंचों से फायर भी किए। इस जानकारी के बाद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, ज्वाइंट कमिश्नर आनंद तिवारी भी मौके पर आए।

पुलिस का लाठीचार्ज, फिर भी होता रहा पथराव

पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने को कई राउंड फायर किया। लाठीचार्ज कर लोगों को गलियों में खदेड़ा । फिर भी रुक-रुककर पथराव होता रहा। पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है। फिलहाल कानपुर में तनाव  बना हुआ है। स्थिति नियंत्रित करने को 12 थानों की फोर्स मौके पर भेजा गया है। इस पथराव में करीब 7 लोग घायल हुए हैं। जो अस्पताल  में भर्ती हैैं।

पुलिस ने उपद्रवियों को हिरासत में लिया। उन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है।

डीजीपी और एडीजी एलओ को फोर्स भेजने के डायरेक्शन

यूपी सरकार ने डीजीपी और एडीजी एलओ को निर्देश दिए हैं। जिसके बाद 2 कंपनी पीएसी और 1 प्लाटून कानपुर भेजी जा रही है। साथ ही, उच्च अधिकारी भी कानपुर में माहौल संभालने के लिए भेजे जा रहे हैं। वहीं, डीएम नेहा शर्मा ने कहा कि अभी स्थिति कंट्रोल में है। पत्थरबाजों पर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन, साजिश करने वालों की पहचान की जा रही है।

कांग्रेस, सपा ने बयान जारी किए

कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, ‘भाजपा ने भीड़तंत्र के जो भस्मासुर पाले हैं, अब वे रंग दिखा रहे हैं। कितनी गंभीर बात है कि देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी कानपुर में हैं, उसके बाद भी वहां हिंसा भड़क गई। यूपी में कानून का राज खत्म हो चुका है। आम जनता से अपील है कि कृपया शांति बनाएं रखें।’

सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी ने कहा-पुलिस ने मामले को हवा दी। घटना निंदनीय है।
बजरंग दल के नेता प्रकाश शर्मा और विहिप नेता मौके भी पहुंचे है। प्रकाश शर्मा ने कहा-माहौल को बिगाड़ने में कुछ खास लोगों का हाथ है।

कानपुर के बाजार बंद

दरअसल, भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल की डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी की थी जिससे मुस्लिम समाज में नाराजगी थी। जोहर फैंस एसोसिएशन व अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिमों से कारोबार बंद रखने की अपील की। शुक्रवार सुबह से ही चमनगंज, बेगनगंज, तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में कहीं आंशिक तो कहीं बाजार पूरी तरह से बंद थे। वहीं, इस बवाल के बाद कानपुर के बाकी बाजारों में भी सन्नाटा छा गया। एहतियातन शहर के दूसरे बाजारों में भी पुलिस गश्त बढ़ाई गई है। ताकि, हिंसा एक इलाके तक ही सीमित रखा जा सके।

यतीमखाना के बाजार पहले ही बंद थे। लेकिन, बवाल होने के बाद दूसरे बाजार भी बंद करवाए गए।

बैरिकेडिंग लगाकर एरिया सील कियाा

पुलिस पूरी मजबूती से बवाल के पीछे के चेहरों को पहचान कर रही है। सीसीटीवी से पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। बवाल करने वालों को नियंत्रित करने रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। बैरिकेडिंग लगा एरिया सील किए गए हैं।

बवाल करने वालों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। ताकि, साजिश करने वालों तक पहुंचा जा सके।

शहरी काजी के साथ मारपीट

शहर काजी हाजी कुद्दूस को बात करने के लिए बुलाया गया था। उन्हे उन्ही के समुुुुदाय के अराजक तत्वों ने पीट मोबाइल छीन लिया ।

सुबह से ही बवाल की भूमिका बनाई जा रही थी। पूरे बाजार में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे। दुकान बंद रखने के लिए वॉट्सऐप संदेश भेजे जा रहे थे। लेकिन लोकल इंटेलिजेंस की तरफ से अलर्ट जारी नहीं हुआ था।

