जीडीपी डबल करने को बजट निगरानी होगी उत्तराखण्ड में
Uttarakhand Government New Initiative To Double Economic Growth
Uttarakhand: आर्थिक विकास दर दोगुना करने को पहल…हर खर्च की होगी निगरानी, पाई-पाई का होगा हिसाब
देहरादून 11 अप्रैल। वर्तमान में शासन स्तर पर विकास योजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन के लिए राज्य योजना आयोग के स्तर पर व्यवस्था है लेकिन सरकार ऐसी निगरानी और मूल्यांकन प्रणाली बनाना चाहती है, जो रियल टाइम के साथ निचले स्तर तक प्रभावी हो
Uttarakhand Government New Initiative to double economic growth
अगले पांच साल में राज्य की आर्थिक विकास दर को दोगुना करने के लिए उत्तराखंड सरकार विकास योजनाओं पर होने वाले खर्च की निगरानी और पाई-पाई का हिसाब भी लेगी। इसके लिए राज्य में पहली बार बड़े स्तर पर निगरानी और मूल्यांकन तंत्र बनाया जा रहा है। सरकार कर्नाटक राज्य की तर्ज पर निगरानी और मूल्यांकन नीति बनाएगी। नियोजन विभाग नीति का ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। उच्च स्तर पर ड्राफ्ट का अध्ययन करने के बाद इसका प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए लाया जाएगा।
वर्तमान में शासन स्तर पर विकास योजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन के लिए राज्य योजना आयोग के स्तर पर व्यवस्था है लेकिन सरकार ऐसी निगरानी और मूल्यांकन प्रणाली बनाना चाहती है, जो रियल टाइम के साथ निचले स्तर तक प्रभावी हो। सरकार का मानना है कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में सरकार हजारों करोड़ रुपये का बजट खर्च करती है।
उदाहरण को वर्ष 2021-22 में सरकार का वास्तविक व्यय 50640 रुपये था। प्रभावी निगरानी और मूल्यांकन के जरिये सरकार विकास योजनाओं की प्रगति, उनकी समयबद्धता और गुणवत्ता की परख करेगी। साथ ही पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाएगी। अर्थ एवं संख्या विभाग के अपर निदेशक डॉक्टर मनोज कुमार पंत के मुताबिक, नीति का ड्राफ्ट अंतिम चरण में है। कर्नाटक राज्य की नीति का भी अध्ययन किया जा रहा है। कर्नाटक में नीति काफी प्रभावी रही, जिसके बाद वहां प्राधिकरण बना दिया गया है।
हर विभाग को बजट की करनी होगी व्यवस्था
प्रत्येक विभाग को अपने बजट में से निगरानी एवं मूल्यांकन प्रणाली के लिए अलग से धन की व्यवस्था करनी होगी।
हर विभाग में बनेगा एक प्रकोष्ठ
प्रत्येक विभाग में एक निगरानी एवं मूल्यांकन प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। प्रकोष्ठ विभागीय योजनाओं की सतत निगरानी और उनका मूल्यांकन करेगा।
विषय विशेषज्ञों की ली जाएगी मदद
मूल्यांकन एवं निगरानी प्रणाली में सरकार वित्त, अवस्थापना, पर्यटन, कृषि, ग्रामीण विकास समेत विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की मदद लेगी।
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ऋण और क्रेडिट 7 मार्च, 2019
भारत: उत्तराखंड सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुदृढ़ीकरण परियोजना
वाशिंगटन, 07 मार्च, 2019 – विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने आज निम्नलिखित परियोजना के लिए वित्तपोषण को मंजूरी दी:
भारत-उत्तराखंड सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुदृढ़ीकरण परियोजना
IBRD ऋण: US$31.58 मिलियन
शर्तें: परिपक्वता = 11 वर्ष; ग्रेस पीरियड = 5 साल
प्रोजेक्ट आईडी: P166923
परियोजना विवरण: परियोजना का उद्देश्य सार्वजनिक वित्त में उत्तरदायित्व को बढ़ाना और उत्तराखंड में राजस्व प्रबंधन प्रणालियों की प्रभावशीलता में वृद्धि करना है, जो सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणालियों को मजबूत बनाने में योगदान देता है। ये सुधार सार्वजनिक वित्त के प्रबंधन में शामिल संस्थानों की क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेंगे और उन परिणामों में योगदान देंगे जो उत्तराखंड में राज्य सरकार और नागरिकों को लाभान्वित करेंगे।
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प्रधान संचार अधिकारी
smozumder@worldbank.org
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