पूनम पांडे को सर्वाइकल कैंसर के नाम पर ऐसा भद्दा मज़ाक नहीं करना था
Poonam Pandey Fake Death News Due To Cervical Cancer Fans And Others Angry Why This Cheap Stunt Facing Backlash
मत सम्मत : सर्वाइकल कैंसर और मौत की झूठी स्क्रिप्ट! मैडम पूनम, इस घटिया पब्लिसिटी स्टंट पर शर्म कीजिए
मॉडल पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर के नाम पर अपनी मौत की झूठी अफवाह फैलाने के बाद कोई खुश नहीं है। उनके फैंस उन पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। पूनम का कहना है कि उन्होंने सर्वाइकल कैंसर की जागरूकता फैलाने के लिए यह किया था।
मुख्य बिंदु
मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे की मौत की बात निकली झूठी
पूनम पांडे ने 24 घंटे बाद खुद सामने आकर जारी किया वीडियो
कहा- सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरुकता फैलाने के नाम पर किया था यह सब
नई दिल्ली 03 फरवरी: मजाक करने की भी एक सीमा होती है लेकिन पूनम पांडे ने तो सारी हदें ही पार कर दीं। मजाक भी ऐसा कि लोग अब तक इसे नहीं पचा पा रहे हैं। कैंसर जैसी घातक और जानलेवा बीमारी के लिए कोई ऐसे जागरुकता फैलाता है भला! वो कैंसर जिसका नाम सुनकर देश ही नहीं दुनियाभर के लोगों की सांसें ऊपर नीचे होने लगती हैं, जिससे जूझते हुए मरीज ही नहीं पूरा घर टूट जाता है,ऐसा रोग जिससे लड़ते-लड़ते हर साल भारत में 10 लाख लोग काल के गाल में समा जाते हैं। आपने उसके नाम पर ऐसा भद्दा मजाक किया? कैंसर के जिस प्रकार के नाम पर आपने अपने मौत की झूठी स्क्रिप्ट लिखी,उससे जूझने वाली महिलाओं के दर्द की कल्पना मात्र भी कर लेतीं तो शायद आपको यह सब न करना पड़ता। 24 घंटे पहले(शुक्रवार), सर्वाइकल कैंसर की बीमारी के चलते अपने फैंस को अलविदा कहने वाली पूनम ठीक 24 घंटे बाद यानी आज शनिवार को कैमरे पर आती हैं और कहती हैं कि मेरी मौत की अफवाह झूठी थी और मुझे सर्वाइकल कैंसर नहीं था। मैं तो बस महिलाओं में तेजी से फैल रहे इस रोग के लिए जागरूक करना चाहती थी। इस चीप या कहें सस्ती पब्लिसिटी कर आपको क्या मिला? फैंस ही नहीं बाकी लोगों की गालियां? पूरा सोशल मीडिया आप पर गुस्सा निकाल रहा है। आपको अंदाजा भी नहीं है कि आपने जो किया है,उसका क्या रिजल्ट निकल सकता है। पूनम जी जिस बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने के नाम पर आपने अपने आपको ही मार दिया,उस कैंसर की गंभीरता आप समझिए। शायद आप ऐसा चीप स्टंट करने से पहले 100 बार सोचें।
24 घंटे के अंदर जिंदा, फैंस आगबबूला
पूनम पांडे का फैन बेस क्या है,किसी से छिपा नहीं है। जो पूनम पांडे को जानते हैं उन्हें यह भलीभांति मालूम है। इसे विस्तार से बताने की जरूरत नहीं है। चूंकि पूनम मॉडल भी हैं तो फिल्म इंडस्ट्री से भी उनका थोड़ा बहुत नाता है। शुक्रवार को जो फैंस उनकी झूठी मौत पर शॉक थे,सांत्वना दे रहे थे,आंसू बहा रहे थे,वही 24 घंटे बाद गुस्सा निकाल रहे हैं। गुस्सा इस बात का कि जिस कैंसर के बाद महिलाएं अपना जीवन गंवा बैठती हैं,उसके नाम पर पूनम ने अपने मौत की फर्जी कहानी गढ़ी थी। सिर्फ इसके लिए कि वह इस घातक बीमारी के बारे में जागरुक कर सकें। सोशल मीडिया पर लोग भड़के हुए हैं। ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर ने कहा कि यह बेहद असंवेदनशील कैंपेन था। बहुत गिरा हुआ था। अरविंद तोंडे नामक यूजर ने लिखा कि जागरुकता ऐसी फैलाओ कि 4 लोग गाली दें। कई इंस्टा यूजर ने तो लिखा कि पूनम आपको शर्म आनी चाहिए।
पूनम पांडे के तमाशे का विरोध
डॉक्टर क्यूटरस के नाम से मशहूर डॉक्टर तान्या ने भी पूनम का विरोध करते हुए कहा कि मुझे अपने इस घटिया जागरुकता अभियान से मत जोड़ो। मैं बहुत दिनों से इस सर्वाइकल कैंसर को लेकर दी जाने वाली वैक्सीन के लिए जागरुकता अभियान चला रही हूं। तब तक शायद आपके इस घटिया सोच का जन्म भी नहीं हुआ था। यह कदम बेहद असंवेदनशील था। जाने-माने फिल्मकार और इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने कहा कि यह बहुत ही दुखद और चौंकाने वाला है। जिस तरह से एक एक्ट्रेस ने सर्वाइकल कैंसर के चलते अपनी मौत की खबर का एलान किया। उन्होंने लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने मॉडल पूनम पांडे और उनके मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को मुंबई के विक्रोली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को पत्र लिखा है।
सर्वाइकल कैंसर पर पहले ये बातें जान लें
कैंसर के यूं तो कई प्रकार होते हैं जिसमें सर्वाइकल कैंसर सबसे खतरनाक माना जाता है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद होने वाला यह दूसरा सबसे खतरनाक कैंसर है। कैंसर के इस प्रकार से पीड़ित महिलाओं को अगर समय पर इलाज न मिले तो मौत भी हो सकती है और ज्यादातर केसेस में ऐसा ही होता है। इसके लक्षण ऐसे हैं जो शुरुआत में पकड़ आ गए तो इलाज संभव है,देरी होने पर जानलेवा हो जाता है। कैंसर का यह प्रकार इतनी खामोशी से महिलाओं के शरीर के अंदर घुसता है कि पता ही नहीं चल पाता। भारत में कैंसर के 29 प्रतिशत मामले सर्वाइकल के ही होते हैं। इस बीमारी की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि इस बार के अंतरिम बजट में 9-14 साल की बच्चियों को बचाने के लिए वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन के जाते ही शरीर पर इसका प्रभाव 98 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। भारत सरकार का यह कदम सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने की शुरुआत है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर, कैसे करता है हमला?
