लव जिहाद: धर्मांतरण, पोक्सो में शिक्षक शमीम बर्खास्त
धर्म परिवर्तन करवाने का मामला:नाबालिग पर धर्मांतरण का दबाव बनाने और परेशान करने वाले शिक्षक शमीम खान की सेवाएं समाप्त
बीना 24 मई।बीना के मुड़िया देहरा शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षक शमीम खान की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। शमीम पर बीना थाना में नाबालिग किशोरी पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने, पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में आपराधिक मामला पंजीबद्ध है। मामले को लेकर कराई गई जांच के बाद सौंपी गई रिपोर्ट को देखते हुए शिक्षक शमीम खान की सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया गया है।
आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि मामले को मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग द्वारा संज्ञान में लिया जाना, समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के कारण शासन, प्रशासन की छवि धूमिल हुई। साथ ही अपचारी द्वारा एक महिला के साथ स्वयं का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कराया गया, जिस कारण से समस्त छात्र-छात्राओं, अभिभावकों एवं समाज में रोष व्याप्त है। अपचारी का उक्त कृत्य गंभीर कदाचरण एवं मानव समाज को कलंकित करने वाला है।
अतः अपचारी का शिक्षकीय पद पर बने रहना किसी भी स्थिति में समाज एवं छात्र-छात्राओं, अभिभावकों के हित में नहीं है। दरअसल, शासकीय शिक्षक शमीम खान के खिलाफ दैनिक भास्कर ने 11 नवंबर 2022 को खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद पुलिस ने शिक्षक पर पॉक्सो व धर्मांतरण का मामला पंजीबद्ध कर गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था।
जारी आदेश के अनुसार खुरई जेल में निरुद्ध शमीम खान ने सहायक अधीक्षक सबजेल खुरई के माध्यम से प्रतिउत्तर प्रस्तुत किया था। परीक्षण उपरांत प्रत्युत्तर समाधानकारक नहीं पाए जाने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोपों की सत्यता जानने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीना आरके जाटव को जांचकर्ता अधिकारी एवं एक्सीलेंस स्कूल क्रमांक-1 के प्रभारी प्राचार्य एसपी तिवारी को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया था।
जांचकर्ता, प्रस्तुतकर्ता एवं प्रकरण में सहयोगी जेड एक्का ने उपजेल खुरई में अपचारी शमीम खान को आरोप पत्र, आरोप विवरण पढ़कर सुनाए, लेकिन शमीम ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। जांचकर्ता ने दोबारा 19 मई को आरोप पत्र पढ़कर सुनाए तो उसने जांच में किसी प्रकार का सहयोग करने से इंकार कर दिया।
जांच अधिकारियों ने रिपोर्ट में कहा है कि अपचारी शमीम खान का रवैया पूर्णतः हठधर्मितापूर्ण पाया गया। प्रतिवेदन के निष्कर्ष एवं अभिमत अनुसार अपचारी शमीम खान पर अधिरोपित दोनों आरोप प्रमाणित पाए जाने के फलस्वरूप निलंबित प्राथमिक शिक्षक हाल- विचाराधीन बंदी उपजेल खुरई की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती हैं।
मां का धर्मांतरण कराया, बेटी पर भी डाला दबाव:नाबालिग बोली- टीचर मुझ पर गंदी नजर रखता था
सागर जिले के बीना में एक सरकारी टीचर की करतूत सामने आई है। इस टीचर की हरकत से एक पूरा परिवार बिखर गया है। टीचर ने शादीशुदा महिला को अपने प्यार के जाल में फंसाया, फिर उसका धर्म परिवर्तन कराया। अब उसकी नजर महिला की नाबालिग बेटी पर है। वह बेटी का भी धर्म परिवर्तन करवाना चाहता है।
पूरी कहानी से पहले जानिए टीचर पर क्या कार्रवाई हुई…
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित टीचर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। बीना थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि पीड़िता ने महिला हेल्प डेस्क पर शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित के खिलाफ पॉक्सो और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। आरोपित टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। सागर के जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोपित टीचर को सस्पेंड और बाद में बर्खास्त कर दिया है।
