स्टैंडर्ड कैपिटल मार्केट्स लि. ने पैसालो डिजिटल लि. में किया निवेश
स्टैंडर्ड कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड ने पैसालो डिजिटल में बड़ा निवेश किया
गाँवों में लोगों को आसान लोन देने का लक्ष्य
देहरादून, 21 जुलाई। स्टैंडर्ड कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड (एक अग्रणी एनबीएफसी जो वैकल्पिक वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है और सभी के लिए वित्तीय पहुंच और विकास को बढ़ावा देती है) ने यह घोषणा की कि एससीएमएल ने पैसालो डिजिटल लिमिटेड के साथ हाथ मिलाया है। पैसालो डिजिटल ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने को समर्पित एक अग्रणी वित्तीय सेवा कंपनी है। यह निवेश एससीएमएल की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है जो वित्तीय अंतर को पाटने और कम सेवा वाले क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने को नवीन समाधानों को उन्नत करता है।
एससीएमएल का निवेश पैसालो डिजिटल को अपनी पहुंच और प्रभाव का विस्तार करने में सक्षम बनाएगा, जिससे अधिक ग्रामीण समुदायों को आवश्यक वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्रदान की जा सकेगी। प्रौद्योगिकी और नवाचार में एससीएमएल की विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए, पैसालो डिजिटल अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाएगा, जिससे सेवा वितरण सुचारू और कुशल होगा। इस सहयोग में संभावित रूप से अधिक लक्षित और प्रतिस्पर्धी उत्पादों की पेशकश भी शामिल है, जिसमें उधारकर्ताओं के लिए अधिक लचीले ऋण मानदंड शामिल हैं।
स्टैंडर्ड कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राम गोपाल जिंदल ने साझेदारी के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, कि “हम ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के उनके मिशन में पैसालो डिजिटल लिमिटेड के साथ सहयोग करने को उत्साहित हैं। यह निवेश वित्तीय समावेशन को हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है जो सकारात्मक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को प्रेरित करता है।
हाल ही में, बोर्ड ने फंड जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। बोर्ड ने कंपनी अधिनियम, 2013 और लागू नियमों के प्रावधानों के अनुसार, निजी प्लेसमेंट के आधार पर एक या अधिक किश्तों में 401.50 करोड़ रुपये तक की राशि के सुरक्षित, असूचीबद्ध , अरेटेड, प्रतिदेय गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (“एनसीडी”) जारी करने को मंजूरी दी।
स्टैंडर्ड कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड कई तरह के लोन देती है। वे लोगों को पर्सनल लोन देते हैं जिसे आसानी से चुकाया जा सकता है। बिजनेस को भी लोन देते हैं। वे पढ़ाई को भी लोन देने की तैयारी कर रहे हैं ताकि बच्चे अच्छी पढ़ाई कर सकें। कंपनी किसानों के लिए भी लोन लाने की सोच रही है।