अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालक दून से बंदी,विदेशी ताकतों का है पालतू

देहरादून में Illegal Telephone Exchange का पर्दाफाश,हवाला से लाखों की फंडिंग;मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ रहा मामला, एसटीएफ ने किया संचालक गिरफ्तार
एसटीएफ ने दून से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने टेलीफाेन एक्सचेंज के लिए बीएसएनएल से 500 नंबर लिए थे जिनसे से विदेश से आने वाली काल को लोकल में परिवर्तित करके डायवर्ट करता था। आरोपित को हवाला के माध्यम से विदेश से फंडिंग होती थी। आरोपित पूर्व में भी जनपद सोनीपत हरियाणा और बिहार से जेल जा चुका है।

मुख्य बिंदु
बांदा जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को एक्सचेंज से काल कर दी गई थी जान से मारने की धमकी

देहरादून 01 मई 2024: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अंतरराष्ट्रीय फोन काल को लोकल काल में परिवर्तित करने वाले अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने दून से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।
आरोपित ने टेलीफाेन एक्सचेंज के लिए बीएसएनएल से 500 नंबर लिए थे, जिनसे से विदेश से आने वाली काल को लोकल में परिवर्तित करके डायवर्ट करता था। कुछ समय पहले विदेश से आए एक काल को आरोपित ने लोकल में परिवर्तित किया था, जिससे यूपी के बांदा कारागार के जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
विदेश से फंडिंग
आरोपित को हवाला के माध्यम से विदेश से फंडिंग होती थी। आरोपित पूर्व में भी जनपद सोनीपत हरियाणा और बिहार से जेल जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के लैंडलाइन नंबर से फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में थाना कोतवाली नगर जिला बांदा यूपी में मुकदमा दर्ज हुआ था।

लैंडलाइन नंबर देहरादून जिले से संबंधित था, ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस व दूरसंचार विभाग भारत सरकार ने उत्तराखंड की एसटीएफ की जानकारी साझा की। एसटीएफ ने लैंडलाइन नंबर की जांच की तो पता चला कि यह नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत है। कंपनी के पते पर जाकर लैंडलाइन नंबर के मालिक के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता नहीं लग पाया।

प्राइवेट कंपनी के नाम से करीब 500 नंबर लिए
इसी बीच गुप्त जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता (निवासी संगम बिहार जीएमएस रोड बसंत बिहार, वर्तमान निवासी प्रिय लोक कालोनी सेवलाकलां पटेल नगर ) ने स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट कंपनी नाम से 500 नंबर लिए हैं जिनसे वह विदेशी काल इंटरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाइल नंबरों पर डायवर्ट कराता है।

एसटीएफ के निरीक्षक यशपाल सिंह बिष्ट और एसआइ धर्मेंद्र रौतेला ने टीम के साथ सोमवार रात जीएमएस रोड स्थित एमएम टावर के द्वितीय तल पर छापा मारकर आरोपित अनुराग गुप्ता को पकड़ लिया। आरोपित ने अपनी कंपनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड की जगह अपनी पहचान छिपाने को बाहर विक्रांत फूड कंपनी एंड दून इट्स वेब सर्विस के दो फ्लेक्सी बोर्ड लगाए हुए हैं।

कार्यालय में आरोपित ने छिपकर काल एक्सचेंज सेटअप लगाया हुआ था एवं इस एक्सचेंज सेट को उसने बीएसएनएल से 500 लैंडलाइन नंबर का सेशन इनिशिएशन प्रोटोकाल (एसआइपी) एवं इंटरवेव टेक्नोलोजी से इंटरनेट का कनेक्शन लिया हुआ था।

छापे में दूरसंचार विभाग की टीम भी तकनीकी सहयोग को मौजूद रही। आरोपित के कार्यालय से दो लेपटाप,दो सर्वर,दो सीपीयू,एक मानिटर,दो मीडिया कन्वर्टर,एक लाइन स्विच,तीन माडम.एक प्रिंटर और एक मोबाइल मिला है।

वर्ष 2015 में चाइना की एमेंडा से की थी डील
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह विदेशी इंटरनेट काल को लैंडलाइन व मोबाइल नंबर पर रूट कराता है। इसके बदले उसे चाइना से कमीशन मिलता है। वर्ष 2015 में उसने चाइना टेलीकाम कंपनी में वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया था। यहां उसकी पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी।

एमेंडा स्नो फ्लाइ आनलाइन कंपनी को संचालित करती थी और उससे प्रतिदिन दिन स्काइप एप व आइएसडी काल से बातचीत होती रहती थी। एमेंडा ने उससे इंटरनेट से इंटरनेशनल काल को लोकल काल में परिवर्तित कर भारत व अन्य विदेशी स्थानों पर भेजने की डील की थी। यह भी बताया था कि यह काम अवैध है, लेकिन इसके बदले उसे लाखों रुपये डालर के रूप में मिलते रहेंगे।

कनाडा से आए काल को जेल अधीक्षक के नंबर पर किया डायवर्ट
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित ने अगस्त 2023 से दिसंबर 2023 तक जीओ कंपनी से नंबर एवं नेट लिया था, लेकिन जीओ कंपनी को उसके इस अवैध कार्य की भनक लगी तो उन्होने कनेक्शन काट दिया। इसके बाद अनुराग गुप्ता ने दिसंबर 2023 में बीएसएनएल कंपनी से सबसे पहले प्राइमरी रेट इंटरफ़ेस लाइन (पीआरआइ) लाइन और एक राउटर लिया था।

Fake Exchange Government Lost Crores Of Rupees Secret Work In Collaboration With China Dehradun Uttarakhand
सरकार को लगाया करोड़ों का चूना, चीन से मिलकर गुप्त काम कर रहा था आरोपित 

