स्मैक को लेकर झगड़े में हुई होटल एम्बैसडर में मुस्कान की हत्या
होटल एंबेसडर हत्याकांड: श्रीनगर में हत्थे चढ़ा हत्यारा, पैसों के लेनदेन में हत्या की बात कबूली
देहरादून एंबेसडर होटल में युवती की हत्याकर फरार आरोपित विजय को पुलिस ने श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है. हत्यारा पुलिस को चेकिंग के दौरान हाथ लगा. हत्यारा पुलिस से छिपने के लिए चमोली अपने घर जा रहा था.
श्रीनगर 21 मार्च। देहरादून के धारा चौकी के नजदीक एंबेसडर होटल में युवती की हत्या कर फरार आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. श्रीनगर पुलिस ने हत्यारे को चेकिंग के दौरान पकड़ा. देहरादून पुलिस से मिले इनपुट के बाद श्रीनगर पुलिस ने आरोपित को पकड़ने की कार्रवाई की. श्रीनगर पुलिस ने हत्यारे थराली निवासी विजय सिंह को देहरादून पुलिस के हवाले कर दिया है.
होटल एंबेसडर हत्याकांड
घटना के मुताबिक 14 मार्च को देहरादून के एंबेसडर होटल में विजय ने 24 साल की युवती की गला दबाकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद विजय मथुरा (उत्तर प्रदेश) भाग गया था. पुलिस के मुताबिक विजय ने बताया कि मथुरा जाने के बाद समाचारों के जरिए पुलिस की कार्रवाई की जानकारी लगातार ले रहा था. इस बीच पकड़े जाने के डर से आरोपित अपने घर चमोली के लिए निकला गया. लेकिन पुलिस ने उसे श्रीनगर में ही पकड़ लिया.
शातिर था अपराधी
आरोपित द्वारा हरिद्वार, कोटद्वार, अल्मोड़ा और अन्य स्थानों पर चोरी व ठगी की कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है. जिसके चलते आरोपित ऋषिकेश,पौड़ी और देहरादून की जेल में अलग-अलग अपराधों में सजा काट चुका है. जेल में ही आरोपित ने अपराध करने के सभी तरीके सीखे थे. चोरी में प्राप्त आईडी का इस्तेमाल आरोपित किसी स्थान पर रूकने के लिये करता था. आरोपित द्वारा अपना कोई ऐसा पहचान पत्र अथवा आईडी नहीं बनाया गया था, जिससे कि किसी घटना को करने के बाद पुलिस उस तक पहुंच सके. अन्य व्यक्तियों से सम्पर्क करने के लिये भी आरोपित चोरी के नंबरों का ही इस्तेमाल किया करता था. किसी भी मोबाइल व आईडी को एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया करता था.
कब क्या हुआ
आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने होटल के स्टाफ से मृतक के साथ रुके व्यक्ति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की.व्यक्ति द्वारा कमरे की बुकिंग के लिए दी गयी आईडी प्राप्त की गयी तो आईडी सुनील कुमार पंत निवासी जसपुर ऊधमसिंह नगर के नाम पर जानकारी मिलने के बाद टीम ऊधमसिंहनगर रवाना कर सुनील कुमार पंत को पूछताछ के लिए देहरादून लाया गया. उसने पूछताछ में बताया कि वह 10 मार्च को अपनी बाइक से जसपुर से ऋषिकेश एम्स में उपचार के बाद किसी ने पर्स निकाल लिया था. उसकी रिपोर्ट जसपुर थाने में दर्ज करायी गयी थी. इसी बीच पुलिस टीम को होटल के कमरे से एक पैंट बरामद हुई. जिसमें हेम टेलर्स सेलाकुई का टैग लगा हुआ था. पुलिस टीम ने तत्काल सेलाकुई जाकर टेलर से पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि 12 मार्च को एक व्यक्ति ने अपना नाम सुनील बताया , उसकी दुकान पर आया था. उसने उससे दो पैंट व एक शर्ट सिलवाने को दी. 13 मार्च को व्यक्ति सिलाये गये कपड़े लेकर चला गया. पुलिस टीम ने टेलर की दुकान के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चेक किया.
फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति जाता हुआ दिखाई दिया. जिसका हुलिया होटल व आस-पास के सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त आरोपित के हुलिये से मिलता-जुलता प्रतीत हुआ. आरोपित की तलाश के दौरान ऋषिकेश में पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति विजय उर्फ बिट्टू के हुलिये से मिलता जुलता है. उसके खिलाफ पूर्व में थाना ऋषिकेश, रानीपोखरी तथा कोटद्वार में चोरी व ठगी के अभियोग पंजीकृत हैं. इसी बीच श्रीनगर पुलिस के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि देहरादून पुलिस के उपलब्ध कराये गये फोटो के हुलिये के व्यक्ति को चैकिंग में पकड़ा गया है. फोटो मंगाने पर पुष्टि हुई कि यह व्यक्ति ही फरार विजय उर्फ बिट्टू है. इस पर तत्काल पुलिस टीम श्रीनगर पहुंचकर आरोपित को हिरासत में लेकर देहरादून लाई .
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह ने बताया घटनाक्रम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आरोपित ने साल 2019 में कोटद्वार व ऋषिकेश में स्कूटी व मोबाइल चोरी की घटना की गयी थी जिसमें ऋषिकेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था.उसके बाद लगभग आठ माह सुद्धोवाला जेल में रहा.जहां से सजा पूरी करने के बाद कोटद्वार में पंजीकृत मुकदमे में पौड़ी जेल चला गया था.वहां भी सजा पूरी होने के बाद लॉकडाउन के दौरान पैदल-पैदल श्रीनगर पहुंचा.वहां पर एक वैडिंग प्वाइंट में खाना बनाने का कार्य किया.मालिक का विश्वास जीत लिया.इस पर मालिक ने अपने कमरे की चाबी सौंप दी थी.मौका पाकर वहां से मालिक के रुपये चुराकर भाग गया था.उसके बाद आरोपित देहरादून सेलाकुई आ गया. वहां एक गेस्ट हाउस में रूक गया. गेस्ट हाउस में आरोपित ने सुनील कुमार पंत की आईडी दी गयी थी,जो आरोपित को हरिद्वार में एक व्यक्ति की जेब से चुराये गये पर्स से प्राप्त हुई थी.दो दिन सेलाकुई में रुकने के बाद आरोपित का सम्पर्क मुस्कान नाम की महिला से हुआ.जिसके साथ 13 मार्च की रात को देहरादून के एम्बेसडर होटल में रूका.रात में वह महिला शराब पीने के बाद आरोपित से स्मैक मांगने लगी.आरोपित के स्मैक न होने की बात कहने पर पर जोर-जोर से चिल्लाने लगी.
काफी देर तक उसे शांत कराने का प्रयास किया पर वह नहीं मानी.जिस पर गुस्से में आकर उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.वह खुद भी तब नशे में था। घटना के बाद वहां से पैदल-पैदल रेलवे स्टेशन तक पहुंचा.वहां से टैम्पो पकड़कर आईएसबीटी आया.आईएसबीटी से हिमाचल रोडवेज की बस पकड़ कर हरिद्वार चला गया.हरिद्वार से अलीगढ़ की बस पकड़कर मथुरा पहुंचा.दो-तीन दिन वहां रुकने के बाद अपने घर चमोली जा रहा था. उसी दौरान श्रीनगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।