अमरावती, हरिद्वार, सहारनपुर, बुलंदशहर से गाजियाबाद तक’सर तन से जुदा’ गैंग का उपद्रव,

अमरावती से हरिद्वार तक ‘सिर तन से जुदा’ गैंग का उपद्रव, कहीं पुलिस पर हमला-कहीं भगवाधारी का फूँका पुतला: बोले भाजपा MLA- डासना मंदिर पर हमला करने वालों का एनकाउंटर हो
अमरावती और हरिद्वार में यति नरसिंहानंद पर कार्रवाई की आड़ में मुस्लिम भीड़ का उपद्रव (चित्र- वायरल वीडियो स्क्रीनशॉट)

देहरादून 06 अक्टूबर 2024.डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द को गुस्ताख़ करार देते हुए मुस्लिम भीड़ ने शुक्रवार (4 अक्टूबर 2024) को देश के कई हिस्सों में हिंसा की। इसमें UP के बुलंदशहर और गाजियाबाद, महाराष्ट्र का अमरावती और उत्तराखंड का हरिद्वार शामिल हैं। अमरावती में भीड़ के थाने पर किए गए हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। कई सरकारी वाहनों को तोड़ डाला गया है।

अमरावती में कई पुलिसकर्मी घायल
जुमे की नमाज़ के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों में सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र का अमरावती रहा। यहाँ के नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन पर शुक्रवार रात लगभग 8:30 पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग पहुँचे। इन्होंने यति नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायती पत्र देकर केस दर्ज करने की माँग शुरू कर दी। पुलिस ने इस शिकायत पर FIR दर्ज कर ली।

अभी पुलिस जरूरी कार्रवाई कर ही रही थी कि हजारों की संख्या में पहुँची मुस्लिम भीड़ ने थाना घेर लिया और उन्मादी नारे लगाने लगी। पुलिसकर्मी भीड़ को समझाने की कोशिश ही कर रहे थे कि अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस पथराव के चलते कुल 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात काबू करने के लिए अतिरिक्त फ़ोर्स को बुलाया गया।

फोर्स के आने तक हमलावर भीड़ ने पुलिस के 10 वाहनों को तोड़ डाला। बाद में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। इस मामले में पुलिस ने 1200 उपद्रवियों पर केस दर्ज कर लिया है। कुछ हमलावरों को भी चिन्हित किया गया है। इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299, 302 और 197 में कार्रवाई की गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CCTV फुटेज और अन्य माध्यमों से हमलावरों की पहचान की जा रही है। अब तक 26 हमलावरों को चिन्हित कर लिया गया है। इलाके में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) लागू कर दी गई है। इसमें 5 या उससे अधिक लोगों के जुटने पर रोक लगा दी गई है।

हरिद्वार में अल्लाह हु अकबर के नारे
मज़हबी उन्माद की लम्बी श्रृंखला की चपेट में उत्तराखंड का हरिद्वार भी आया। यहाँ दिन में यति नरसिंहानंद पर एक्शन की माँग की आड़ में जुटी मुस्लिम भीड़ ने भगवा वस्त्र का पुतला बनाया और इस पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई। इसी के साथ रात में एक अन्य मुस्लिम भीड़ ने चौराहे पर जुटकर नारेबाजी की।

इस नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि मुस्लिम भीड़ ‘अल्लाह हु अकबर’ जैसे भड़काऊ नारे के साथ-साथ ‘सिर तन से जुदा’ के नारे भी लगा रही है। यह नारेबाजी पुलिस के सामने ही की गई है। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी भीड़ की ओर से लौटते दिख रहे हैं।

सहारनपुर में भी पुलिस चौकी पर हमले का प्रयास
गुस्ताखी की आड़ में हो रहे सिलसिलेवार उपद्रवों की लिस्ट में अब उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का नाम भी जुड़ गया है। यहाँ के कोतवाली देहात क्षेत्र में शेखपुर कदीम पुलिस चौकी पर 6 अक्टूबर (रविवार) को एक मुस्लिम भीड़ यति नरसिंहानंद के खिलाफ ज्ञापन देने पहुँची थी। पुलिस इस ज्ञापन पर कार्रवाई कर ही रही थी कि अचानक भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने हिंसा करनी शुरू कर दी। भीड़ द्वारा नारेबाजी की गई और पुलिस चौकी पर उपद्रव का प्रयास हुआ।

भीड़ की हिंसा का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने फ़ौरन ही बल प्रयोग कर के हिंसक हो चुकी भीड़ को तितर-बितर किया। सहारनपुर जिले के पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि केस दर्ज कर के जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। कुछ हमलावरों को चिन्हित भी कर लिया गया है जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। फ़िलहाल मौके पर हालात सामान्य बताए जा रहे हैं।

डासना में मंदिर के बाहर मुस्लिम भीड़ और बुलंदशहर में मौके पर मौजूद पुलिस (चित्र साभार: @ASHOKKU38393497/X & @ajeetbharti/x)

