सोशल मीडिया पर बना मजाक F-35 फाइटर:हैंगर क्यों नहीं चाहता ब्रिटेन? ठीक न हुआ तो ?
F-35 ब्रिटेन की रॉयल नेवी का फिफ्थ जनरेशन स्टेल्थ फाइटर जेट है, जिसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. भारत ने इसे हैंगर देने की पेशकश की है, लेकिन ब्रिेटेन तैयार नहीं हुआ. ब्रिटेन नहीं चाहता कि उसके टेक्नीशियन बिना विमान हैंगर में ले जाया जाए.
मुख्य बिंदू
F-35 विमान तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर 20 दिन से खुले आसमान के नीचे खड़ा है.
ब्रिटेन की अनुमति के बिना भारत इस विमान को हैंगर में नहीं रख सकता .
ब्रिटिश एजेंसियां इस विमान की तकनीकी निगरानी कर रही हैं.
ब्रिटेन से इंजीनियर टीम कल तकनीकी समस्यायें दूर करने आ सकती है.
नई दिल्ली 04 जुलाई 2025। दुनिया का सबसे आधुनिक और खतरनाक लड़ाकू विमान F-35 तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर करीब 20 दिन से बारिश और तेज धूप झेलता खुले आसमान के नीचे खड़ा है. यह कोई साधारण लड़ाकू विमान नहीं , बल्कि ब्रिटेन की रॉयल नेवी का फिफ्थ जनरेशन स्टेल्थ फाइटर जेट है, जिसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. ऐसा नहीं है कि भारत ने इसे हैंगर (शेड) देने से मना कर दिया. असली वजह यह है कि ब्रिटेन विमान हैंगर में नहीं रखना चाहता.
ब्रिटेन नहीं चाहता कि उसके टेक्नीशियन की मौजूदगी के बिना विमान हैंगर में ले जाया जाए. उसके मन में चोर है कि कहीं भारत इसकी उन्नत तकनीक न समझ ले, जब तक यह विमान खुले में है, ब्रिटिश एजेंसियां सैटेलाइट और अन्य तकनीकी माध्यमों से इसकी निगरानी कर सकती हैं.
केरल टूरिज्म ने ली चुटकी
इसी संदर्भ में F-35 विमान की फोटो के साथ दो दिन पहले केरल टूरिज्म ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक हल्के-फुल्के अंदाज में पोस्ट किया कि केरल एक ऐसी जगह है जिसे आप छोड़कर जाना नहीं चाहेंगे. साथ ही विमान की तस्वीर के साथ लिखा था, “केरल एक अद्भुत जगह है. मैं यहां से जाना नहीं चाहता।”
इस हफ्ते पहुंच सकती है इंजीनियरों की टीम
सूत्रों के अनुसार, संभावना है कि कल तक ब्रिटेन से इंजीनियरों की एक टीम विशेष उपकरणों के साथ तिरुवनंतपुरम पहुंचेगी. यह टीम विमान में आई तकनीकी गड़बड़ियों को दूर करने की कोशिश करेगी.समझा जाता है कि अगर टीम ये समस्यायें ठीक नहीं कर पाती है तो विमान को डिसमेंटल करके ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से वापस ब्रिटेन ले जाया जा सकता है।
इसलिए मांगी थी लैंडिंंग की अनुमति
बता दें कि 14 जून की रात करीब 9:30 बजे यह विमान भारत में ग्राउंडेड हुआ. इससे पहले इसके पायलट ने ईंधन की कमी से तिरुवनंतपुरम में इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी थी. स्थिति की गंभीरता देखते हुए भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ सुरक्षित लैंडिंग में सहायता की, बल्कि विमान की मरम्मत और वापसी को हर संभव तकनीकी और लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया.
ब्रिटेन की रॉयल नेवी ने हेलीकॉप्टर से टेक्नीशियन दल भी भेजा, लेकिन अब तक विमान उड़ान भरने में असमर्थ रहा है.
