जरूरतमंदों की मदद को सोनू सूद ने रखी आठ प्रोपर्टी गिरवी
सोनू सूद की नेकी:8 प्रॉपर्टी गिरवी रखकर 10 करोड़ रुपए लोन लिया, ताकि जरूरतमंदों की और मदद कर सकें
कोरोना के दौर में एक्टर सोनू सूद जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर सामने आए। वे नेकी के इस काम में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते। इसलिए उन्होंने 10 करोड़ रुपए का लोन लेने के लिए अपनी आठ प्रॉपर्टी गिरवी रख दी हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई के जुहू इलाके में मौजूद इन प्रॉपर्टीज में दो दुकानें और छह फ्लैट्स शामिल हैं।
5 लाख रुपए में हुआ रजिस्ट्रेशन
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू की गिरवी रखी गईं प्रॉपर्टीज का एग्रीमेंट 15 सितंबर को साइन किया था और 24 नवंबर को इसका रजिस्ट्रेशन किया गया। ये प्रॉपर्टी इस्कॉन मंदिर के पास एबी नायर रोड पर हैं। लोन लेने के लिए पांच लाख रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस चुकाई गई है।
बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी सोनू और उनकी पत्नी के नाम पर ही रहेंगी। इससे हर महीने आने वाला किराया भी अभिनेता को ही मिलेगा। सोनू को 10 करोड़ के लोन के लिए इसका मूलधन और ब्याज चुकाना पड़ेगा। हालांकि, सोनू ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।
लॉकडाउन में सोनू ने ऐसे मदद की
लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए सक्रिय रहे सोनू ने सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया। हजारों लोगों के लिए खाने, पीने के सामान से लेकर पैसों तक की व्यवस्था की। पंजाब में पैरामेडिकल स्टाफ के लिए 1500 PPE किट्स उपलब्ध कराईं। पुलिस अफसरों को 25 हजार फेस शील्ड्स लेकर दीं।
इस तरह लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कई काम किए। अब भी वे लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए लोग सोनू से मदद मांगते रहते हैं। इसके अलावा, सोनू ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
अगला मिशन वृद्धों के घुटनों की सर्जरी
सोनू सूद की मानें तो उनका अगला मिशन वृद्धों के घुटनों की सर्जरी कराना है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं वृदो के घुटनों की सर्जरी कराना चाहता हूं, ताकि उन्हें ऐसा महसूस न हो कि वे समाज का बेकार और उपेक्षित हिस्सा हैं। 2021 में घुटनों का ट्रांसप्लांट मैं अपनी प्राथमिकता में चाहता हूं।’
अब इन खबरों पर दी प्रतिक्रिया, मैं सहज नहीं हूं
अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने अपनी 8 संपत्तियां गिरवी रखकर जरूरतमंदों के लिए 10 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं. वहीं जब उनसे इस मामले में प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने बेहद सादगी से इस पर जवाब दिया. बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) अपने नेक कामों की वजह से आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं. अपने इन कामों के जरिए सोनू ने देशवासियों के दिलों में बेहद खास जगह बना ली है. वहीं हाल ही में एक बार फिर से उनका नाम खबरों में कुछ ऐसे ही कारणों से आ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है कि सोनू ने जरूरतमंदों की मदद के लिए अपनी 8 संपत्तियां गिरवी रखकर 10 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं. सोनू सूद ने ये कर्ज कई लोगों की जरूरतें पूरी करने के लिए लिया है, जिन्होंने उनसे मदद की अपील की थी. वहीं हाल ही में जब उनसे इन खबरों पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने बेहद सादगी से जवाब दिया है.
सोनू सूद बीते कई महीनों से लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. वहीं इस बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए जब पैसे कम पड़े तो वो अपनी संपत्तियों को गिरवी रखकर कर्ज लेने से भी पीछे नहीं हटे. इस मामले में स्पॉयबॉय की एक रिपोर्ट की मानें तो अभिनेता ने बीते 20 सालों में जो भी कमाया, वो लोगों की सेवा करने में लगा दिया… इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि सोनू सूद से जब इन खबरों पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने बेहद सादगी से कहा- ‘मैं इस पर बात करने में सहजता नहीं महसूस करता हूं.’
