स्मृति ईरानी का कांग्रेस नेताओं को कानूनी नोटिस,24 घंटे में बिना शर्त स्पष्ट माफ़ी वरना…..

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेताओं को भेजा कानूनी नोटिस,24 घंटे में बिना शर्त स्पष्ट माफ़ी मांगें, वरना दीवानी और फौजदारी मुकदमा

नयी दिल्ली, 24 जुलाई ।केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कांग्रेस नेताओं-जयराम रमेश और पवन खेड़ा को कानूनी नोटिस भेजकर कहा कि वे उन पर तथा उनकी बेटी पर लगाए गए ‘‘निराधार और झूठे’’ आरोपों के लिए माफी मांगें। ईरानी ने यह कदम कांग्रेस नेताओं द्वारा आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद उठाया है। रमेश और खेड़ा ने ईरानी की 18 वर्षीय बेटी जोइश ईरानी पर गोवा में अवैध रूप से बार चलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने मंत्री पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग भी की थी।

कानूनी नोटिस में कहा गया है कि अगर कांग्रेस नेता बिना शर्त और स्पष्ट रूप से माफी नहीं मांगते हैं तथा अपने आरोप वापस नहीं लेते हैं, तो ईरानी उनके खिलाफ दीवानी और आपराधिक कार्यवाही शुरू करेंगी।

ईरानी द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि कांग्रेस नेताओं ने मंत्री की युवा बेटी पर हमला किया, जो विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष की छात्रा हैं।

नोटिस में कहा गया है कि जोइश ईरानी ने कभी भी कोई बार या कोई व्यावसायिक उद्यम “चलाने” के लिए किसी लाइसेंस के वास्ते आवेदन नहीं किया है। इसमें कहा गया है कि उन्हें गोवा में आबकारी विभाग ने कोई कारण बताओ नोटिस नहीं भेजा है जैसा कि कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है।

बयान में कहा गया है, “ये आरोप न केवल हमारी मुवक्किल और उनकी बेटी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि उनकी गरिमा को भंग करने का भी प्रयास हैं।”

कांग्रेस ने शनिवार को ईरानी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए उनकी बेटी पर गोवा में एक अवैध बार चलाने का आरोप लगाया था। वहीं, ईरानी ने पलटवार करते हुए कहा था कि नेशनल हेराल्ड मामले में उनके मुखर रुख के कारण उनकी बेटी पर गांधी परिवार के इशारे पर “दुर्भावनापूर्ण” आरोप लगाया गया है।

युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रविवार को गोवा में उस रेस्तरां के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बारे में कांग्रेस का दावा है कि यह स्मृति ईरानी की बेटी का है।

नोटिस में किन-किन नेताओं के नाम शामिल

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नोटिस में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा, पार्टी महासचिव जयराम रमेश और कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष नेटा डिसूजा का नाम शामिल है। ईरानी ने इस नोटिस में 24 घंटे के अंदर बिना शर्त माफी मांगने को कहा है। इसके साथ स्मृति ईरानी ने सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में व्यापक स्तर पर गलत,भ्रामक और अपमानजनक जानकारियों के प्रसार को रोकने को भी कहा है। इससे संबंधित सभी वीडियो को भी हटाने के लिए कहा है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा है कि अगर नोटिस पाने वाले सभी लोग ऐसा करने में असफल रहते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस का एक और बड़ा खुलासा

 

 

कांग्रेस पार्टी ने बार मामले में रविवार को एक और बड़ा खुलासा किया। पार्टी ने एक ट्वीट में दावा किया कि गोवा में Silly Souls Bar से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्मृति ईरानी का घर है। ईरानी का यह घर गोवा के कर्जुए गांव में है। दो तस्वीरें भी शेयर की गई हैं जिसमें से एक में जुबिन इरानी नाम पढ़ा जा सकता है। दूसरी तस्वीर में 65 लाख रुपये की जानकारी और घर का पता लिखा पढ़ा जा सकता है।

कांग्रेस के आरोपों का ईरानी ने दिया था जवाब

कांग्रेस पार्टी गोवा बार मामले में स्मृति ईरानी की बेटी का नाम आने के बाद से हमलावर है। पार्टी ने इस पूरे मामले में उनसे सफाई मांगी थी। ईरानी ने एक दिन पहले मीडिया के सामने आकर सारे आरोपों का खंडन किया था। ईरानी ने कहा था कि उनकी बेटी कॉलेज स्टूडेंट है और वह कोई बार नहीं चलाती। कांग्रेस ने एक 18 साल की लड़की की मां की इज्जत की धज्जियां उड़ाई हैं। लड़की की मां को दोष सिर्फ इतना है कि उसने 2014 और 2019 में राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा है।

