शुभेंदू ने जीता नंदीग्राम, चुनाव आयोग ने ममता की पुनर्मतगणना की मांग ठुकराई
Nandigram Election Result: नंदीग्राम में ममता की हार? चुनाव आयोग पहुंची TMC
बंगाल चुनाव में बहुचर्चित सीट नंदीग्राम से ममता बनर्जी 1957 वोटों से चुनाव हार गई हैं. बीजेपी कैंडिडेट शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें शिकस्त दी है. पश्चिम बंगाल में सबसे दिलचस्प मुकाबला इसी सीट पर था. इस बीच 3 सदस्यीय टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल कोलकाता में चुनाव आयोग के कार्यालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने नंदीग्राम चुनाव परिणाम समेत कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की.
नंदीग्राम सीट से जीते शुभेंदु अधिकारी
ममता बनर्जी को 1957 मतों से हराया
पूरे बंगाल में TMC को मिली जबरदस्त जीत
Nandigram Election Result: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस प्रचंड जीत की ओर बढ़ रही है. हालांकि बहुचर्चित सीट नंदीग्राम से ममता बनर्जी 1957 वोटों से चुनाव हार गई हैं. बीजेपी कैंडिडेट शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें शिकस्त दी है. पश्चिम बंगाल में सबसे दिलचस्प मुकाबला इसी सीट पर था. शुरुआत में काफी देर तक शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी से आगे चल रहे थे. लेकिन 16 राउंड की गिनती के बाद ममता बनर्जी लगभग 8 हजार वोट से आगे निकल गईं. हालांकि इसके बाद एक बार फिर ऐसा समय आया, जब शुभेंदु अधिकारी आगे हो गए थे. आखिरकार अंत तक शुवेंदु अधिकारी जीत हासिल करने में कामयाब रहे. लेकिन टीएमसी ने फिर से मतगणना की मांग की है.
इस बीच 3 सदस्यीय टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल कोलकाता में चुनाव आयोग के कार्यालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने नंदीग्राम चुनाव परिणाम समेत कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की.
ममता बनर्जी ने कहा कि नंदीग्राम की बात भूल जाइए. मैं नंदीग्राम से चुनाव लड़ी क्योंकि यहां मैंने एक आंदोलन चलाया था.जो भी है ठीक है, मुझे नंदीग्राम की जनता का फैसला मंजूर है. हमलोगों ने 212 सीट पर जीत हासिल की है. बीजेपी को भारी शिकस्त मिली है.
वहीं, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि प्यार, विश्वास, आशीर्वाद, और समर्थन के लिए नंदीग्राम के महान लोगों को धन्यवाद. मुझे नंदीग्राम से उनके प्रतिनिधि और विधायक के रूप में चुनने के लिए बहुत-बहुत आभार. जनता की सेवा और उनके कल्याण के लिए काम करना मेरी कभी न खत्म होने वाली प्रतिबद्धता है. मैं वास्तव में आभारी हूं.
हालांकि टीएमसी ने दावा किया है कि नंदीग्राम सीट पर काउंटिंग खत्म नहीं हुई है. इसलिए खुद से अंदाजा मत लगाइए. वहीं निर्वाचन आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नंदीग्राम में आखिरी दौर की मतगणना पूरी हो चुकी है. लेकिन आयोग के पास परिणाम नहीं आया है. मतगणना के दौरान आयोग के सरवर्स पर भी बोझ बढ़ा जिससे धीमी रफ्तार से नतीजे अपलोड हुए हैं.
वहीं आयोग ने मतगणना के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर जीत का जश्न मनाने सड़कों पर उतरे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की बात भी कही है.
अन्य दलों ने दी शुभकामनाएं
ममता बनर्जी की पार्टी को मिल रही इस जीत के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देना शुरू कर दिया है. राज्य में विधानसभा की 294 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 148 है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ममता को बधाई देते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत देश के लिए भरोसा पैदा करने वाली है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘ममता बनर्जी जी भारतीय लोकतंत्र को बरकरार रखने के लिए जिस तरह से बहादुरी से लड़ीं और तमाम बाधाओं के बावजूद जीत हासिल की, उसके लिए उन्हें बधाई. यह ऐतिहासिक जीत देश के लिये भरोसा पैदा करने वाली है. पश्चिम बंगाल की जनता के विवेक को आभार.’