2,000 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार सहित कई खूबियां
F-35 एक सिंगल इंजन मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो करीब 2,000 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. यह कम दूरी के रनवे से टेकऑफ कर सकता है और यहां तक कि हेलीकॉप्टर की तरह वर्टिकल टेकऑफ की क्षमता भी रखता है.
यह विमान केवल हवाई लड़ाई ही नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, खुफिया निगरानी, एयर-टू-एयर और एयर-टू-ग्राउंड मिशन भी एक साथ संपन्न करने में सक्षम है. इसीलिए अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश अपने ऐसे ‘गेम चेंजर’ विमानों को किसी भी तीसरे देश में यूं ही नहीं छोड़ते. हालांकि इतने लंबे समय तक भारत में खुले में खड़े रहने से कई सवाल जरूर खड़े होते हैं.
केरल में फंसे F-35 फाइटर जेट का बन गया इंडियन ‘आधार कार्ड’, पोस्ट देख छूटी लोगों की हंसी, जमकर वायरल हो रहे मीम्स
केरल में फंसे F-35 फाइटर जेट का बन गया इंडियन ‘आधार कार्ड’, पोस्ट देख छूटी लोगों की हंसी, जमकर वायरल हो रहे मीम्सF-35 को भारतीय नागरिक बताने वाला एक वायरल पोस्ट, जिसमें डिजिटल रूप से जनरेट किया गया आधार कार्ड भी नजर आ रहा है. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
केरल में फंसे F-35 फाइटर जेट का बन गया इंडियन ‘आधार कार्ड’, पोस्ट देख छूटी लोगों की हंसी, जमकर वायरल हो रहे मीम्स
ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 फाइटर जेट (F-35 Fighter Jet) करीब 20 दिनों से केरल के तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फंसा हुआ है. उसे अब एयरलिफ्ट कर वापस यूनाइटेड किंगडम ले जाने की तैयारी हो रही है. लेकिन इस बीच उससे जुड़े कई मीम्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस फाइटर जेट का आधार कार्ड भी वायरल हो गया है, जिसे देख लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं है.
जबकि 14 जून से ही F-35 के मीम्स और चुटकुले इंटरनेट पर घूम रहे हैं, लेकिन इसके वापस लौटने की योजना की खबर सामने आने के बाद इंटरनेट पर हंसी-ठिठोली का दौर शुरू हो चुका है. F-35 को भारतीय नागरिक बताने वाला एक वायरल पोस्ट, जिसमें डिजिटल रूप से जनरेट किया गया आधार कार्ड भी नजर आ रहा है. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
एक और लोकप्रिय राय है कि “अगर वह F-35 विमान इतने लंबे समय तक गुड़गांव में खड़ा रहता, तो कोई उसके अंदर एक रेस्तरां खोल लेता.”
यहां F-35 से जुड़े कुछ और मीम्स और चुटकुले देखें:
इस सप्ताह की शुरुआत में, केरल पर्यटन ने भी इस पोस्ट के साथ F-35 मीम सेलिब्रेशन में भाग लिया.
F-35B , जो HMS प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, केरल के तट से 100 समुद्री मील दूर ऑपरेशन कर रहा था, जब खराब मौसम और कम ईंधन के कारण उसे तिरुवनंतपुरम की ओर आपातकालीन मोड़ना पड़ा. भारतीय वायुसेना ने सुरक्षित लैंडिंग की सुविधा प्रदान की और ईंधन भरने और रसद सहायता भी दी.


लड़ाकू विमान को उड़ान भरने लायक बनाने के कई असफल प्रयासों के बाद, ब्रिटिश रॉयल नेवी के F-35 को आंशिक रूप से विघटित करने के बाद अब भारी-भरकम कार्गो विमान में डालकर यूनाइटेड किंगडम वापस भेजा जा सकता है. तकनीकी विशेषज्ञों और एक टो वेहिकल सहित यूके से 40 सदस्यीय टीम के 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम पहुंचने की उम्मीद है, ताकि रिकवरी ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सके.

