स्वच्छता सर्वेक्षण 2022: प्रदेश में सिर्फ देहरादून का 13 अंकों का सुधार, हरिद्वार गंगा शहरों में यथावत प्रथम स्थान पर
Swachh Survekshan 2022 :प्रदेश रैंकिंग में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर,दो शहरों का प्रदर्शन सुधरा, बाकी पिछड़े
देहरादून व काशीपुर के प्रदर्शन में सुधार।
स्वच्छ सर्वेक्षण की प्रतियोगिता में 100 से कम शहरों वाले राज्यों में उत्तराखंड को 14 राज्यों में तीसरा स्थान मिला है। देहरादून व काशीपुर ने अपने प्रदर्शन में सुधार कर लंबी छलांग लगाई है। हरिद्वार रुद्रपुर हल्द्वानी व रुड़की की स्वच्छता व्यवस्था ने निराश किया है।
देहरादून02 अक्टूबर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में प्रदेश का प्रदर्शन मिला-जुला दिख रहा है। एक तरफ जहां बड़े शहरों में शामिल देहरादून व काशीपुर ने अपने प्रदर्शन में सुधार कर लंबी छलांग लगाई है, वहीं हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी व रुड़की जैसे शहरों की स्वच्छता व्यवस्था ने बेहद निराश किया। ये शहर अपनी पिछली रैंकिंग से काफी नीचे फिसल गए हैं।
देहरादून देश के 382 शहरों में 69वें स्थान पर
एक से दस लाख की आबादी वाले शहरों में देहरादून देश के 382 शहरों में 69वें स्थान पर रहा। वर्ष 2021 की बात करें तो दून का स्थान 82वां था। राष्ट्रीय रैंकिंग में 304वें नंबर पर खड़े काशीपुर को अभी काफी मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन इस शहर में अपनी रैंकिंग में 35 अंकों की छलांग लगाकर उम्मीद जरूर जगाई है दून के अलावा प्रदेश का कोई शहर टाप 100 में जगह नहीं बना पाया है।
पिछली दफा टाप 100 में शामिल रुड़की अपनी पिछली रैंकिंग से 34 अंक फिसल गया है। प्रदेश के अन्य सभी बड़े शहर राष्ट्रीय रैंकिंग में निचले क्रम में दिख रहे हैं, जो गंभीर बात है।
बड़े शहरों की रैंकिंग (एक से तीन लाख की आबादी वाले 382 शहरों में)
शहर, 2022, 2021, 2020, 2019
देहरादून, 69, 82, 124, 384
रुड़की, 134, 100, 131, 281
ऋषिकेश, 220, (पहले अन्य श्रेणी में दर्ज)
कोटद्वार, 270, (पहले अन्य श्रेणी में दर्ज)
हल्द्वानी, 282, 279, 229, 350
काशीपुर, 304, 339, 139, 308
हरिद्वार, 330, 283, 244, 376
रुद्रपुर, 277, 255, 316, 403
प्रदेश की रैंकिंग में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर
स्वच्छ सर्वेक्षण की प्रतियोगिता में 100 से कम शहरों वाले राज्यों में उत्तराखंड को 14 राज्यों में तीसरा स्थान मिला है। हालांकि, पिछली दफा 10 पहाड़ी राज्यों के हिसाब से तय की गई रैंकिंग में उत्तराखंड पहले स्थान पर था।
छोटे शहरों ने किया निराश
छोटे शहरों के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण में 50 हजार से एक लाख, 25 से 50 हजार, 15 से 25 हजार व 15 हजार से कम आबादी के हिसाब से आकलन किया गया। इस आधार पर ओवर आल रैंकिंग दी गई थी।
यह भी पढ़ें : Swachh Survekshan 2022 : दून शहर की बड़ी छलांग, शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों के और करीब पहुंचा
