बर्बर तालिबान: कंटीले तारों पर से बच्चे फैंक रही महिलाएं,सरेंडर्ड पुलिस प्रमुख व कमांडर भूने गोलियों से

तालिबान के खौफ में मासूम बने ढाल:काबुल एयरपोर्ट पर महिलाओं ने बच्चों को कंटीले तारों के पार फेंका, ब्रिटिश सैनिकों की आंखें भी नम हुईं

काबुल,20अगस्त।अफगानिस्तान में तालिबान के कहर से बचने के लिए महिलाएं अपने बच्चों की जान भी दांव पर लगा रही हैं। ये महिलाएं परिवार के साथ किसी तरह देश से बाहर निकल जाना चाहती हैं। हजारों लोग काबुल एयरपोर्ट पर जुटे तो वहां कंटीले तालों की फेंसिंग कर दी गई, ताकि लोग एयरक्राफ्ट्स के नजदीक न पहुंच पाएं। ऐसे में कुछ महिलाओं ने अपने छोटे बच्चों को फेंसिंग के दूसरी तरफ उछाल दिया। वहां पहरा दे रहे कुछ ब्रिटिश सैनिकों ने इन बच्चों को कैच कर लिया। यह दर्दनाक मंजर देखकर ब्रिटिश सैनिकों की आंखों में भी पानी आ गया।

क्या है इस कवायद का मकसद

जब एयरपोर्ट पर नुकीले तारों की बाड़ लगाई गई तो उसका मकसद था- अनचाहे लोगों या भीड़ को विमान तक जाने से रोकना। फेंसिंग के एक तरफ भीड़ और दूसरी तरफ अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिक। कुछ महिलाएं यहां पहुंचीं। इनकी गोद में मासूम थे। महिलाओं ने सोचा कि अगर बच्चों को फेंसिंग के दूसरी तरफ पहुंचा दिया जाए तो उन्हें सैनिक एयरक्राफ्ट में मजबूरन बिठा देंगे। यही वजह है कि उन्होंने बच्चों को उठाया और फेंसिंग की तरफ उछाल दिया। सैनिकों ने इन्हें थाम लिया। इस दौरान सैनिकों की आंखें भी नम हो गईं।

रोने लगे ब्रिटिश सैनिक

एक ब्रिटिश अफसर ने कहा- ये लोग आजाद रहने के लिए बच्चों को ढाल बना रहे हैं। ये तालिबान के कहर से बचना चाहते हैं। कुछ बच्चे तो कंटीले तारों में फंस गए और दर्द से कराहने लगे। मुझे अपने सैनिकों की भी फिक्र है। वे हालात देखकर रोने लगे। उनकी काउंसलिंग की जा रही है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, बेहतर जिंदगी पाने के लिए किसी दूसरे देश भाग जाना चाहते हैं। इसके लिए वे काबुल एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं। रास्ते में फायरिंग हो रही है, लेकिन वे खतरा मोल लेने में नहीं घबराते। रास्ते में तालिबान उनसे मारपीट कर रहे हैं।

यह मिशन मानवता के लिए

‘स्काय न्यूज’ से बातचीत में एक ब्रिटिश सैनिक ने कहा- तालिबान हमसे एक मीटर ही दूर हैं। यह एयरपोर्ट नहीं, जंग का मैदान है। हमारे लिए यह मानवता का मिशन है। सैनिक भी बेबस हैं। एक तरफ छलछलाई आंखों से गुहार लगाते लोग और दूसरे तरफ उन्हें रोकने का फर्ज। करें तो क्या करें। तालिबान दावा करते हैं कि सब ठीक है, लेकिन दुनिया सब देख रही है। यह सही मायनों में मानवीय त्रासदी है।

तालिबानी हुकूमत:तालिबान की क्रूरता का एक और चेहरा; सरेंडर्ड कमांडर के हाथ-पैर बांध गोलियों से भूना , मरने के बाद भी बॉडी पर करते रहे फायरिंग

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान का क्रूर चेहरा हर दिन सामने आ रहा है। ताजा मामला बदगीस प्रांत का है। यहां तालिबानियों ने बदगिस के पुलिस प्रमुख हाजी मुल्ला को सरेआम गोलियों ने भून डाला। हाजी मुल्ला ने कुछ दिन पहले ही तालिबान के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।

इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें तालिबानियों ने हाजी मुल्ला के दोनों हाथ बांधकर घुटनों के बल किसी सूनसान जगह पर बैठा रखा है। उनके हाथ भी बंधे हुए हैं। तालिबानी स्थानीय भाषा में कुछ बोल रहे हैं। कुछ देर बाद हाजी मुल्ला पर दनादन गोलियां दाग दी जाती हैं।

4 कमांडरों को कंधार के एक स्टेडियम में भीड़ के सामने मौत के घाट उतारा

इससे पहले बुधवार को भी एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमे तालिबान ने अफगानी सेना के 4 कमांडरों को कंधार के एक स्टेडियम में भीड़ के सामने मौत के घाट उतार दिया था। सूत्रों के मुताबिक, इन कमांडरों ने 13 अगस्त को तालिबान के सामने आत्मसमर्पण किया था।

तालिबानी लड़ाकों के नाखून उखाड़ लेने वाले अफगानी कमांडर को भी ढेर किया

इसके साथ ही तालिबान समर्थकों ने कंधार में शाह वली कोट के पुलिस प्रमुख पाचा खान को भी मार दिया था। तालिबान समर्थकों का कहना था कि पाचा खान एक खूंखार कमांडर था जो तालिबान लड़ाकों के नाखून निकाल लेता था। तालिबान ने इन्हें आम माफी की घोषणा करने से पहले मारा है।

और भी अब तक

चीन और तजाकिस्तान ने गुरुवार को तजाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पास आतंकवाद विरोधी सैन्य अभ्यास किया है। चीन का कहना है कि उत्तरी अफगानिस्तान के कुछ आतंकवादी संगठन चीन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। चीन ने ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार के गठन में सहयोग करना चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि तालिबान बदला नहीं है लेकिन फिलहाल अस्तित्व के संकट का सामना कर रहा है। वह वैश्विक मंच पर अपनी मान्यता चाहते हैं। अफगानी महिलाओं के साथ क्रूरता को लेकर बाइडेन ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा मिलिट्री फोर्स से ही हो। यह राजनयिक और अंतरराष्ट्रीय दबाव से की जा सकती है।

प्रदर्शनों के बाद तालिबान ने प्रांत में कर्फ्यू लगाया, सर्च ऑपरेश चलाएगा


अफगानिस्तान के  प्रांत में अपने विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद तालिबान ने कर्फ्यू लगा दिया है। तालिबानी लड़ाकें यहां सर्च ऑपरेश चलाएंगे। वे यहां अपने विरोधियों की पहचान करेंगे। बुधवार रात ही  में कर्फ्यू का ऐलान किया गया था।  तालिबान के खिलाफ रहा है। हालांकि अब यह लड़ाकों के नियंत्रण में हैै।

 

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