स्मृति-सोनिया विवाद के तीन गवाह: गलती मानने की बजाय धौंस और धमकी
आंखों देखी, कानों सुनी… सोनिया गांधी और स्मृति इरानी के बीच क्या हुआ, संसद के अंदर मौजूद रहे तीन ‘गवाहों’ से जानिए
Sonia Gandhi vs Smriti Irani, What Went Wrong in Lok Sabha : केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी की तरफ से राष्ट्रपति को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर सोनिया गांधी को खूब घेरा। उसके बाद दोनों में तीखी नोकझोंक हो गई।
हाइलाइट्स
1-केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच लोकसभा में नोकझोंक
2-लोकसभा अध्यक्ष के आसन के सामने सोनिया गांधी और स्मृति इरानी के बीच हुई बातचीत
3-आसन पर बैठीं बीजेपी सांसद रमा देवी ने बताई इस नोकझोंक की पूरी कहानी
नई दिल्ली 31 जुलाई: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद स्मृति इरानी पर उखड़ गईं। दावा किया जा रहा है कि सोनिया ने स्मृति से कहा, ‘You don’t talk to me’ यानी, आप मुझसे बात मत कीजिए। सोनिया गांधी ने स्मृति को जब ‘झिड़का’ तब वो लोकसभा अध्यक्ष के आसन के सामने थीं। उस वक्त अध्यक्ष के आसन पर बीजेपी सांसद रमा देवी बैठी थीं। उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल से पूरी बात बताई कि आखिर उस वक्त क्या हुआ। सदन में मौजूद एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस घटना के बारे में बताया। वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब स्मृति इरानी से बात करते हुए सोनिया गांधी काफी आक्रामक दिख रही थीं। आइए जानते हैं किनका क्या कहना है..
जिनके सामने सबकुछ हुआ, उन्हीं की जुबानी जानिए
बीजेपी सासंद रमा देवी सभापति की कुर्सी पर थीं। उन्होंने बताया, ‘सोनिया गांधी बौखलाई हुईं आईं। पूछीं कि मुझे ऐसा क्यों कहा जा रहा है? तो मैंने कहा कि आपने जिन्हें (लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल का) नेता चुनी हुई हैं, उनसे बात कीजिए। आपने ऐसा नेता चुना है तो लोग आपको ही बोलेंगे। आप अपने नेता से बात कीजिए। इस पर स्मृति इरानी आईं और बोलीं तब सोनिया जी ने तैश में आकर उनसे कहा- आपसे बात नहीं कर रही हूं।’
बीजेपी सांसद ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ‘सोनिया जी के व्यवहार से तकलीफ तो हुई। एक तो आपके नेता ऐसे बोल रहे हैं और ऊपर से आप भी रुतबा दिखा रही हैं। आपको कहना चाहिए था कि ठीक है, हमारे नेता से गलती हुई है, मैं उनकी तरफ से माफी मांगती हूं। बातें खत्म हो जातीं। लेकिन जिस तरह की नेता आपने चुना है, वो उटपटांग बातें करते हैं, उनको काबू में करना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘सोनिया जी को समझना चाहिए कि आपके नेता ने गड़बड़ी की है, जिस कारण आपकी बेइज्जती हो रही है। बच्चा अगर गलत करेगा तो मां-बाप को शिकायत आएगी। मां-बाप समझदार होंगे तो कहेंगे कि हां, हमारे बच्चे ने गलती की है, हम माफी मांगते हैं। लेकिन सोनिया गांधी माफी मांगने के बजाय तैश में आ गईं। यह किसी को अच्छा नहीं लगेगा। एक राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कह रही हैं, यह भाषा कहां से आई?’
वित्त मंत्री का दावा- धमकी दे रही थीं सोनिया
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं, ‘यू डॉन्ट टॉक टु मी- ऐसे करके दूसरे सांसद को करीब-करीब धमकी भरे अंदाज में बोल रही हैं। माफी क्या मांगेंगी, ऊपर से धमकी दे रही हैं सोनिया गांधी। क्या तरीका है? आप पार्टी की अध्यक्ष हैं। आपको सोचना चाहिए।’
सुप्रिया सुले ने भी बताई पूरी कहानी
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने बताया कि जब शोर होने लगा तब वो सोनिया गांधी को वहां से लेकर गाड़ी तक छोड़ आईं। उन्होंने कहा, ‘पार्ल्यामेंट 1.205 बजे खत्म हो रहा था। तब सोनिया जी निकल रही थीं। तब सत्ता पक्ष के कुछ लोगों की तरफ से नारेबाजी हुई, पार्ल्यामेंट खत्म होने के बाद। तब सोनिया जी आईं और वो रमा देवी जी से बात करने गईं। मैंने देखा कि रमा देवी जी और सोनिया जी में कुछ बातचीत हो रही है। फिर दोनों पक्ष के सांसद अंदर गए और बहुत आवाजें आने लगीं। तब मैं वहां गई और सोनिया जी से विनती की चलने की। फिर मैं उन्हें गाड़ी तक छोड़ने गई।