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मुस्लिम भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। भड़काऊ नारे लगाने वाले मुस्लिमों को हिरासत में लिए जाने पर मुस्लिम भीड़ आक्रामक हो गई और जम कर पथराव किया। पुलिस ने पथराव और दंगा करने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।

दूसरी तरफ गाजियाबाद के डासना में भी मुस्लिम भीड़ ने एक मंदिर को घेर लिया और भड़काऊ नारे लगाए। मुस्लिमों ने यह भड़काऊ नारे और पत्थरबाजी हिन्दू संत यति नरसिंहानंद सरस्वती के एक बयान विरोध में लगाए हैं। मुस्लिमों का आरोप है कि संत नरसिंहानंद ने इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया है।

हाल ही में हिन्दू संत यति नरसिंहानंद ने एक कार्यक्रम के दौरान पुतले जलाने की बात कही थी। इसी दौरान उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद को लेकर एक टिप्पणी की। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। मुस्लिमों ने आरोप लगाया कि यति नरसिंहानंद ने पैगम्बर मुहम्मद की शान में गुस्ताखी की है। मुस्लिमों ने यति नरसिंहानंद के विरुद्ध उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बवाल किए।

इसी कड़ी में बुलंदशहर के सिकन्द्राबाद थाना क्षेत्र में भी मुस्लिमों ने जुमे की नमाज के बाद हंगामा किया। इसी भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने ‘सर तन से जुदा’ वाले नारे लगाए। सिकन्द्राबाद पुलिस नारे लगाने वाले कुछ अराजक तत्वों को पकड़ कर थाने ले गई।

इसके बाद शुक्रवार शाम को ही गद्दीवाडा इलाके में मुस्लिमों ने पुलिस पर हमला कर दिया गया और पथराव हुआ। मुस्लिम सड़कों पर हंगामा करते रहे। भीड़ को सड़क पर हंगामा काटते हुए वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। बुलंदशहर पुलिस ने इसके बाद मोर्चा संभाल लिया और दंगाइयों को खदेड़ दिया।

जिले के SSP ने बताया है कि पुलिस ने दंगाइयों के खिलाफ दो मामले दर्ज कर लिए हैं और 8 लोगों को भी गिरफ्तार किया है। SSP ने बताया है कि मामले किसी के इस पथराव में घायल होने की सूचना नहीं है और पुलिस कार्रवाई के बाद स्थिति नियंत्रण में है।

गाजियाबाद में भी हंगामा
यति नरसिंहानंद सरस्वती के बयान के बाद गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के बाहर भी मुस्लिम भीड़ ने बवाल किया है। शुक्रवार रात को मुस्लिमों का एक बड़ा हुजूम गाजियाबाद के डासना इलाके में स्थित इस मंदिर के बाहर इकट्ठा होकर बवाल काटने लगा। मंदिर के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

पुलिस ने मौके पर पहुँच कर लाठी चार्ज किया और हंगामा करने वाले मुस्लिमों को खदेड़ दिया। गाजियाबाद कमिश्नरेट के ग्रामीण इलाके के DCP ने बताया है कि अभी स्थित शांतिपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने बताया है कि दंगाइयों को रोकने के लिए मंदिर के आसपास और भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से अफवाह ना फैलाने की अपील की है।

यति नरसिंहानंद के बयान को लेकर महाराष्ट्र के अमरावती में भी दंगा हुआ है। यहाँ प्रतिबंधित इस्लामी संगठन PFI की राजनीतिक यूनिट SDPI के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने यहाँ भी मुस्लिम दंगाइई खदेड़ने को लाठीचार्ज किया।

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मंदिर पर हमला करने वालों का एनकाउंटर हो
उधर, गाजियाबाद में डासना मंदिर पर उन्मादी भीड़ के हमले के बाद आसपास के लोगों में आक्रोश पनप रहा है। शनिवार (5 अक्टूबर) को लोनी से भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर मंदिर पहुँचे। उन्होंने हमलावरों का एनकाउंटर करने की माँग की। भाजपा MLA ने कहा कि बेहतर होता कि हमले के दौरान पुलिस लाठीचार्ज के बजाय गोलियाँ बरसातीं।


नंद किशोर के मुताबिक, नरसिंहानंद का बयान दुनिया भर में में हो रहे हिन्दुओं के साथ इस्लामी अत्याचारों की वजह से आया है। मंदिर घेरने को उन्होंने सनातन और हिन्दुओं की आस्था पर हमला बताया। विधायक का दावा है कि हमले में अधिकतर लोग बाहरी थे। नंदकिशोर ने कहा, “यहाँ का मुसलमान तो भगवान राम को मानने वाला है। ये बेचारे अपनी स्त्रियों को बलात्कार से बचाने के लिए मुस्लिम बन गए।”

 

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