फर्जी एक्सचेंज संचालक अनुराग गुप्ता विदेशी नंबरों को डायवर्ट करने को कई गेटवे को गच्चा दे रहा था। बिना लाइसेंस चल रहे इस एक्सचेंज से उसने पांच महीने में सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है। फिलहाल, टेलीकॉम विभाग अब तक हुए नुकसान का आकलन कर रहा है।

इसके अलावा चीन से जुड़े होने के कारण अब इसमें राष्ट्रीय स्तर की जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो सकती हैं। माना जा रहा है कि इस काम से उसने राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पहुंचाया है। दरअसल, इस तरह से लैंडलाइन कनेक्शन किसी कॉल सेंटर या फिर अन्य सेटअप के लिए लिए जाते हैं। इसके लिए लाइसेंस लेना होता है। लेकिन, अनुराग गुप्ता ने इसके लिए कोई लाइसेंस नहीं लिया।

यही नहीं, कॉल सेंटर के माध्यम से केवल भारतीय नंबरों से भारतीय नंबरों को ही कॉल की जाती है। इसके हिसाब से जितना टाकटाइम होता है उतना सर्विस प्रोवाइडर और सरकार को राजस्व दिया जाता है। जबकि, इंटरनेशनल कॉल इंटरनेशनल कॉल गेटवे (आईसीजी) के माध्यम से भारत में आती हैं। इसमें जितनी लंबी बात होती है उस हिसाब से राजस्व में सर्विस प्रोवाइडर, लाइसेंसधारी और सरकार का हिस्सा होता है।
विदेशी नंबरों से बातचीत की और कराई
अनुराग गुप्ता ने अपने इस अवैध एक्सचेंज से इस आईसीजी को दरकिनार कर भारी भरकम सर्वरों और इंटरनेट क्लाउड से कॉल डायवर्ट की हैं। यह पूरी तरह से अवैध है। उसने कॉल लाइन आईडेंटीफिकेशन (सीएलआई) भी बाईपास किया। इससे किसी भी जांच एजेंसी को इस बात का पता नहीं चल पाया कि कॉल कहां से और कौन कर रहा है। माना जा रहा है कि उसने अपने 500 लैंडलाइन कनेक्शन से लाखों मिनट विदेशी नंबरों से बातचीत की और कराई है। इससे सरकार और सर्विस प्रोवाइडर (सेवा प्रदाता कंपनी) को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा। टेलीकॉम विभाग के उप महानिदेशक एवं प्रदेश समन्वय प्रमुख अशोक कुमार रावत ने बताया कि अनुराग गुप्ता के सरकार को पहुंचाई हानि का आकलन किया जा रहा है।

बीएसएनएल ने बिना जांच-पड़ताल कैसे दे दिए कनेक्शन

जिओ कंपनी ने तो अनुराग गुप्ता के इरादे पहले ही भांप लिये। लेकिन, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएसएनएल उसके झांसे में आ गई। दो-चार नहीं बल्कि 500 कनेक्शन उसने बिना जांच-पड़ताल दे दिए। अब टेलीकॉम विभाग भी इसकी जांच कराने को बीएसएनएल को पत्र लिख रहा है। जल्द ही राष्ट्रीय जांच एजेंसियां भी सक्रिय होंगी।

टेलीकॉम विभाग को मिली थीं शिकायतें

उप महानिदेशक अशोक कुमार रावत ने बताया कि कई विदेशी नंबरों से आई कॉल की शिकायतें उन्हें पोर्टल से मिली थीं। इनकी जांच की जा रही थी। इसी बीच पता चला कि यह सब देहरादून से हो रहा है तो एसटीएफ से मामले में जांच कराई गई। इस तरह की उन्हें तीन से ज्यादा शिकायतें मिली थीं।

विदेशी नंबर से कॉल आए तो दो नंबरों पर करें शिकायत

विदेशी नंबर से कॉल आने पर सचेत रहें। इसके लिए पुलिस ही नहीं बल्कि सीधे सरकारी पोर्टल पर भी शिकायत कर सकते है। इसके लिए टोल फ्री नंबर 1800110420 और 1963 पर कॉल करके सूचना दी जा सकती है। इसके अलावा https://sancharsaathi.gov.in/InternationalCall/ReportIntCall.jsp पोर्टल पर भी शिकायत हो सकती है।

चीनी कम्पनी की काल डायवर्ट करने को बना था टेलीफोन एक्सचेंज 

यह लाइन चाइना, हांगकांग, सिंगापुर व मकाउ में स्नो फ्लाइ आनलाइन कंपनी से प्राप्त काल कस्टमर तक भेजने को लिया था। इसको उसने कुल 500 नंबर लिए। 29 मार्च को कनाडा से एक मोबाइल नंबर से काल उसके सर्वर पर आया जिसे उसने जेल अधीक्षक के नंबर पर डायवर्ट कर दिया।

मुख्तार अंसारी की मौत से भी जोड़ा जा रहा है मामला
पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 की रात को मौत हो गई थी। तब वह बांदा जेल में बंद था। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद ही जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को जान से मारने की धमकी दी गई थी।

धमकी भरा फोन कनाडा से देहरादून में चल रहे अवैध टेलीफोन एक्सचेंज पर आया था, जिसे एक्सचेंज चलाने वाले आरोपित अनुराग गुप्ता ने जेल अधीक्षक को डायवर्ट किया था। एसटीएफ अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं यह फोन मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ा तो नहीं था। ऐसे में एसटीएफ उत्तराखंड अब फोन करने वाले आरोपित की तलाश में जुट गई है।

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