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘ममता दीदी को इस शानदार जीत की बधाई. क्या संघर्ष था ! पश्चिम बंगाल के लोगों को बधाई.’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी ममता को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस शानदार जीत के लिये ममता बनर्जी को बधाई. हम इस चुनौतीपूर्ण समय में लोगों के कल्याण और महामारी से निपटने के लिए अपना काम जारी रखें.’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘ पश्चिम बंगाल में भाजपा की नफ़रत की राजनीति को हराने वाली जागरुक जनता, जुझारू सुश्री ममता बनर्जी जी व टीएमसी के समर्पित नेताओं व कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई!’
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘ये भाजपाइयों के एक महिला पर किए गए अपमानजनक कटाक्ष ‘दीदी ओ दीदी’ का जनता द्वारा दिया गया मुंहतोड़ जवाब है. दीदी जिओ दीदी.’
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा, ‘दुनिया की सबसे विध्वंसक ताकत ‘मो-शा’ की भाजपा के खिलाफ लड़ने के बाद यह एक भावुक दिन है. यह बंगाल और भारत के लिए यादगार दिन है. कोरोना को देखते हुए हमें जिम्मेदारी के साथ जश्न मनाना होगा.’
एक खबर यह भी! दिहाड़ी मजदूर की पत्नी चंदना बाउरी ने बंगाल में खिलाया कमल,चंदना बाउरी ने 4145 मतों से जीत हासिल की
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमा रहे सबसे निर्धन उम्मीदवारों में से एक चंदना बाउरी थीं। बीजेपी ने उन्हें सल्तोरा से मैदान में उतारा था। तृणमूल कॉन्ग्रेस के शानदार प्रदर्शन के बीच वह जीत हासिल करने में कामयाब रहीं हैं। 30 साल की चंदना एक दिहाड़ी मजदूर की पत्नी और तीन बच्चों की माँ हैं।
बांकुरा जिले की सल्तोरा विधानसभा सीट पर चंदना बाउरी ने तृणमूल कॉन्ग्रेस के प्रत्याशी संतोष कुमार मण्डल को 4,145 मतों से हराया है। बीजेपी का टिकट मिलने के बाद इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें इसका बिल्कुल अंदाजा नहीं था। बीजेपी की सूची में नाम आने के बाद स्थानीय नेतृत्व ने उन्हें उम्मीदवारी की सूचना दी थी।
चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुए अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने सल्तोरा क्षेत्र से चंदना का प्रचार अभियान प्रारंभ किया था। इसके बाद चंदना बाउरी ने कहा था, “मिथुन चक्रवर्ती द्वारा मेरे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव प्रचार शुरू किया जाना मेरे लिए गर्व की बात है।”
कौन हैं चंदना बाउरी :
चंदना बाउरी तीन बच्चों की माँ हैं। वह अपनी दो बेटियों और एक बेटे को अपनी माँ और सास के साथ घर में छोड़ चुनाव प्रचार करने निकलती थीं। कभी-कभी उनके पति भी उनके साथ जाते थे जो कि एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में दिहाड़ी मजदूर हैं।
चंदना, सल्तोरा में 2014 से भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम करती आ रही हैं। वह 2018 में पंचायत चुनावों के समय ग्राम पंचायत सदस्य बनीं। इसके बाद चंदना 2019 में भाजपा बांकुरा जिला समिति की सदस्य बनीं। चंदना के अनुसार भाजपा में कोई अमीर या गरीब नहीं है। भाजपा सबकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुझे बहुत सम्मान दिया है जिसके लिए मैं पार्टी की शुक्रगुजार हूँ।
इसके अलावा भाजपा ने पूर्वी बर्दवान के आशाग्राम से कलिता माझी को टिकट दिया था। कलिता एक बेहद साधारण महिला हैं जो घर-घर काम करके अपना जीवन-यापन करती हैं। चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें काम करने में दिक्कत आ रही थी इसलिए उन्होंने इसके लिए एक महीने की छुट्टी ली थी। खबर लिखे जाने तक कलिता तृणमूल कॉन्ग्रेस के उम्मीदवार से पीछे चल रहीं थी।