अब सर्वाइकल कैंसर क्या है और कैसे शरीर पर हमला कर उसे कमजोर कर देता है,समझते हैं। डॉक्टर के शब्दों में समझेंगे तो आसानी से बात समझ आ जाएगी। मशहूर गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर शारदा जैन ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर HPV मतलब ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से होता है। यह वायरस पहले महिला के शरीर में प्रवेश कर गर्भाशय के अंदर के हिस्से को संक्रमित करता है। यह इतनी खामोशी से अंदर घुसता है कि महिलाओं को इसका पता भी नहीं चलता। शरीर में घुसते ही यह अपने आपको बढ़ाने लगता है। कैंसर का रूप ले लेता है। यह किसी भी उम्र में महिलाओं को अपना शिकार बना लेता है। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि 70 प्रतिशत महिलाओं में यह 30 साल में ही डायग्नोस हो जाता है। यह वायरस शारीरिक संपर्क बनाने से भी शरीर में घुस सकता है।
आंकड़ों हैं चौंकाने वाले
सर्वाइकल कैंसर से जुड़े आंकड़े डराते हैं। महिलाओं में हर तरह के कैंसर के मामले 18 प्रतिशत हैं। आंकड़े गवाह हैं कि भारत में हर साल 1 लाख 20 हजार महिलाएं सर्वाइकल कैंसर पीड़ित होती हैं जिसमें 74 हजार महिलाएं दम तोड़ देती हैं। प्रतिदिन के हिसाब से बात करें तो हर दिन 211 महिलाएं इस जानलेवा कैंसर से अपनी जान गंवाती हैं। जांच का भी हाल समझिए। देश में ऐसी 1 प्रतिशत महिलाएं ही हैं जो इस घातक कैंसर की जांच कराती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने बताया कि कम से कम 70 प्रतिशत महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की जांच होनी चाहिए।
लक्षण और बचाव क्या हैं
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण-
➤शारीरिक संबंध के बाद,पीरियड्स के बीच या मेनोपॉज के बाद योनि से खून बहना
➤पीरियड्स में बहुत खून बहना और सामान्य से अधिक समय तक पीरियड चलना
➤योनि से पानी जैसा सफेद-सफेद बाहर आना,यह दुर्गंधयुक्त हो सकता है.
➤संभोग के दौरान पेल्विक में दर्द
➤लगातार कमर दर्द रहना
➤वजन कम होना
➤थकान और भूख ना लगना
➤पैरों में सूजन
➤हड्डियों में दर्द होना
सर्वाइकल कैंसर से बचाव
टीकाकरण:HPV वैक्सीन:यह वैक्सीन 9 से 45 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए उपलब्ध है और यह HPV संक्रमण से बचाता है,जो सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है।
टिटनेस,डिप्थीरिया और टेटनस (Tdap) वैक्सीन: यह वैक्सीन HPV वैक्सीन के साथ दी जा सकती है और यह कुछ प्रकार के HPV से भी बचाती है।
पैप स्मीयर: यह एक सरल परीक्षण है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में असामान्यताओं का पता लगा सकता है। 21 वर्ष की आयु से शुरू करके,महिलाओं को हर 3 साल में पैप स्मीयर करवाना चाहिए।
HPV परीक्षण : इस परीक्षण से पता लगा सकता है कि क्या आपको HPV संक्रमण है। 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को हर 5 साल में HPV परीक्षण करवाना चाहिए।
अन्य महत्वपूर्ण कदम:
➤सुरक्षित यौन संबंध: कंडोम का उपयोग करने से HPV संक्रमण और अन्य STIs से बचाने में मदद मिल सकती है।
➤धूम्रपान न करें: धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
➤स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: स्वस्थ भोजन खाना,नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लेना समग्र स्वास्थ्य बेहतर बनाने और सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम करने में मदद कर सकता है।