अब पढ़िए पीड़िता ने पुलिस को आपबीती में जो बताया उसी की जुबानी…
‘मैं 17 साल की हूं, मेरे परिवार में चार लोग थे। मैं, बड़ा भाई, मम्मी और पापा। मेरा परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, लेकिन हम खुश थे। करीब दो साल पहले हमारे जीवन में शमीम खान की एंट्री हो गई। शमीम मुड़िया देहरा गांव के शासकीय स्कूल में शिक्षक है। मम्मी शमीम के यहां खाना बनाने जाती थी। मैं और मम्मी उसकी बातों में आ गए। हमने तय किया कि शमीम के साथ भोपाल जाएंगे।
करीब एक साल पहले मैं और मम्मी शमीम के साथ भोपाल चले आए। पापा और भाई ने मना किया, हम दोनों उनसे लड़कर शमीम की बातों में आकर भोपाल चले आए। हम शमीम के साथ रहने लगे। कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक था। एक दिन उसने मम्मी से हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम बनने को बोला। मुझे हैरानी हुई, लेकिन मम्मी मान गईं। फिर मैंने ध्यान दिया कि शमीम की नजर मेरे लिए ठीक नहीं थी। वह मेरे साथ रोज छेड़खानी करने लगा। मैंने शमीम की शिकायत मम्मी से भी की, लेकिन वह उसके खिलाफ कुछ भी सुनना नहीं चाहती थीं।
पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी
शमीम ने एक दिन मुझसे बोला कि तुम मुस्लिम धर्म अपना लो। मैंने साफ मना कर दिया। इससे नाराज होकर शमीम और मम्मी ने मेरे साथ मारपीट की। मेरे दर्द को मम्मी समझना नहीं चाहती थीं। मुझे वहां घुटन हो रही थी। करीब एक सप्ताह बाद ही मैं शमीम की हरकतों से परेशान होकर पापा के पास चली आई। मैं 11वीं में पढ़ रही थी, लेकिन शमीम के कारण मुझे पढ़ाई छोड़नी पड़ी। वह मेरा पीछा करता था। मेरे साथ छेड़छाड़ करता था। उसकी वजह से मैं 11वीं की परीक्षा नहीं दे पाई। मुझे शमीम खान से खतरा है।
29 अक्टूबर को रात करीब 8 बजे अचानक शमीम घर आ गया। उस समय पापा और भाई घर पर नहीं थे, मैं अकेली थी। उसने बोला कि तुम्हारी मम्मी मेरे साथ है, तुम भी चलो। मैंने कहा कि अभी घर पर कोई नहीं है। आप यहां से चले जाओ। शमीम ने बुरी नीयत से मेरा हाथ पकड़ लिया। मैं घबरा गई थी। जब मैं चिल्लाई, तो वह डरकर भाग गया। पापा और भाई घर पर आए, तो उन्होंने मुझे परेशान देखा। मैंने उन्हें सारी बात बताई, इसके बाद 4 नवंबर को राज्य बाल संरक्षण आयोग से उसकी शिकायत की। शमीम पर कार्रवाई को दो बार बीना थाने में आवेदन दे चुके थे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसे क्षेत्र के बाहर का और आपसी विवाद का मामला बताकर लौटा दिया ।
शिक्षक ने ट्विटर पर डाले अश्लील वीडियो
किशोरी के पिता का कहना है कि शमीम खान ने किसी महिला के साथ खुद का अश्लील वीडियो भी अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला है। उन्होंने कहा कि इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितना गिरा हुआ व्यक्ति है। वह अपने स्कूल की किशोरियों के लिए भी खतरा बन सकता है।
बेटी को मुस्लिम बनाने की कोशिश की: पिता
किशोरी के पिता ने बताया कि पत्नी को तो शमीम खान एक साल पहले ले गया था। उसको मुस्लिम बना दिया। अब शमीम की बुरी नजर मेरी बेटी पर है। वह बेटी पर भी मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बना रहा है। पत्नी के जाने के बाद घर बिखर गया है।
किशोरी के पिता का शिक्षक से पैसों का लेनदेन: थाना प्रभारी
बीना थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि किशोरी के पिता का शिक्षक शमीम खान से कुछ रुपयों का लेनदेन है। किशोरी के पिता ने शिक्षक से पैसे उधार लिए हैं। यह सही है कि उसकी मां उसके साथ कहीं बाहर रहती है। पुलिस ने प्रयास किए, लेकिन महिला नहीं लौटी।
रुपए लेने के आरोप गलत
किशोरी के पिता ने सफाई देते हुए बताया कि पुलिस जो बोल रही है कि मैंने शिक्षक से रुपए उधार लिए हैं, यह सब गलत है। मेरी पत्नी शिक्षक के घर पर खाना बनाती थी। वहीं उसके संपर्क में आ गई। शमीम का घर आना-जाना शुरू हो गया था। उसने बैंक से मकान बनाने को रुपए उधार लिए थे। पत्नी ने बोला था कि शिक्षक ने 20 हजार रुपए बैंक में जमा करा दिए हैं। मैंने बैंक में जाकर पता किया तो कोई रुपए जमा नहीं हुए थे।