टिकैत की गिरफ्तारी रूकवाने के दावे के साथ मलिक ने बताया किसान आंदोलन सुलझाने का रास्ता
Kisan Andolan: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किया आंदोलनकारी किसानों का समर्थन, कहा- राकेश टिकैत की गिरफ्तारी मैंने रुकवाई
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में आ गए हैं। मलिक ने दावा किया कि किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी उन्होंने ही रुकवाई थी।
हाइलाइट्स:
आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में उतरे मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक
मलिक ने दावा किया कि किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी उन्होंने रुकवाई
मोदी और शाह से की किसानों को नाराज ना करने की गुजारिश
बागपत 15 मार्च।ज्ञमेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से किसानों को नाराज नहीं करने की अपील की। मलिक ने दावा किया कि किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी उन्होंने ही रुकवाई थी।
गृह जिले बागपत में अपने अभिनंदन समारोह में मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी मान्यता दे दे तो किसान मान जाएंगे। मलिक ने कहा, ‘कोई भी कानून किसान के पक्ष में नहीं है। जिधर भी जाते हैं, वहां लाठीचार्ज हो जाता है। जिस देश का किसान और जवान जस्टिफाइ नहीं होगा, उस देश को कोई बचा ही नहीं सकता।’
मलिक ने आगे कहा कि सरदार कौम पीछे नहीं हटती और 300 साल बाद भी बात नहीं भूलती। इंदिरा गांधी ने भी ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया था। उन्होंने राकेश टिकैत की गिरफ्तारी रुकवाने का दावा करते हुए कहा, ‘जब मैंने किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की सुगबुगाहट सुनी, तो फोन करके इसे रुकवाया।
राज्यपाल ने कहा कि देश में किसान का बुरा हाल है। किसान प्रतिदिन गरीब हो रहा है जबकि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन हर तीसरे साल बढ़ जाता है। किसान जो बोता है वो सस्ता और जो खरीदता है वो महंगा हो जाता है। इन्हें तो पता भी नहीं है कि ये बिना जाने ही गरीब कैसे हो रहे हैं। मलिक ने कहा, ‘मैं किसान परिवार से हूं, इसलिए उनकी तकलीफ समझता हूं। किसानों की समस्या हल कराने के लिए जहां तक जाना पड़ेगा, जाऊंगा।
कालेज के दिनों की याद कर भावुक हुए राज्यपाल
शील चंद इंटर कालेज में कक्षा आठ तक की पढ़ाई कर चुके मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपने स्कूल पहुंचे।
शील चंद इंटर कालेज में कक्षा आठ तक की पढ़ाई कर चुके मेघालय के राज्यपाल जब इस कालेज में अपने अभिनंदन समारोह में पहुंचे, तो भावुक हो गए। इस दौरान उन्होंने कालेज के शिक्षकों को याद किया। खासकर भूगोल के शिक्षक पूर्ण सिंह के पढ़ाए गए पाठ का जिक्र भी किया।
रविवार को कस्बे में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का अभिनंदन समारोह का आयोजन शीलचंद इंटर कॉलेज में किया गया। राज्यपाल सत्यपाल मलिक दोपहर साढ़े 12 बजे कालेज पंहुचे। राज्यपाल को सबसे पहले उनको गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ कस्बे के आचार्य जय सागर दिगंबर जैन कन्या इंटर कॉलेज की छात्रा सृष्टि जैन तथा आंचल जैन ने राष्ट्रगान कर किया।कार्यक्रम संयोजक जिला सहकारी बैँक के संचालक व पूर्व चैयरमैन नगर पंचायत अनिल मलिक ने बुके देकर व शाल ओढ़ाकर राज्यपाल का स्वागत किया।
गठवाला खाप के चौधरी अरविंद मलिक, वीरेंद्र मलिक, महक सिंह मुखिया, डॉक्टर श्यामवीर सिंह, अमरदीप प्रधान, सतपाल दीवानजी, नवीन मलिक, वीरेंद्र सिंह आदि ने पगड़ी सौंपकर राज्यपाल का सम्मान किया।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक को युवा भाजपा नेता शिवा मलिक, बिटटू मलिक और अशोक मलिक ने उनकी कई फोटो का फ्रेम भेंट किया। इस दौरान सभासद दिलशाद खान, चौधरी श्योराज यादव, रविशंकर शर्मा, सोहनवीर पांचाल, यज्ञदत्त शर्मा, सतेंद्र, अनु मलिक, मंगलसेन शर्मा, सुंदरपाल शर्मा, महावीर सिंह विश्वकर्मा, राजीव अग्रवाल, पुरुषोत्तम गर्ग, सतीशचंद गर्ग, शीलचंद शर्मा, अनिल गुप्ता, नवीन गुप्ता आदि ने बुके भेंट कर राज्यपाल का स्वागत किया। क्षेत्रीय सांसद सतपाल सिंह ने भी राज्यपाल सत्यपाल मलिक तथा राकेश जैन राष्ट्रीय प्रमुख पर्यावरण आरआरएस को शाल भेंट किया। सतेन्द्र तुगाना ने पौधा भेंट किया। शामली विधायक तेजेन्द्र निर्वाल, मेरठ सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिन्दर पाल सिंह, पूर्व एमएलसी जगत सिंह, डीएम राजकमल यादव, एसपी अभिषेक सिंह, एडीएम अमित कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल, अजय चौहान, यशवीर सोलंकी, नीरज कौशिक, नितिन यादव, कुलदीप भारद्वाज, राजीव गुप्ता, जितेन्द्र गुप्ता, श्री कृष्ण मित्तल, इंद्रपाल वर्मा आदि मौजूद रहे। संचालन दिनेश जैन ने किया। पालीथिन मुक्त देश करने की अपील की
कार्यक्रम में वक्ताओं ने देश में पालीथीन के कारण होने रहे कचरे से पर्यावरण प्रदूषित होने की बात उठाई। पर्यावरण संरक्षण के लिए देश को पालीथीन मुक्त करने की अपील की गई।