आक्सीजन प्लांट को आगे आये सोमनाथ व श्री राम मंदिर
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट से ऑक्सीजन प्लांट के लिए 50 लाख रुपए, प्रतिदिन 51 सिलेंडर की होगी आपूर्ति
देश भर में कोरोना वायरस के कहर के बीच गुजरात का सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट लोगों की मदद के लिए आगे आया है। ट्रस्ट ने प्रभास पाटन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 50 लाख रुपए की डोनेशन देने का ऐलान किया है।
सोमनाथ ट्रस्ट के मुताबिक, ऑक्सीजन प्लांट अगले तीन हफ्तों में चालू हो जाएगा। कार्य जिला स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में होगा। यह ऑक्सीजन प्लांट प्रतिदिन 51 सिलेंडर की आपूर्ति कर सकेगा।
श्री सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने इसके अलावा भी कोरोना के इस दौर में लीलावती भवन के 73 कमरों को सरकार को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए दे दिया है। इसके अलावा ट्रस्ट जिला प्रशासन के साथ मिलकर जरूरमंदों के लिए टिफिन सेवाएँ भी चला रहा है।
यहाँ हम उन 5 मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने हाल में कोरोना की दूसरी लहर से उपजे संकट के बीच जनहित में कदम आगे बढ़ाए हैं। ये मंदिर कोविड मरीजों और गरीबों की सेवा कर रहे हैं। द्वारका स्थित इस्कॉन मंदिर लोगों को फूड पैकेट बाँट रहा है। मुंबई के कांदिवली इलाके में स्थित पावन धाम जैन मंदिर में 100 बेड्स की क्षमता वाला कोविड सेंटर बनाया गया है। यहाँ हरेक बेड के लिए ऑक्सीजन का भी इंतजाम किया गया है।
ओडिशा के पुरी स्थित‘श्री जगन्नाथ टेम्पल एडमिनिस्ट्रेशन (SJTA)’ ने सेवादारों, भक्तों और उनके परिवारों के लिए एक कोविड सेंटर की स्थापना का फैसला किया है। ग्रैंड रोड स्थित ‘भक्त निवास’ में सारे उपकरणों और सेवाओं के साथ इसकी व्यवस्था हुई है।
वहीं वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर की रसोई ने गरीबों का पेट भरने का जिम्मा उठाया है। मंदिर प्रशासन कई NGO के साथ मिल कर कोरोना मरीजों को भी भोजन पहुँचा रहा है।
इसी तरह से गुजरात के वड़ोदरा में भी मंदिरों ने बढ़-चढ़कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हाथ बढ़ाया है। BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर ने 300 बेड्स वाले कोविड सेंटर की स्थापना की है। अतलदरा में 3.5 एकड़ में इस फैसिलिटी की स्थापना हुई है। ICU कमरों, पंखों और कूलर के अलावा यहाँ ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की भी व्यवस्था होगी। जल्द ही 200 और बेड्स को जोड़ कर कोविड सेंटर की क्षमता को 500 बेड्स तक किया जाएगा।
इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य कर रहे ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट ने देश में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है। ट्रस्ट ने दशरथ मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित करने में 55 लाख रुपए का खर्च आएगा।
भारत की मदद को आए कई विदेशी हिंदू मंदिर: करोड़ों रुपए, ऑक्सीजन कन्संट्रेटर और सिलिंडर से सहायता
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भारत की मदद को आगे आए विदेश के मंदिर
भारत में कोरोना के कहर के बीच हिंदू मंदिरों ने देश का खूब साथ दिया। पिछले दिनों हमने आपको देश में स्थित उन तमाम मंदिरों के बारे में बताया, जो विपदा की इस घड़ी में सामने आए और मदद की पेशकश की।
आज हम आपको ऐसे ही कुछ विदेशी मंदिरों के बारे में भी बताने जा रहे हैं। ये हिंदू मंदिर भले ही विदेशों में स्थित हैं लेकिन जब बात हिंदुस्तान को संकट से उभारने की आई तो इन्होंने अपने सामर्थ्य से ज्यादा भारत को मदद दी।
