आपस में ही भिड़े पड़े हैं आंदोलनकारी किसान नेता, मुकदमें

Kisan Andolan: यूपी गेट पर भिड़े राकेश टिकैत के करीबी, एक ने कहा- नहीं रह सकती एक म्यान में दो तलवार
शमशेर राणा का कहना है कि धर्मेंद्र मलिक ने उन्हें जान से मारने की धमकी है। यह चौथी बार है जब धर्मेंद्र मलिक की ओर से उन्हें जान से मारने और अपशब्द सुनने को मिले हैं।

यूपी गेट पर भिड़े राकेश टिकैत के करीबी, एक ने कहा- नहीं रह सकती एक म्यान में दो तलवार,लगाए बेहद गंभीर आरोप; सकते में किसान

नई दिल्ली, 20 अगस्त। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (सिंघु, शाहजहांपर, टिकरी और गाजीपुर) पर जारी किसानों के प्रदर्शन को आगामी 28 अगस्त को 9 महीने पूरे हो जाएंगे। चारों बॉर्डर पर धरनारत किसान तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, national spokesperson of Bharatiya Kisan Union) के करीबी शमशेर राणा ने अपने ही संगठन के नेता धर्मेंद्र मलिक पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। उधर, लिखित शिकायत मिलने पर गाजियाबाद पुलिस ने शमशेर राणा की तहरीर स्वीकार कर ली है।

मिली जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद के थाना कौशाम्बी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा ने अपने ही संगठन के धर्मेंद्र मलिक के खिलाफ रिपोर्ट लिखने के लिए तहरीर दी है जो स्वीकार कर ली गई है। शमशेर राणा का कहना है कि धर्मेंद्र मलिक ने उन्हें जान से मारने की धमकी है। यह चौथी बार है जब धर्मेंद्र मलिक की ओर से उन्हें जान से मारने और अपशब्द सुनने को मिले है।

शमशेर राणा का कहना है कि पिछले कई दशकों से भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी पद पर निस्वार्थ बड़ी शिद्दत से अवैतनिक सेवाएं दे रहे हैंय़ इसके साथ ही वह फिलहाल यूपी गेट पर पिछले 8 महीने से भी अधिक समय डटे हैं। शमशेर राणा के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या 14 अगस्त को भी यहां तिरंगा मार्च निकाला जा रहा था। इस दौरान धर्मेंद्र मलिक ने अपने साथियों के साथ आकर कटु शब्दों का प्रयोग किया तथा धक्का-मुक्की हाथापाई शुरू कर दी। इस दौरान जान से मारने की धमकी भी दी।

किसान नेता शमशेर राणा का आरोप है कि धर्मेंद्र मलिक ने उन्हें मारने की नीयत से भण्डारे की पर्दे की दीवार के पीछे ले जाने की कोशिश की, लेकिन काफी लोगों के होने के कारण वह बच गए।

शमशेर राणा का कहना है कि धर्मेंद्र मलिक ने 14 अगस्त की शाम को एक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी को भी अपने साथियों को भेज कर बुलवा लिया। उनके सामने मुझे फिर से अपनी ईर्ष्या मिश्रित बातों के साथ फिर के धमकी गई दी गई। कहा कि एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकती हैं।

उधर, एक अन्य घटनाक्रम में मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में किसान इंटर कॉलेज खरड़ गांव में गठवाला खाप की बैठक में वक्ताओं ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के बयान की निंदा की है। इस बाबत गठवाला खाप के बाबा राजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें असामाजिक बयान नहीं देना चाहिए। दस दिन के अंदर नरेश टिकैत ने अपना असामाजिक बयान वापस नहीं लिया तो गठवाला खाप उनका कोई सहयोग नहीं करेगी। गाजीपुर बॉर्डर धरने पर और पांच सितंबर की महापंचायत में गठवाला खाप के लोग नहीं जाएंगे।

मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक उमेश मलिक की कार पर हमला, तेल डालकर शीशे तोड़े

