सहारनपुर में भाजपा की ब्लाक प्रमुख सोनिया के पति नहीं छोड़ेंगे सफाईकर्मी की नौकरी
पति और बच्चे के साथ सोनिया
मिलिए BJP की सोनिया से: UP के जिस ब्लॉक में पति हैं सफाई कर्मचारी, वहीं की प्रमुख बन कराया लोकतंत्र की ताकत का अहसास
सहारनपुर 15 जुलाई। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रहने वाली सोनिया बलिया खेड़ी ब्लॉक की प्रमुख बन गई हैं। खास बात यह है कि सोनिया के पति सुनील कुमार इसी क्षेत्र में सफाईकर्मी हैं। सुनील ने सपने में भी कभी नहीं सोचा था कि जिस ब्लॉक क्षेत्र में वह रोज सफाई करते हैं, एक दिन उनकी पत्नी सोनिया वहीं की ब्लॉक प्रमुख बन जाएँगी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया का कहना है कि ब्लॉक प्रमुख के नाते वह गाँवों के विकास के लिए काम करेंगी, लेकिन घर तो पति की तनख्वाह से ही चलता है। उनके पति ने भी निर्णय लिया है कि वह नौकरी करते रहेंगे। वह ब्लॉक प्रमुख तो सिर्फ 5 साल के लिए बनी हैं, लेकिन नौकरी तो पूरे 60 साल के लिए है।
बीए पास हैं सोनिया
बता दें कि नल्हेडा गुर्जर गाँव में रहने वाले सुनील कुमार विकासखंड बलियाखेड़ी में सफाई कर्मचारी के पद पर अपने ही गाँव में कार्यरत हैं। सोनिया ने बीए किया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीडीसी की सीट आरक्षण की वजह से अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सुरक्षित हो गई। ग्रामीणों के कहने पर सफाईकर्मी सुनील कुमार ने बीडीसी सदस्य के लिए अपनी पत्नी सोनिया को चुनाव लड़ाया, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई।
निर्विरोध निर्वाचित हुईं
ब्लॉक प्रमुख पद भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुआ तो बीजेपी नेता व जिला पंचायत सदस्य मुकेश चौधरी ने पढ़ी-लिखी सोनिया को बीजेपी की ओर से प्रमुख पद का प्रत्याशी बनवा दिया। नामांकन करने के साथ ही 26 वर्षीय सोनिया निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हो गईं।
पति करते रहेंगे नौकरी
ब्लॉक प्रमुख बनने के बाद सोनिया ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय पति सुनील कुमार और परिवार को दिया। सोनिया का कहना है कि उनकी प्राथमिकता गाँवों का विकास है। वह गाँवों के विकास के लिए काम करेंगी। वहीं, पति की नौकरी को लेकर कहा कि वह नौकरी करते रहेंगे, क्योंकि घर तो पति की तनख्वाह से ही चलता है। सुनील ने भी कहा कि वह अपनी नौकरी नहीं छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि हालिया पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी विधायक बनीं चंदना बाउरी की भी पृष्ठभूमि इसी तरह की थी। बाउरी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमा रहे सबसे निर्धन उम्मीदवारों में से एक थीं। बीजेपी ने उन्हें सल्तोरा से मैदान में उतारा था। वह जीत हासिल करने में कामयाब रहीं। 30 साल की चंदना एक दिहाड़ी मजदूर की पत्नी और तीन बच्चों की माँ हैं। बांकुरा जिले की सल्तोरा विधानसभा सीट पर चंदना बाउरी ने तृणमूल कॉन्ग्रेस के प्रत्याशी संतोष कुमार मण्डल को 4,145 मतों से हराया था।