शरद पवार भी हुए रा.स्वं.संघ के कायल, कहा-हमारा भी हो ऐसा ही काडर
Politics: संघ की रणनीति के मुरीद हुए शरद पवार, बोले- RSS की मेहनत के कारण जीती भाजपा
शरद पवार ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में हमें अच्छी सफलता मिली थी। उस सफलता के बाद हमारे कार्यकर्ता गाफिल हो गए और समझने लगे कि विधानसभा चुनाव तो हम आसानी से जीत लेंगे। लेकिन इस बार महायुति के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेहनत की। उसकी मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी पूरी मेहनत से जुटा। उसने रणनीति बनाकर काम किया और परिणाम हमारे सामने है।
शरद पवार बोले- RSS की मेहनत के कारण जीती भाजपा (फाइल फोटो)
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपानीत गठबंधन महायुति की जीत का श्रेय अब तक भाजपा और उसके सहयोगी दल ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दे रहे थे, अब विपक्ष के शरद पवार जैसे नेता भी संघ की रणनीति और मेहनत के मुरीद नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी की समीक्षा बैठक में महायुति की जीत का श्रेय संघ को देते हुए उसकी खुलकर तारीफ की है।
महायुति के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेहनत की
चुनाव के लगभग 45 दिन बाद अपनी पार्टी को मिली हार की समीक्षा करते हुए राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में हमें अच्छी सफलता मिली थी। उस सफलता के बाद हमारे कार्यकर्ता गाफिल हो गए, और समझने लगे कि विधानसभा चुनाव तो हम आसानी से जीत लेंगे।
लेकिन इस बार महायुति के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेहनत की। उसकी मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी पूरी मेहनत से जुटा। उसने रणनीति बनाकर काम किया। घर-घर जाकर हिंदुत्व का प्रचार किया। मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित किया। जिसका परिणाम हम सबके सामने है।
हर कॉलेज में संघ के कार्यकर्ता काम करते हैं- शरद पवार
बैठक में शामिल लोगों का कहना है कि शरद पवार ने सिर्फ चुनाव में संघ की मेहनत और रणनीति को लेकर ही उसकी तारीफ नहीं की। बल्कि संघ की कार्यशैली का भी बखान किया। उन्होंने कहा कि पुणे महाराष्ट्र का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है। वहां के हर कॉलेज में संघ के कार्यकर्ता काम करते हैं।
पवार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काम करने का तरीका अनोखा है। अगर संघ परिवार के किसी कार्यकर्ता के महत्त्वपूर्ण 20 वर्ष छीन भी लेता है तो उसे उसके हाल पर नहीं छोड़ दिया जाता। बल्कि शेष जीवन के लिए उसे सही जगह पर समायोजित भी किया जाता है। ऐसे समर्पित लोगों के कारण ही भाजपा को जीत हासिल होती है।
शरद पवार के परिवार को एक करने की कोशिशें तेज
बता दें कि शरद पवार की पार्टी राकांपा (शरदचंद्र पवार) में इन दोनों दोहरे मंथन का दौर चल रहा है। एक तरफ शरद पवार के परिवार को एक करने की कोशिशें चल रही हैं, तो दूसरी ओर पार्टी के भविष्य को लेकर भी चिंतन चल रहा है।
उनके भतीजे अजीत पवार द्वारा पार्टी को दोफाड़ कर देने के बाद पहली बार अजित पवार मां आशाताई पवार ने शरद पवार और अति पवार के पुनः एक साथ आने की इच्छा जताई है, तो कुछ दिन पहले ही पवार की सांसद पुत्री सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की है। अब शरद पवार द्वारा संघ की कार्यशैली की प्रशंसा करना संघ एवं भाजपा के प्रति उनकी नरमी के संकेत दे रहा है।