सपा फाईनेंसर पीयूष जैन बंदी,284 करोड़ की नकदी,सोना, चांदी मिली
भास्कर LIVE अपडेट्स:कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन अरेस्ट, घर से मिले थे 284 करोड़ रुपए और सोने-चांदी की सिल्लियां
पीयूष जैन को गिरफ्तार करने से पहले सेंट्रल जीएसटी टीम ने उनसे बहुत लंबी पूछताछ की है।
कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन को GST इंटेलिजेंस ने रविवार देर शाम अरेस्ट कर लिया। जैन के ठिकानों से 284 करोड़ रुपए बरामद हुए थे। इनमें कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रुपए और कन्नौज वाले घर से 107 करोड़ रुपए मिले थे। रविवार को तीसरे दिन भी जैन के घर और फैक्ट्री में CGST और IT की सर्चिंग जारी रही।
मकान से शनिवार देर रात एक तहखाना मिला था। इसमें 250 किलो चांदी और 25 किलो सोने की सिल्लियां बरामद हुईं। चांदी की कीमत करीब पौने 2 करोड़ और सोने की कीमत साढ़े 12 करोड़ रुपए बताई जा रही है। 300 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं।
रिमांड लेने के लिए कानपुर कोर्ट में होगी पेशी
गुटखे के ट्रक से मिला 177 करोड़ का सुराग:बहनोई प्रवीण के ट्रक से फर्जी बिल मिले तो रडार पर आए पीयूष…फिर शुरू हुई छापेमारी
कानपुर 26 दिसंबर।ड्राइवर की एक गलती ने देश की सबसे बड़ी जीएसटी चोरी को अंजाम तक पहुंचा दिया। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से बरामद 177 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी अभी तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। गुजरात में करीब 3 महीने पर जीएसटी विभाग ने 1 ट्रक पकड़ा, जिसमें शिखर पान मसाला लेकर जा रहे माल के साथ करीब 200 फर्जी इनवाइस पकड़ी गई। इसके बाद से ही डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) की टीम ने कानपुर में डेरा डाल दिया था। अब इसमें कई बड़े कारोबारी और सपा एमएलसी तक तार जुड़ते नजर आ रहे हैं।
ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन के ऑफिस के बाहर की गई छापेमारी।
इस तरह जुड़ती गई कड़ी दर कड़ी
गुजरात में फर्जी इनवाइस और माल के साथ पकड़ा गया ट्रक गणपति ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन का था। प्रवीण पीयूष जैन के भाई अमरीष जैन का बहनोई है। इनके नाम करीब 40 से ज्यादा फर्म हैं। फर्जी फर्म के नाम से इनवाइस शिखर गुटखा प्राइवेट लि. पता 51/47 नयागंज, कानपुर की ओर से काटी गई थी। ऐसे में कंपनी के डायरेक्टर प्रदीप कुमार अग्रवाल और भाई दीपक अग्रवाल भी राडार पर आ गए। बीते बुधवार को डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम ने नयागंज स्थित शिखर गुटखा और ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन के आनंदपुरी घर और ऑफिस में एक साथ छापेमारी की। यहां से पीयूष जैन के भारी मात्रा में पैसा होने की जानकारी मिली।
शिखर पान मसाला फैक्ट्री पर की गई छापेमारी
भागने की फिराक में था पीयूष डीजीजीआई की टीम गुरुवार को पीयूष जैन के घर पहुंची। लेकिन छापेमारी की सूचना के बाद ही वह भाग निकला था। ऐसे में इत्र कारोबारी पीयूष जैन पैसों को भी ठिकाने भी नहीं लगा सका। टीम ने छापेमारी कर अलमारियों में रखे बंडलों में इतना पैसा मिला कि टीम के भी होश उड़ गए। पीयूष के घर से उसके बेटे प्रियांश, प्रत्यूश और भाई अमरीष के बेटे मोलू को हिरासत में लिए जाने के बाद पीयूष जैन दबाव में शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे घर पहुंचा। डीजीजीआई की टीम रात करीब ढाई बजे उसको हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई।
कन्नौज में भी जुड़े तार
छापेमारी में मिले दस्तावेजों में हुई जांच के बाद टीम ने कन्नौज में 2 अन्य इत्र कारोबारियों रानू मिश्रा और विनीत गुप्ता के घर और फैक्ट्री में छापेमारी की। कचहरी टोला में रानू मिश्रा के जिस मुनीम के यहां टीम ने छापा मारा है, वह भी कम्पाउन्ड कारोबारी विनीत गुप्ता है। ये पहले कारोबारी रानू मिश्रा के यहां मुनीम था। अब गुटका कंपनी को कंपाउंड बेचने का कारोबार करता है।
सपा MLC से भी हो सकती है पूछताछ
कन्नौज निवासी सपा एमएलसी पुष्पराज जैन ‘पंपी’ और पीयूष जैन के अच्छे रिश्ते हैं। सूत्रों के मुताबिक डीजीजीआई की टीम इन पैसों और पॉलिटिकल कनेक्शन होने के लिंक की भी जांच कर रही है। ऐसे में सपा एमएलसी से भी टीम जल्द पूछताछ कर सकती है। इस कार्रवाई में अभी कई और बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।
अहमदाबाद से की गई निगरानी
सूत्रों के मुताबिक डीजीजीआई अहमदाबाद की निगरानी में करीब 3 महीने पहले ही एक टीम ने कानपुर में कंपनी और इनसे जुड़े फर्मों की निगरानी शुरू कर दी थी। सभी सबूत और ठिकानों की पुख्ता जानकारी के बाद टीम ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई।
पीयूष को है ब्रेन संबंधित बीमारी
पीयूष को हिरासत में लिए जाने के बाद शनिवार को डीजीजीआई की टीम सर्वोदय नगर स्थित जीएसटी भवन लेकर गई। पीयूष का ड्राइवर पिंटू आनंदपुरी घर से दवा लेकर सर्वोदय नगर ऑफिस देने गया। ड्राइवर के मुताबिक पीयूष को ब्रेन से जुड़ी बीमारी है।