शिंजो की हत्या गैर-राजनीतिक है? किसी धार्मिक समूह से नाराज़ था हत्यारा
शिंजो आबे के हत्यारे ने शुरू में धार्मिक समूह के नेता पर हमला करने की योजना बनाई थी : पुलिस
टोक्यो नौ जुलाई। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या करने वाले शख्स ने पुलिस को बताया है कि उसने शुरू में एक धार्मिक समूह के नेता पर हमला करने की योजना बनाई थी। जापानी मीडिया ने पुलिस सूत्रों के हवाले से शनिवार को यह जानकारी दी।
क्योडो न्यूज के मुताबिक, हत्यारे तेत्सुया यामागामी (41 वर्ष) ने कहा है कि उसने आबे को मारने की साजिश रची थी, क्योंकि उसे लगता था कि पूर्व प्रधानमंत्री का एक खास धार्मिक संगठन से जुड़ाव है। उस धार्मिक संगठन की पहचान नहीं जाहिर की गई है।
जापान के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली नेताओं में शुमार पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को नारा शहर में एक चुनावी सभा के दौरान भाषण देते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
यामागामी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था और वह एक बंदूक लिए हुए था।
पुलिस के अनुसार, यामागामी ने कहा है कि उसने आबे की हत्या की, क्योंकि वह उनकी राजनीतिक सोच का विरोध करता था।
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक निजी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद यामागामी ने अपनी ‘ग्रेजुएशन ईयरबुक’ में लिखा था कि उसे जीवन में आगे क्या करना है, इसका उसे कोई अंदाजा नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में यामागामी ने कनसाई की एक फैक्टरी में नौकरी शुरू की थी, लेकिन उसने दो महीने पहले ही नौकरी छोड़ दी थी, क्योंकि वह ‘थका हुआ’ महसूस कर रहा था।
इस बीच, पुलिस ने शुक्रवार को नारा में उसके अपार्टमेंट पर छापेमारी की और विस्फोटक और घर में बनी हुई बंदूकें बरामद कीं।
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, यामागामी ने 2005 में हिरोशिमा प्रीफेक्चर में क्योर बेस में एक समुद्री आत्मरक्षा अधिकारी के रूप में सेवाएं दी थीं।
shinzo abe’s killer initially planned to attack the leader of the religious group
ये क्या हो रहा है! कांग्रेस के बाद अब टीएमसी ने शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ स्कीम से जोड़ा
शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ स्कीम से जोड़ने वालों में कांग्रेस के बाद अब टीएमसी का नाम भी शामिल हो गया है। टीएमसी के मुखपत्र जागो बांग्ला में एक लेख छपा है। इसमें जापान के पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या को अग्निपथ स्कीम के साथ जोड़ा गया है। शुक्रवार कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने भी ऐसा ही किया था।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या (Shinzo Abe assassination) को अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) से जोड़ा है। इसे लेकर पार्टी के आधिकारिक न्यूजपेपर जागो बांग्ला (Jago Bangla) में एक लेख छपा है। टीएमसी की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत (Surendra Rajput) से मिलती-जुलती है। राजपूत ने शुक्रवार को शिंजो आबे की हत्या को अग्निपथ स्कीम के साथ जोड़ा था। कांग्रेस प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि पूर्व पीएम के शूटर तेत्सुया यामागामी ने जापान के बिना पेंशन वाले सेल्फ डिफेंस फोर्स (SDF) में काम किया था। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसके लिए कांग्रेस की खिंचाई की थी। पार्टी ने कांग्रेस को आबे के दुखद निधन पर क्षुद्र राजनीति करने से बाज आने की नसीहत दी थी।
हाल में अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में जमकर हंगामा हुआ था। बिहार, बंगाल, यूपी समेत कई राज्यों में उपद्रवियों ने ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस स्कीम के तहत चार साल के लिए सेना में अग्निवीरों की भर्ती होगी। स्कीम में पेंशन का प्रावधान नहीं है। कांग्रेस के बाद अब टीएमसी ने शिंजो आबे की हत्या से अग्निपथ स्कीम को जोड़ा है।
टीएमसी के मुखपत्र में क्या कहा गया है?
टीएमसी के मुखपत्र में इसे लेकर एक आर्टिकल प्रकाशित हुआ है। इसमें शिंजो आबे की हत्या और अग्निपथ स्कीम को जोड़ा गया है। लेख कहता है कि शिंजो आबे की हत्या ने दिखाया है कि क्यों अग्निपथ स्कीम को लेकर लोगों की चिंता थी। आबे का हत्यारा तेत्सुया यामागामी ने बिना पेंशन के जापानी सेना में सेवा दी थी।
बांग्ला भाषा में लिखे इस आर्टिकल में आगे कहा गया कि यह समझना महत्वपूर्ण है कि केंद्र सरकार भी अग्निपथ स्कीम के तहत सैनिकों की भर्ती करने जा रही है। इसके बारे में पूरा देश उत्साहित है। अग्निवीरों को सिर्फ साढ़े चार साल के लिए सेना में काम करने का मौका मिलेगा। रिटायरमेंट के बाद उन्हें कोई पेंशन नहीं मिलेगी। अन्य बेनिफिट्स का भी वे लाभ नहीं ले पाएंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आबे की हत्या को अग्निपथ से जोड़ा था
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को नारा शहर में तेत्सुया ने गोली मारी थी। वह एक कैंपेन में पहुंचे थे। गोली लगने के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके करीब पांच घंटों के बाद शिंजो आबे की मौत हो गई थी। इस खबर ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया था। भारत में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया।
शुक्रवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम का इशारों में जिक्र करते हुए कहा था कि तेत्सुया यामागामी ने जापान के एसडीएफ यानी बिना पेंशन के आर्मी में काम किया था।
केंद्रीय कैबिनेट ने 14 जून को अग्निपथ स्कीम को मंजूरी दी थी। उसने इस साल स्कीम में 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती का ऐलान किया था। इसकी मंशा सशस्त्र बलों को ज्यादा युवा बनाना है। स्कीम के विरोध में उग्र प्रदर्शनों के बाद सरकार ने कई कदमों का ऐलान किया था। इनका मकसद प्रदर्शनों को शांत करना था।
Tmc Links Assassination Of Ex-Japan Pm Shinzo Abe To Agnipath Scheme After Congress