मुंबई से देहरादून रवाना हुई प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा, 40 दिन के सफर में 50 हजार देशवासियों से संपर्क
यह भी पढ़ें
इस बार किसी भी आबादी क्षमता की ओवर आल रैंकिंग में हमार शहर शामिल नहीं है। इससे पहले की रैंकिंग की बात की जाए तो मंगलौर, रामनगर, ऋषिकेश, मसूरी, नैनीताल, शिवलिकनगर, मुनिकीरेती, चंबा जैसे शहर उच्च रैंकिंग में शामिल थे। उत्त्तरी क्षेत्र में तीन शहरों को मिला अवार्डइस स्वच्छ सर्वेक्षण में आबादी के हिसाब से क्षेत्रवार अवार्ड भी दिए गए हैं। उत्त्तरी क्षेत्र की बात करें तो हमारे तीन शहर अवार्ड पाने में सफल रहे।
इन्हें मिला उत्त्तरी क्षेत्र श्रेणी में अवार्ड
नरेंद्र नगर (स्वच्छ्ता में आत्मनिर्भरता में)
डोईवाला (तेजी से बेहतरी की तरफ बढ़ने को)
रामनगर (तेजी से बेहतरी की तरफ बढ़ने को)
गंगा शहरों में हरिद्वार फिर पहले स्थान पर
गंगा शहरों में बड़े शहरों की रैंकिंग की बात करें तो हरिद्वार फिर पहले स्थान पर काबिज होने में सफल रहा। इस श्रेणी में कुल 46 शहर दौड़ में थे। वहीं, छोटे शहरों की बात करें तो गंगा श्रेणी में हमारे दो शहर टाप टेन, व पांच शहर टाप 20 में शामिल हुए हैं। इस श्रेणी में कुल 45 शहर प्रतियोगिता का हिस्सा रहे।
प्रदेश में छोटे शहरों की रैंकिंग
शहर, रैंक
कर्णप्रयाग, 05
चमोली, 06
नंदप्रयाग, 11
श्रीनगर, 16
कीर्तिनगर, 18
गौचर, 19
देवप्रयाग, 20
टाप रैंकिंग से बाहर हुए कैंट बोर्ड
पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में कैंट बोर्ड श्रेणी में लैंसडौन कैंट बोर्ड को पहला, रानीखेत को दूसरा व नैनीताल को तीसरा स्थान मिला था। इस बार 60 कैंट बोर्ड की प्रतियोगिता में प्रदेश का कोई कैंट बोर्ड टाप टेन में भी शामिल नहीं हो पाया।
प्रदेश के कैंट बोर्ड की रैंकिंग
कैंट बोर्ड, रैंक
लैंसडौन, 18
रानीखेत, 20
अल्मोड़ा, 34
नैनीताल, 43
रुड़की, 47
देहरादून, 48
लंढौर, 53
चकराता, 57
Swachh Survekshan 2022 Ganga Town Category: Cleanest Haridwar In Country Is The Dirtiest City Of Uttarakhand
Swachh Survekshan: गंगा टाउन श्रेणी में टॉप पर हरिद्वार, लेकिन है उत्तराखंड का सबसे गंदा शहर, पढ़ें ये रिपोर्ट
गंगा टाउन श्रेणी में हरिद्वार को मिला पहला पुरस्कार शनिवार को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रहण किया। इस सम्मान के साथ एक चिंताजनक तथ्य भी सामने आया कि इस साल राष्ट्रीय स्तर पर हरिद्वार की रैंकिंग कुल 382 शहरों में 330वीं रही।
हरिद्वार में गंदगी
राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर स्वच्छता की रैंकिंग में नीचे खिसकने के बावजूद हरिद्वार ने गंगा किनारे बड़े शहरों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय स्तर की ओवरआल रैंकिंग में पिछले साल 279वें स्थान पर रहा हरिद्वार इस वर्ष 300वें नंबर पर आ गया। लेकिन, गंगा किनारे एक लाख से अधिक आबादी के शहरों 70 अंक लेकर हरिद्वार पहले स्थान पर आ गया।
