सेंसेक्स पहली बार 50,000 अंक के पार,BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट वैल्यू बढ़ा 96 लाख करोड़
भारी उतार-चढ़ाव:50 हजार का स्तर पार करने के बाद सेंसेक्स में गिरावट, दिन के हाई से 560 अंक नीचे बंद; सिर्फ 10 महीने में इंडेक्स की वैल्यू दोगुनी हुई
मुंबई 21 जनवरी । बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) सेंसेक्स ने गुरुवार को इतिहास रच दिया। इंडेक्स नेे शुरुआती कारोबार में पहली बार 50 हजार के रिकॉर्ड स्तर पार किया। दरअसल, अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता संभालने का पॉजिटिव असर घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा। लेकिन, दोपहर बाद बाजार ने यह बढ़त गंवा दी और अंत में इंडेक्स दिन के उच्चतम स्तर से 560 अंक नीचे बंद हुआ।
पिछले साल कोरोना के कारण लॉकडाउन की घोषणा के बाद 24 मार्च को सेंसेक्स 25,638 तक फिसल गया था। उसके बाद सिर्फ दस महीने में इसने 50,000 का स्तर पार किया है। इसी दौरान BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 96 लाख करोड़ रुपए बढ़ा है। यह पिछले साल मई में घोषित सरकार के कोरोना राहत पैकेज 20 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 380% ज्यादा है।
बाजार शुरुआती बढ़त के बाद फिसला
सेंसेक्स कल की क्लोजिंग से 167.36 अंक नीचे 49,624.76 पर बंद हुआ है। हालांकि, इंडेक्स ने ऑलटाइम हाई 50,184 को भी छुआ। BSE पर 3,188 शेयरों में कारोबार हुआ। 1,126 शेयर बढ़त और 1,896 नीचे बंद हुए। यानी 59% शेयरों में गिरावट रही। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 197.08 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो सुबह पहली बार 199 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया था।
निफ्टी पहली बार 14,750 के पार पहुंचा
दोपहर बाद बढ़ी बिकवाली के चलते निफ्टी इंडेक्स 54.35 अंक नीचे 14,590.35 पर बंद हुआ है। हालांकि, शुरुआती बढ़त में इंडेक्स पहली बार 14,753.55 तक पहुंचा, जो इसका ऑलटाइम हाई भी है। बाजार की गिरावट में मेटल और बैंकिंग शेयर सबसे आगे रहे। निफ्टी बैंक इंडेक्स 1.10% और मेटल इंडेक्स 2.18% नीचे बंद हुए हैं।
निफ्टी में ONGC का शेयर टॉप लूजर रहा। शेयर 3.34% नीचे बंद हुआ है। इसी तरह टाटा स्टील के शेयर में 2.95% की गिरावट रही। जबकि,टाटा मोटर्स का शेयर 6.38% ऊपर बंद हुआ है। बजाज फाइनेंस,रिलायंस इंडस्ट्रीज और बजाज ऑटो के शेयरों में भी 2-2% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई।
भारी विदेशी निवेश और मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते कल बाजार में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गई थी। सेंसेक्स 393.83 अंकों की बढ़त के साथ 49,792.12 पर और निफ्टी भी 123.55 अंक ऊपर 14,644.70 पर बंद हुआ था।
गिरावट में खरीदारी की सलाह
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्रीकांत चौहान ने कहा कि वैश्विक बाजारों की मजबूती से सेंसेक्स को सहारा मिला और शुरुआती कारोबार में इंडेक्स पहली बार 50 हजार के पार पहुंच गया। पिछले अगस्त के बाद इंडेक्स में तेज करेक्शन देखने को मिला था। इंडेक्स सौ दिनों में 10 हजार अंक चढ़ा है। इसमें फार्मा, आईटी और मेटल शेयरों की बड़ी हिस्सेदारी रही।
अब आने वाले दिनों में बाजार पर केंद्रीय बजट का असर दिखेगा,जिसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट में खरीदारी की सलाह होगी। इसमें कमोडिटीज और ऑटो कंपनियां फोकस में होंगी। उन्होंने सेंसेक्स 51,750 तक जाने का लक्ष्य दिया है।
बाजार में शुरुआती बढ़त की वजह
अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन बने हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि जल्द ही नए राहत पैकेज को मंजूरी मिलेगी।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का निवेश लगातार जारी है। NSDL के मुताबिक जनवरी में अब तक 20,236 करोड़ रु. का निवेश किया गया है।
कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूत लड़ाई। देश में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार पॉजिटिव अपडेट आ रहे हैं।
मजबूत घरेलू संकेतों का भी असर है। बिजली खपत, मैन्युफैक्चरिंग PMI डेटा,GDP में रिकवरी सहित अन्य पॉजिटिव आंकड़ों का असर है।
पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत दूसरा टॉप परफॉर्मर
कोरोनावायरस महामारी के कारण मार्च 2020 में दुनियाभर के बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी और 23 मार्च के आसपास इन्होंने एक साल का निचला स्तर छू लिया था। टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में मार्च के बाद अमेरिकी इंडेक्स नैस्डैक ने सबसे ज्यादा 96.15% का रिटर्न दिया। दूसरे नंबर पर भारत का सेंसेक्स है, जिसमें 93.15% बढ़त रही है।
एशियाई बाजारों में तेजी
अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ ग्रहण से वैश्विक बाजारों में शानदार बढ़त रही। गुरुवार को एशियाई बाजारों कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 1.49% और चीन का शंघाई इंडेक्स 1.07% ऊपर बंद हुआ। इसी तरह जापान का निक्केई इंडेक्स 0.80% ऊपर बंद हुआ है। जबकि हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 0.07% नीचे बंद हुआ है। दूसरी ओर कल अमेरिकी बाजारों में भी नैस्डैक इंडेक्स 1.97% और S&P 500 इंडेक्स 1.39% ऊपर बंद हुए थे। इसके अलावा यूरोपियन मार्केट में भी बढ़त दर्ज की गई थी।