किसान आंदोलन में हत्या पहुंची सुको,सिधु बार्डर जल्दी खाली करवाने की मांग
किसान आंदोलन पर हत्या का दाग:निहंगों के द्वारा दलित युवक की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, सिंघु बॉर्डर जल्द से जल्द खाली करवाने की मांग
नई दिल्ली 15 अक्टूबर।सिंघु बॉर्डर पर 35 वर्षीय दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या और फिर शव के साथ बर्बरता किए जाने का मामला गर्माता जा रहा है। घटना को लेकर दिल्ली के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। याचिका में सिंघु बॉर्डर जल्द से जल्द खाली करवाने की भी मांग की गई है।
लखबीर सिंह की हत्या के मामले में वकील शशांक शेखर झा ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने शुक्रवार शाम को शीर्ष कोर्ट में याचिका दायर कर मामले की जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की है। इसके साथ ही, याचिका में वकील ने मांग की है कि सिंघु बॉर्डर को भी जल्द खाली करवाया जाए।
बता दें कि किसान आंदोलन के मंच के पास बैरिकेड से लटकता एक दलित शख्स लखबीर सिंह का शव बरामद किया गया था। मृतक पंजाब के तरन-तारन जिले का रहने वाला था। उसकी तीन बेटियां भी हैं, जोकि अपनी मां के साथ रहती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों को लगाई थी फटकार
किसान आंदोलन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट में कई बार सुनवाई हो चुकी है। दो हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को फटकार लगाई थी। तब दिल्ली के किसानों से जुड़े ‘किसान महापंचायत’ नाम के संगठन ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी।
तब कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि आप ट्रेनें रोक रहे हैं, हाइवे बंद कर रहे हैं। क्या लोग अपना काम-धंधा बंद कर दें। क्या ये लोग शहर में आपके धरने से खुश होंगे? पूरे शहर का दम घोंटने के बाद आप शहर के अंदर आना चाहते हैं। यहां रहने वाले नागरिक क्या इस प्रदर्शन से खुश हैं? ये गतिविधियां रुकनीं चाहिए।
आप कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं, इसका मतलब है कि आपको कोर्ट पर भरोसा है। फिर विरोध प्रदर्शन की क्या जरूरत?
तीन कृषि कानून को लेकर जारी है आंदोलन
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल से ही पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे हैं। इन्हीं में से एक बॉर्डर सिंघु भी है। इससे पहले भी यहां एक कथित दुष्कर्म का मामला गर्माया था।