मुख्यमंत्री कुंभ व्यवस्थाओं से संतुष्ट, सुरक्षा को सभी करें एसओपी पालन

महाकुम्भ मेले में किये जा रहे कार्यों को मुख्यमंत्री ने सराहा
-कुम्भ के लिये जारी एसओपी का अनुपालन करने की सभी से की अपील
-कुम्भ मेले के लिये की जा रही हैं बेहतर व्यवस्थाएं
-कुम्भ मेले में सभी को दिया जा रहा है सहयोग

हरिद्वार। 3 मार्च (सूचना) बुधवार को हरिद्वार में कुम्भ मेला कार्यों का निरीक्षण करने के पश्चात मीडिया से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं के लिये किये जा रहे कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कुम्भ मेले के लिये जारी एसओपी का सभी से अनुपालन करने की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार कुम्भ क्षेत्र की बाह्य सज्जा बेहतर हुई है। एनएच से सम्बंधित सभी आवश्यक कार्य लगभग पूर्ण हो चुके है। इससे यातायात का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। हम भी अभी इससे पूरी तरह ऊबर नही पाये है। उन्होंने कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए सभी से कुम्भ से सम्बंधित एसओपी का अनुपालन करने की अपेक्षा की। हम स्वयं सुरक्षित रहकर ही दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान करने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिये प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले के लिये निर्मित किये जा रहे सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त बेस अस्पताल का निर्माण अंतिम चरण में है। इसमें श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके साथ ही मीडिया कर्मियों को कुम्भ मेले की कवरेज हेतु सभी आवश्यक अत्याधुनिक संचार उपकरणों से युक्त मीडिया सेंटर की स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में जनजीवन को सुरक्षित रखने का हमारा प्रयास रहा है। इसके दृष्टिगत सभी को परेशानी हुई है। इसमें हरिद्वार के लोग भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हम अब इस बुरे दौर से ऊबरने लगे हैं। राज्य सरकार सभी की मदद के लिये तत्पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने सभी अखाड़ों के संत-महात्माओं का आशीर्वाद लिया है। सभी ने दिव्य और भव्य कुम्भ की व्यवस्थाओं के प्रति संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि कुम्भ की व्यवस्थाओं के प्रति संतों में कोई नाराजगी नहीं है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि हम सभी के सहयोग से दिव्य एवं भव्य कुम्भ के सफल आयोजन में सफल होंगे।

Haridwar Kumbh 2021: कुंभ मेले के लिए एसओपी जारी,पंजीकरण अनिवार्य;इन बातों का भी रखें ध्यान

कोरोना संकट के साये में होने जा रहे हरिद्वार कुंभ मेले के लिए अब पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। शासन द्वारा शनिवार को कुंभ के लिए जारी की गई एसओपी में यह प्रविधान किया गया है।
कोरोना संकट के साये में होने जा रहे हरिद्वार कुंभ मेले के लिए अब पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। शासन द्वारा शनिवार को कुंभ के लिए जारी की गई मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) में यह प्रविधान किया गया है। पंजीकरण के लिए वेब पोर्टल का एड्रेस भी जारी कर दिया गया है। यह भी साफ किया गया है कि आने से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट होने के बाद ही श्रद्धालु कुंभ में आ सकेंगे। विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना से बचाव के मद्देनजर केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा।
कुंभ मेले की अधिसूचना जारी होने साथ ही एसओपी प्रभावी मानी जाएगी।हरिद्वार में कुंभ का आयोजन अब एक अपै्रल से प्रस्तावित है।
कुंभ के मद्देनजर सरकार तैयारियों में भी जुटी है। कुंभ में कोरोना की रोकथाम के मद्देनजर शासन ने अब एक और एसओपी जारी की है। सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन की ओर से जारी एसओपी के अनुसार कुंभ में श्रद्धालुओं, स्थानीय निवासियों, यात्रियों, अधिकारियों व कर्मचारियों सहित सभी हितधारकों द्वारा कोरोना से बचाव के लिए मानकों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। एसओपी के मुताबिक कुंभ मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति अथवा यात्री को वेब पोर्टल
www.haridwarkumbhmela2021.com/www.haridwarkumbhpolice2021.com
पर अनिवार्य रूप से पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण कराते समय कुंभ में आने से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी अपलोड करना होगा। इसके बाद ही ई-पास अथवा ई-परमिट जारी किए जाएंगे। इनके आधार पर ही श्रद्धालु अथवा यात्री कुंभ मेले में आ सकेंगे। बार्डर पर ई-पास अथवा परमिट की आकस्मिक जांच भी की जाएगी।
लिहाजा, श्रद्धालुओं को अपने पास अथवा फोन पर जरूरी दस्तावेज भी रखने होंगे। बिना ई-पास के कुंभ मेला क्षेत्र में किसी को प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।एसओपी के मुताबिक विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं व यात्रियों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन करना होगा। साथ ही पंजीकरण संबंधी नियमों का भी पालन अनिवार्य होगा। एसओपी में नौ फरवरी को विभिन्न सेक्टरों के जारी गाइडलाइन को भी समाहित किया गया है।

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