नेता की बेटी है इसलिए फंसाया जा रहा है, वो 18 साल की हैं और शेफ हैं… गोवा बार आरोप में जोइश इरानी के वकील की दलीलें

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोइश ने गोवा के एक अवैध बार में अपनी संलिप्तता के आरोपों को शनिवार को निराधार करार दिया। उन्होंने कहा कि वह न तो रेस्तरां की मालकिन हैं और न इसे चला रही हैं। जोइश ईरानी की ओर से उनके वकील कीरत नागरा ने एक बयान जारी करके अपनी मुवक्किल के खिलाफ आरोपों से इनकार किया है। वकील ने कहा कि स्मृति ईरानी के राजनीतिक विरोधियों ने उनके खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं, जिनका एकमात्र उद्देश्य राजनीतिक नेता की बेटी होने के कारण मुवक्किल (जोइश) को बदनाम करना है।

कांग्रेस का बड़ा आऱोप

मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरों के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ईरानी की बेटी गोवा में एक अवैध बार चला रही हैं। कांग्रेस ने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए। जोइश का बयान इन खबरों के बाद आया है। कांग्रेस ने इसे बहुत गंभीर मुद्दा करार देते हुए बार को भेजे गए कथित ‘कारण बताओ नोटिस’ की एक प्रति भी साझा की है और कहा है कि अधिकारियों के कथित दबाव के बाद नोटिस देने वाले आबकारी अधिकारी का तबादला किया जा रहा है।

नहीं मिला कोई नोटिस- वकील

जोइश के वकील ने हालांकि कहा कि उन्हें किसी भी प्राधिकरण से कोई नोटिस नहीं मिला है। वकील ने कहा, ‘मेरी मुवक्किल 18 वर्षीय छात्रा और एक नवोदित शेफ हैं, जिन्होंने पाक कला सीखने के लिए विभिन्न रेस्तराओं में काम किया है और उनकी मां के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है।’ नागरा ने एक बयान में कहा, ‘इन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने हमारी मुवक्किल के खिलाफ विभिन्न प्रकार के निराधार एवं मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे लोग सिर्फ इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं ताकि तथ्यों की जांच-परख किए बिना मुद्दाविहीन बात को सनसनी बनाकर पेश किया जा सके और वे मेरी मुवक्किल को सिर्फ इसलिए बदनाम करने पर आमादा हैं कि वह एक नेता की बेटी हैं।

जोइश का रेस्तरां ने कोई लेना देना नहीं

उन्होंने आगे कहा कि ज़ोइश का रेस्तरां के प्रबंधन और अन्य मामलों पर कोई नियंत्रण या निगरानी नहीं है तथा यहां उनका सीमित मेलजोल सिली सोल्स कैफे के शेफ के साथ केवल इंटर्नशिप कार्यक्रम से जुड़ा था। नागरा ने कहा, ‘हमारी मुवक्किल न तो रेस्तरां की मालकिन हैं और न ही वह ‘सिली सोल्स गोवा’ नामक रेस्तरां का संचालन करती हैं। इसके अलावा उन्हें किसी भी प्राधिकरण से कोई ‘कारण बताओ नोटिस’ नहीं मिला है।’ बयान के अनुसार, ‘जोइश वर्तमान में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं और रेस्तरां में न तो काम कर रही हैं, न ही उन्हें कोई जानकारी है। उनका रेस्तरां के संबंध में कथित रूप से किसी भी घटना से कोई लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस ने लगाया था आरोप

कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि ईरानी परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और उनकी बेटी गोवा में कथित तौर पर एक रेस्तरां चला रही हैं, जिसमें फर्जी लाइसेंस से एक बार चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा लिया गया लाइसेंस एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर है, जिसकी मई 2021 में मृत्यु हो गई थी, और लाइसेंस गोवा में जून 2022 में लिया गया था। लेकिन जिस व्यक्ति के नाम पर लाइसेंस है, उसकी मृत्यु 13 महीने पहले हुई थी। यह अवैध है

Irani’sDaughter’s Lawyer On Goa Bar Dispute Says Allegations ‘Baseless’ ‘Concocted’

 

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