आतंकी उजैर की मौत के बाद सेना का पीरपंजाल आपरेशन खत्म, सर्चिंग जारी
3 अफसरों के बलिदान का 7 दिन के अंदर बदला, कोकरनाग की गुफाओं में छुपे आतंकी उजैर का हुआ काम तमाम
अनंतनाग के कोकरनाग में चल रही सुरक्षाबलों की मुठभेड़ खत्म हो गई है. सुरक्षाबलों ने तीन अधिकारियों के बलिदान का बदला ले लिया है. पीर पंजाल की पहाड़ियों पर छिपे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान को ढेर कर दिया गया है.
सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में उजैर खान मारा गया (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ खत्म हो गई है. सुरक्षाबलों ने तीन अधिकारियों की शहादत का बदला ले लिया है. कोकरनाग के पीर पंजाल की पहाड़ियों पर छिपे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान को ढेर कर दिया है. सुरक्षा बलों ने उजैर खान के साथ एक आतंकी का शव बरामद किया है. मुठभेड़ स्थल और उसके आसपास जनता को न जाने को कहा है क्योंकि सेना आतंकियों के छोड़े बिना फटे ग्रेनेड ढूंढ रही है।
जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी पुलिस विजय कुमार ने बताया, “लश्कर कमांडर उजैर खान को मार दिया गया है. उसके हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं. उजैर के साथ एक और आतंकवादी का शव भी बरामद हुआ है. अनंतनाग के कोकरनाग में चल रही मुठभेड़ खत्म हो गई है, लेकिन तलाशी अभियान जारी है.”
12 सितंबर को सेना ने शुरू किया था ऑपरेशन
सुरक्षाबलों ने कोकरनाग में आतंकियों के खिलाफ ये ऑपरेशन 12 सितंबर को शुरू किया था, जिसके अगले दिन मुठभेड़ में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे. इसके बाद आतंकी वहां से भाग गए थे. इन्हीं आतंकियों की तलाश के लिए यह ऑपरेशन चलाया गया था. इन आतंकियों में लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर उजैर खान भी शामिल था. इस मुठभेड़ में उजैर का शव भी बरामद कर लिया गया है. जिस इलाके में छिपे हुए थे, वह कोकरनाग का गैरोल गांव है. इसी वजह से सेना ने इसका नाम ‘ऑपरेशन गैरोल’ दिया था.
आतंकियों पर किया था ड्रोन से अटैक
सुरक्षाबलों की ओर से पीर पंजाल की पहाड़ियों में छिपे हुए आतंकियों पर ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर से बम अटैक किया था, जिसके बाद आतंकियों की ओर से फायरिंग बंद कर दी गई थी और उसके अगले दिन एक आतंकी का जला हुआ शव बरामद किया गया था. हालांकि कुछ ही घंटों बाद फायरिंग फिर शुरू हो गई और फिर पहाड़ियों और गुफाओं में छिपे हुए तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया है.
पीर पंजाल की पहाड़ियों पर चला ऑपरेशन
रक्षा विशेषज्ञ बताते हैं कि अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में मुठभेड़ वाली जगह पीर पंजाल की पहाड़ियों में आती है. ये मुजफ्फराबाद से किश्तवाड़ तक फैला हुआ करीब 170 किलोमीटर का इलाका है. इतने बड़े इलाके में 2-3 आतंकियों को ढूंढ़ना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि सुरक्षाबलों को इतनी परेशानी हो रही है. ये आतंकियों के लिए बहुत ही सुरक्षित जगह है. ये पहाड़ी 75-80 डिग्री ऊंचाई पर है. यहां कई गुफाएं भी हैं, जिनमें आतंकियों ने अपना अड्डा बनाया हुआ है. ऐसे हालात में वे सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला कर सकते हैं. आतंकी जब पहाड़ों की ऊंचाई पर रहते हैं तो उन्हें भारतीय सेना की एक्टिविटी आसानी से दिखाई देती है. इसलिए उनके लिए यह लड़ाई आसान हो जाती है.
बारामूला में तीन और राजौरी में एक आतंकी ढेर
इसके अलावा बारामूला में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था. ये आतंकी उरी सेक्टर में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, जिसे नाकाम कर दिया गया था. इसके अलावा राजौरी में बीते मंगलवार को सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था. इसमें सेना का एक जवान और फीमेल लेब्रोडोर डॉग केंट की मौत भी हो गई है.