सात लाख की देनदारी में अमरदीप चौधरी के हत्यारे साझीदार बंदी
UTTARAKHAND/ HARIDWAR/POLICE ARRESTED THREE ACCUSED FATHER AND SON IN HARIDWAR AMARDEEP CHAUDHARY MURDER CASE
Haridwar Amardeep Murder: 7 लाख की रकम बनी अमरदीप चौधरी की हत्या का कारण, तीनों आरोपित अरेस्ट
हरिद्वार की गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय पूर्व छात्र नेता और गैंगस्टर अमरदीप चौधरी की हत्या के मामले का पुलिस ने अनावरण कर दिया है. तीनों आरोपितों को पुलिस ने हरिद्वार से ही गिरफ्तार किया है. हत्या की वजह सात लाख रुपए को लेकर हुए विवाद को बताया जा रहा है. तीनों आरोपित मृतक अमरदीप चौधरी के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे.
हरिद्वार 06 फरवरी: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के पूर्व छात्र नेता अमरदीप चौधरी की हत्या का हरिद्वार पुलिस ने अनावरण कर दिया है. पुलिस ने मामले में 24 घंटे के अंदर ही तीनों आरोपितों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपित बाप-बेटे हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या के लिए इस्तेमाल तमंचा भी बरामद किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार अजय सिंह ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.
उन्होंने बताया कि बीते रोज कनखल जगजीतपुर के राजा गार्डन इलाके में आरोपियों ने अपने घर में पूर्व छात्र नेता और गैंगस्टर अमरदीप चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस गोलीकांड में अमरदीप का भाई बादल और उसका एक दोस्त भी गोली लगने से घायल हुआ था. हत्या और गोलीबारी के बाद आरोपित मौके से भाग गए थे.
इस मामले में अमरदीप के भाई की पत्नी शेफाली ने राजकुमार मलिक, मानू मलिक उर्फ गोली एवं हर्षदीप मलिक के खिलाफ मुकदमा कराया है. वहीं, वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस भी हरकत में आई और आरोपितों की धरपकड़ में लग गई. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही न सिर्फ मामले का खुलासा किया, बल्कि आरोपितों को भी सालाखों के पीछे पहुंचाया है.पुलिस ने तीनों आरोपितों को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपी राजकुमार मलिक, अमरदीप चौहान के साथ मिलकर प्रॉपर्टी का काम करता था. कुछ समय पहले ही एक जमीन की खरीद-ब्रिकी के लिए राजकुमार को कमीशन के रूप में करीब 7 लाख रुपए मिलना था, जो कई बार कहने पर भी अमरदीप चौहान ने राजकुमार मलिक को नहीं दिया.
पुलिस के मुताबिक रविवार रात को हिसाब-किताब को लेकर ही राजकुमार ने अमरदीप को अपने घर पर बुलाया था, जहां अमरदीप अपने एक दोस्त के साथ मौके पर पहुंचा था. इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. तभी तैश में राजकुमार ने गोली चला दी और गोली सीधे अमरदीप की कमर में निचले हिस्से में लगी. गोली की आवाज सुनते ही अमरदीप का दोस्त जैसे ही कमरे में घुसा तो राजकुमार ने उस पर गोली चलाई, जिस कारण वो भी गंभीर रूप से घायल हो गया.
अमरदीप के दोस्त ने भागते हुए घटना की जानकारी अमरदीप के भाई बादल को फोन पर दी. आरोप है कि जैसे ही बादल मौके पर पहुंचा तो आरोपियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी.
वहीं घर में गोली चलने से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस भी कनखल थाने पहुंची, लेकिन पुलिस को आने से पहले ही तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे.पुलिस को कमरे से एक तमंचा और कई खाली कारतूस के साथ-साथ कुछ जिंदा कारतूस बरामद हुए थे. इस मामले में पुलिस ने चंद घंटों के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा हैं कि राजकुमार की मेरठ में एक जमीन थी, जिसे उसने कुछ समय पहले ही 50 लाख रुपए में बेचा था.
अमरदीप ने इसी पैसे को प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करवाया था, जिसमें हुए लाभ को लेकर दोनों के बीच उस समय से वाद-विवाद हो रहा था. रविवार रात अमरदीप उसे 50 हजार देने के लिए भी लेकर गया था, लेकिन 50 हजार की रकम को कम बताते हुए दोनों के बीच विवाद हो गया था, जिसके बाद इस गोलीकांड को अंजाम दिया गया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर की गई है. मृतक अमरदीप का भी आपराधिक इतिहास रहा है. वहीं, हत्यारे भी कई गंभीर में वादों में संलिप्त चले आ रहे हैं. हाल ही में एक आरोपित जेल से छूट कर आया है. पुलिस तीनों आरोपितों की आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.