वहीं एक लाख से कम आबादी वाले गंगा किनारे के शहरों में बिजनौर 80 अंकों के साथ टॉप पर है। यहीं नहीं प्रदेश में आठ बड़े शहरों में सफाई के मामले में हरिद्वार पिछले साल मिले 5वें स्थान से सरक कर आठवें स्थान पर पहुंच गया।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में गंगा टाउन श्रेणी के शहरों को दो हिस्सों में बांटा गया है। एक लाख से अधिक आबादी वाली 31 शहर हैं जबकि एक लाख से कम आबादी वाले 32 शहर हैं। गंगा टाउन श्रेणी में हरिद्वार को मिला पहला पुरस्कार शनिवार को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रहण किया।
इस सम्मान के साथ एक चिंताजनक तथ्य भी सामने आया कि इस साल राष्ट्रीय स्तर पर हरिद्वार की रैंकिंग कुल 382 शहरों में 330वीं रही। स्पष्ट है कि हरिद्वार शहर का स्कोर स्वच्छता के मामले में गिरा है। इसी श्रेणी में इंदौर पहले नंबर पर आया है। वहीं प्रदेश स्तर पर सफाई के मामले में दस लाख की आबादी वाले शहरों में देहरादून पहले स्थान पर रहा है।
10 लाख की आबादी वाले उत्तराखंड के आठ शहरों की स्थिति
शहर रैंकिंग राष्ट्रीय रैंकिंग
देहरादून 1 69
रुड़की 2 134
ऋषिकेश 3 220
कोटद्वार 4 270
रुद्रपुर 5 277
हल्द्वानी 6 282
काशीपुर 7 304
हरिद्वार 8 330
हरिद्वार की पांच साल की राष्ट्रीय रैंक
2018- 205
2019- 376
2020- 244
2021- 283
2022- 330
शहर गंगा टाउन रैंकिंग राष्ट्रीय रैंकिंग
हरिद्वार 1 330
वाराणसी 2 21
ऋषिकेश 3 220
प्रयागराज 4 16
मुंगेर 5 352
यूपी के अन्य शहरों की रैंकिंग
कानपुर 10 29
फरुर्खाबाद-फतेहगढ़ 16 272
बलिया 20 200
मिर्जापुर-विंध्यांचल 25 142
गाजीपुर 30 219
(एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों को राष्ट्रीय रैंक दी गई है)
एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की स्थिति
शहर गंगा टाउन रैंकिंग रैंकिंग
बिजनौर 1 11
कन्नौज 2 7
गढ़मुकतेश्वर 3 12
कर्णप्रयाग और सुल्तानगंज 4 360/20
बिठूर 5 81
यूपी के अन्य शहरों की रैंकिंग
अनुपशहर- 7-20
बबराला- 17-94
गंगाघाट- 19-31
चुनार- 19-18
झूंसी- 21- उपलब्ध नहीं
हस्तिनापुर- 23-165
नरौरा- 25-204
रामनगर- 27-147
सैदपुर भितरी- 31-32
उत्तराखंड को स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार छह अवॉर्ड मिले हैं। राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होना हम सबके लिए गर्व की बात है। इस खुशी के साथ ही निश्चित तौर पर हमें अपनी कमियां तलाशकर उन्हें दूर करना है। हरिद्वार को देश के अन्य गंगा टाउन में पहला नंबर मिला है, जो गौरवशाली बात है।
– प्रेमचंद अग्रवाल, शहरी विकास एवं आवास मंत्री, उत्तराखंड सरकार
देश में पहला स्थान मिलना खुशी की बात तो जरूर है लेकिन ओवरऑल स्वच्छता रिपोर्ट के विश्लेषण पर यह स्पष्ट हो जाता है कि हरिद्वार में स्वच्छता का स्तर क्या है। न केवल हरिद्वार बल्कि अन्य शहरों में भी सफाई पर विशेष काम करने की जरूरत है।
– अनूप नौटियाल, संस्थापक, एसडीसी फाउंडेशन