बैंकॉक का हिंदू समाज देव मंदिर
सबसे ताजा मामला बैंकॉक से आया है। द ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, एक सदी पुराना हिंदू समाज देव मंदिर, भारत की मदद के लिए आगे आया और अपने बूते भारतीयों को ऑक्सीजन सप्लाई में मदद की। ये मंदिर इस समय रॉयल थाई एयरफोर्स की मदद से भारत में ऑक्सीजन उपकरणों की मदद पहुँचा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मंदिर की ओर से 1 मई को 10 लीटर के 15 कन्संट्रेटर और 500 ऑक्सीजन सपोर्टिड बैड भारत भेजे गए। बाद में 5 मई को भी 10 मशीनें फ्लाइट के जरिए भारत आईं।
मंदिर के सचिव ने बताया कि उन्होंने इंसानियत के नाते यह मदद की है। उन्हें अपने परिजनों और दोस्तों से भारत में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और ऑक्सीजन टैंक की कमी का पता चल रहा था। इसी कारण उन्होंने फंड इकट्ठा करके भारत की मदद की।
लंदन का श्रीस्वामीनारायण मंदिर
इसके बाद लंदन के श्रीस्वामीनारायण मंदिर ने भी भारत की स्थिति देखते हुए मदद करने के लिए फंड इकट्ठा किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक लंदन से दिल्ली बाइकाथॉन प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया गया। इसका मकसद भारत के लिए फंड जमा करना था।
जानकारी के मुताबिक, इस आयोजन से मंदिर ने भारत के लिए 500,000 पाउंड यानी 5.1 करोड़ रुपए के आसपास फंड इकट्ठा किया है। आयोजन को CYCLE TO SAVE LIVES का नाम देकर 7,600 किलोमीटर साइकिल चलाई गई। इवेंट में भारतीयों के अलावा लोकल लोगों ने भी भाग लिया।
इवेंट ऑर्गनाइजर्स ने कहा, “भारत में ऑक्सीजन की कमी है। हमें मदद की जरूरत है। हम भारत के लोगों को ये बता रहे हैं कि वो इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं। हम उनके साथ हैं, चाहे हम आपसे हजारों मील दूर बैठे हैं लेकिन हम आपके साथ हैं।”
UAE का हिंदू मंदिर
अबु धाबी में भारत की हर संभव मदद करने की घोषणा होने के बाद वहाँ के हिंदू मंदिर ने भी संकट की घड़ी में भारत की मदद करने का निर्णय लिया। BAPS हिंदू मंदिर ने पूजनीय स्वामी महाराज के देखरेख में ऑक्सीजन टैंक और सिलेंडर भेजने का निर्णय लिया। BAPS पर प्रकाशित एक खबर के अनुसार यह मंदिर भारत को 440 टन ऑक्सीजन हर माह देगा। इससे देश में करीब 50,000 सिलेंडर भरे जा सकेंगे।
इस क्रम में पिछले हफ्ते पहली मदद भी कर दी गई है। इस दौरान वहाँ से 44 टन तरल ऑक्सीजन, 130 ऑक्सीजन सिलिंडर, 600 सिलिंडर के लिए 30,000 लीटर मेडिकल ऑक्सीजन दी गई। साधुओं से लेकर मंदिर के स्वयंसेवक, सब इस समय भारत को ऑक्सीजन भेजने के लिए काम में जुटे हुए हैं।
स्विंडन के हिंदू मंदिर
ब्रिटेन के स्विंडन में भी हिंदुस्तान की मदद के लिए हिंदू मंदिर आगे आया है। वहाँ भी कोशिश हो रही है कि भारत में मेडिकल उपकरणों को भेजा जाए। भारतीय मूल के ब्रिटिश डॉक्टर अक्षय पात्रा यूके चैरिटी के साथ जुड़ कर अस्पतालों को उपकरण भेज रहे हैं और पीड़ितों को मेडिकल हेल्प भी मुहैया करवाई जा रही है।
कोरोना संकट में हिंदू मंदिर मदद को आगे आए
गौरतलब है कि कोरोना महामारी से आज पूरा भारत त्रस्त हो रखा है। हर जगह स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी के कारण मौत की खबरें आ रही हैं। ऐसे में देश के तमाम मंदिर हैं, जिन्होंने पिछले दिनों अलग-अलग तरह से अपनी सहायता पेश की। पटना के महावीर मंदिर ने जहाँ ऑक्सीजन मुहैया करवाने का बीड़ा उठाया, वहीं मुंबई के स्वामी नारायण मंदिर को कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। गजानन मंदिर में भी 500-500 बेड के अलग आइसोलेशन परिसर बनाए गए।