दंगे जैसे हालात, पुलिस पर पथराव, कई लोग घायल

कानपुर में यतीमखाना चौराहा इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुसलमान बाजार बंद कराने सड़कों पर उतर आए। हिंंदुओं ने बाजार बंद का विरोध किया इसके बाद ही दोनों के बीच पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते मामला बढा और पत्‍थरों के साथ पेट्रोल बमों का भी इस्‍तेमाल होने लगा।

हाइलाइट्स
1-कानपुर में जुमे की नमाज के बाद दो गुटों में झड़प हो गई
2-नमाज के बाद कुछ लोग यतीमखाना इलाके में बाजार बंद रहा रहे थे
3-इसी दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए और पथराव शुरू हो गया

पुलिस पर दंगाई पथराव कर रहे हैं साथ ही पेट्रोल बम भी फेंक रहे हैं। अब तक 18 लोग हिरासत में लिए गए हैं। फिलहाल पुलिस (kanpur police) ने हालात काबू में होने का दावा किया। एक पुलिसकर्मी समेत कुछ लोग घायल हुए हैं। मुुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना घटना स्थल पर पहुंच मोर्चा संभाला। लोगों से अमन-चैन बनाये रखने की अपील की, मीडिया को जानकारी दी। फिलहाल, दो कंपनी पीएसी और भेजी जाएगी कानपुर, प्रदेश के उच्‍चाधिकारी कानपुर रवाना। इस बीच कानपुर बवाल के मास्टरमाइंड ज़फर हयात हाशमी की तलाश में पुलिस जुटी है। उसी पर दुकानें बंद कराने का आरोप है।

शुरुआती पथराव के बाद कानपुर के यतीमखाना चौराहा इलाके की गलियों में दंगाइयों की पहचान करने गई पुलिस पर पथराव हुआ था। पुलिस पर छतों से पथराव हुआ। पुलिस ने भीड़ पर पहले लाठीचार्ज किया, फिर पुलिस भी जवाब में पत्‍थर फेंकने लगी।

 

इस तरह के पोस्‍टर लगाकर बाजार बंद कराने की बात कही गई थी

 

राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री कानपुर देहात में

कानपुर का एक बार फिर से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। एक तरफ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कानपुर देहात में हैं। वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार दोपहर परेड के यतीमखाना में दो पक्ष आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों की तरफ से पथराव और हवाई फायरिंग शुरू हो गई। देखते ही देखते पत्‍थर चलने लगे। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाठी पटक कर बवालियों को खदेड़ दिया। परेड और चमनगंज इलाके को सील कर दिया गया। भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है।

शुक्रवार को मुस्लिम संगठन ने बाजार बंद का एलान किया था। जुमे की नमाज के बाद भीड़ इकट्ठा हुई और परेड की तरफ निकल पड़ी। भीड़ ने कुछ दुकानें भी बंद कराई । जैसे ही भीड़ चंद्रेश्वर हाते के पास पहुंची, तो दूसरे पक्ष ने विरोध किया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।

 

5 जून को जेल भरो आंदोलन के पोस्‍टर भी लगे थे

गोलियां और बम भी चले

परेड और आसपास के लोग जब तक समझ पाते कि एक तरफ़ से गोलियां और बम चलने लगे। काफी देर दोनों पक्षों में बवाल हुआ। कानपुर का फोर्स वीआईपी ड्यूटी में था।  इसकी भनक पुलिस फोर्स को लगी तो तीन थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। काफी देर पुलिस भी दर्शक बनी रही। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए। कई लोगों के सिर फट गए।

बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स इकट्ठा हुई तो उसने लाठीचार्ज किया। भीड़ इधर-उधर भागने लगी। फिलहाल भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात है।

तस्वीरों में बवाल

पुलिस के साथ उपद्रवी मोर्चा ले रहे हैं। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। कई राउंड फायरिंग की गई है।

उपद्रवियों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। आगजनी के प्रयास हुए हैं। लेकिन, पुलिस सक्रियता से उपद्रवियों को खदेड़ा गया है।

पत्थर और बोतलें फेंककर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया।

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