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली में हफ्ताभर पहले एक कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा विधायक उमेश मलिक की गाड़ी को घेरकर भाकियू समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की और विधायक की स्कार्पियों पर काला तेल डालकर ईंट मारकर शीशे तोड़ डाले। हमले के बाद किसी तरह से विधायक वहां से निकले। घटना के समय भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के भाई नरेंद्र टिकैत भी वहां मौजूद थे। भाजपा विधायक पर हमले की सूचना मिलते ही केंद्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद डा. संजीव बालियान अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ सिसौली से कुछ दूरी पर भौराकलां थाने पर पहुंच गए। पुलिस में 15 नामजद और लगभग 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई।

भाजपा विधायक उमेश मलिक जन कल्याण समिति सिसौली के स्थापना दिवस समारोह में रविंद्र बंजी के घर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गए थे। इस कार्यक्रम में किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वीएम सिंह, भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर और अन्य किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष गुलाम मोहम्मद जौला भी आए हुए थे। हालांकि वह कार्यक्रम समाप्त होने पर भाजपा विधायक उमेश मलिक से कुछ समय पूर्व ही वहां से निकल गए थे। तब तक भाकियू के करीब 50-60 समर्थक भी रविंद्र बंजी के चौधरान पट्टी स्थित आवास के बाहर एकत्र हो गए थे। भाकियू समर्थकों को एकत्र होने पर चौधरी नरेश टिकैत के भाई नरेंद्र टिकैत उन्हें समझाने के लिए पहुंचे लेकिन भाकियू समर्थकों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने विधायक उमेश मलिक के खिलाफ नारबाजी शुरू कर दी।

विधायक की गाड़ी पर डाला काला तेल, तोड़फोड़

विधायक अपनी गाड़ी में बैठकर शीशा बंद कर निकलने लगे तो भाकियू के एक समर्थक ने बाल्टी में लिया काला तेल उनकी गाड़ी के अगले शीशे पर फेंक दिया। इससे स्कार्पियों चालक को आगे का दिखाई देना बंद हो गया। उसने गाड़ी को हूटर बजाते हुए मुख्य रास्ते के बजाए दूसरी गली में मोड़ दिया। कुछ आगे जाकर शीशा साफ कर वह स्कार्पियों को बैक करके लाया तो भाकियू समर्थकों ने पुलिस की मौजूदगी में गाड़ी पर हल्ला बोल कर दिया। कुछ समर्थकों ने ईंट के टुकड़े उठाकर गाड़ी का पीछे का और साइड का शीशा तोड़ दिया। हंगामे के दौरान भाजपा मंडल पदाधिकारी ओमेंद्र उर्फ नीटू मुखिया, सहदेव सिंह बालियान आदि के कपड़े भी फट गए और उन पर भी काला तेल गिरा। हालांकि विधायक उमेश मलिक की ओर का शीशा बंद होने पर उन पर तेल नहीं गिर पाया। उमेश मलिक सीधे भोराकलां थाने पर पहुंचे और अपने साथ हुई वारदात की जानकारी दी।

हमले के बाद राजनीति गरमाई

भाजपा विधायक पर हमले की सूचना पर डीएम और एसएसपी भी भारी पुलिस बल के साथ थाने पर पहुंच गए। उधर, भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसान भवन में आपात पंचायत बुलाकर कहा कि यदि हमने आह्वान कर दिया तो विधायक बालियान खाप के किसी गांव में नही घुस पाएंगे। उसके साथ इन गांवों में कुछ भी हो सकता है लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे।

थाने को घेरा

केंद्रीय राज्यमंत्री डाक्टर. संजीव बालियान ने भोराकलां थाने पर कहा कि जिन्होंने यह कृत्य किया उनके खिलाफ कानून सम्मत ऐसी कार्रवाई होगी जिससे अन्य लोगों को सबक मिले। बालियान के नेतृत्व में काफी लोग भौंराकला थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। इस मामले में 30 लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है जिनमें 20 नामजद हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

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