सोनू सूद ने कहा है कि वो इस काम को जारी रखना चाहते हैं. उनका कहना है, ‘मुझे नहीं पता कैसे प्रतिक्रिया दूं. मैं अपने माता-पिता को बहुत मिस करता हूं. काश, वो ये देख सकते हैं कि उनका बेटा क्या कर रहा है. मुझे पता है कि ये सब उनकी वजह से ही संभव हो पा रहा है.’
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू ने अपनी 2 दुकानें और 6 फ्लैट्स गिरवी रखे हैं. इन प्रॉपर्टीज के मालिक सोनू और उनकी पत्नी सोनाली हैं. ये दोनों दुकानें ग्राउंड फ्लोर पर हैं और फ्लैट्स शिव सागर कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में हैं. ये हाउसिंग सोसायटी इस्कॉन मंदिर के पास एबी नायर रोड पर स्थित है. दस्तावेजों के अनुसार सोनू ने 10 करोड़ रुपये के लोन पर 5 लाख रुपये के पंजीकरण शुल्क का भुगतान किया है।
इस साल सोनू के मानवीय कार्यों की देश भर के लोगों ने सराहना की है और अभिनेता यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनकी मदद ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, सोनू सूद ने जुहू में 10 करोड़ रुपये का कर्ज लेने के लिए आठ संपत्तियों को गिरवी रखा। अभिनेता ने राशि जुटाने के लिए दो दुकानों और छह फ्लैटों को गिरवी रख दिया। मनी कंट्रोल द्वारा एक्सेस किए गए दस्तावेजों के अनुसार, समझौते पर 15 सितंबर को हस्ताक्षर किए गए थे और पंजीकरण 24 नवंबर को किया गया था। ऋण उठाने के लिए 5 लाख रुपये का शुल्क अदा किया गया था।
मनी कंट्रोल ने वरिष्ठ निदेशक और हेड वेस्ट इंडिया, जेएलएल इंडिया, रितेश मेहता ने कहा कि हालांकि इन प्रीमियम संपत्तियों को अभिनेता और उनकी पत्नी के स्वामित्व में रखा जाएगा और उन्हें मासिक किराए पर प्राप्त करना जारी रहेगा, उन्हें 10 करोड़ रुपये के ऋण के लिए ब्याज और मूलधन का भुगतान करना पड़ सकता है। इस बात की अभी तक सोनू सूद ने कोई पुष्टि नहीं की है।
मार्च में, जब सरकार ने देश में चल रहे कोरोनोवायरस महामारी के कारण देशव्यापी तालाबंदी लागू कर दी, तो प्रवासी कामगारों को घर वापस जाने के लिए कोई पैसा या साधन नहीं बचा। तब सोनू सूद उनके बचाव में आए। उन्होंने दिहाड़ी मजदूरों को उनके घरों में वापस पहुंचाने के लिए चार्टर्ड उड़ानों, बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की। जरूरतमंदों की मदद करने के उनके अविश्वसनीय प्रयास के कारण अभिनेता को ‘प्रवासियों का मसीहा’ कहा गया है। चूंकि कई लोगों ने महामारी के दौरान अपनी आय के साधन खो दिए हैं, इसलिए उन्होंने उन्हें आय का एक वैकल्पिक स्रोत भी प्रदान किया।
हर दिन सोनू सूद को सैकड़ों पत्र मिलते हैं जो उनसे मदद मांगते हैं। अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इन पत्रों की एक तस्वीर साझा की थी और लिखा, हेल्प मेल्स जो मुझे हर दिन मिलती है। काश मैं हर किसी तक पहुंच सकता, जो असंभव दिखता है। उस दिन का इंतजार करेंगे जब ये पत्र संख्याओं में कम हो जाएंगी और हम हर जगह (समृद्धि) अधिक समृद्धि लाएंगे।